Move to Jagran APP

भारतीय भाषाओं का तकनीकी पहलू पढ़ाएगा मैत्रेयी काॅलेज, अमेरिका से मिलेगा सहयोग

Maitreyi College मैत्रेयी काॅलेज की प्राचार्या डाॅ हरितमा चोपड़ा ने बताया कि तीन महीने वाले इस पाठ्यक्रम में संस्कृत हिन्दी पंजाबी मराठी गुजराती बंगाली तमिल तेलुगु मलयालम इत्यादि भारतीय भाषाओं से संबंधित नवीनतम डिजिटल टूल्स पर प्रकाश डाला जाएगा ।

By Prateek KumarEdited By: Published: Fri, 16 Apr 2021 06:02 PM (IST)Updated: Fri, 16 Apr 2021 06:02 PM (IST)
भारतीय भाषाओं का तकनीकी पहलू पढ़ाएगा मैत्रेयी काॅलेज, अमेरिका से मिलेगा सहयोग
अमेरिकी संस्थान के साथ मिलकर पाठ्यक्रम संचालित करेगा कालेज

नई दिल्ली [संजीव कुमार मिश्र]। Maitreyi College : दिल्ली विश्वविद्यालय से संबद्ध मैत्रेयी कालेज(महिला कालेज), अमेरिकी शैक्षणिक संस्थान इंस्टीट्यूट आफ एडवांस साइंसेज के साथ मिलकर भारतीय भाषाओं के तकनीकी पहलू पर पाठ्यक्रम शुरू कर रहा है। यह अंतरराष्ट्रीय स्तर का सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम है। जिसमें दाखिले के लिए देश के 31 राज्यों से कुल 2600 लोगों ने दाखिले के लिए आवेदन किए हैं। इनमें शोधार्थी, शिक्षक समेत विभिन्न क्षेत्रों के लोग शामिल है। पाठ्यक्रम की पढ़ाई शनिवार से प्रारंभ होगी।

loksabha election banner

आनलाइन उद्घाटन समारोह भी किया जाएगा आयोजित

इस अवसर पर एक आनलाइन उद्घाटन समारोह भी आयोजित किया जाएगा। जिसमें डीयू के डीन आफ काॅलेज प्रो बलराम पाणि, अमेरिका के विज्ञान एवं इण्डिक स्टडीज के विद्वान प्रो. बलराम सिंह, महर्षि पाणिनि संस्कृत एवं वैदिक विश्वविद्यालय- उज्जैन के पूर्व कुलपति प्रो. रमेश चन्द्र पाण्डा, मैत्रेयी काॅलेज के चेयरपर्सन संतोष कुमार तनेजा समेत अन्य शामिल होंगे।

मैत्रेयी काॅलेज की प्राचार्या डाॅ हरितमा चोपड़ा ने बताया कि तीन महीने वाले इस पाठ्यक्रम में संस्कृत, हिन्दी, पंजाबी, मराठी, गुजराती, बंगाली, तमिल, तेलुगु, मलयालम इत्यादि भारतीय भाषाओं से संबंधित नवीनतम डिजिटल टूल्स पर प्रकाश डाला जाएगा। साथ ही भाषा की दृष्टि से प्लेगरिज्म एवं सन्दर्भ व इंडेक्स बनाने की नवीनतम विधियों जैसे अनेक महत्त्वपूर्ण तथ्यों पर प्रकाश डाला जाएगा। जो शिक्षकों, शोधार्थियों एवं विद्यार्थियों सभी के लिए अतीव उपयोगी है।

कोर्स के संयोजक डा प्रमोद कुमार सिंह ने बताया कि कोरोना काल के मद्देनज़र प्रतिभागियों से किसी भी तरह का शुल्क नहीं लिया जाएगा। कोर्स की एक अन्य संयोजिका डा ज्योति सिंह ने कहा कि इसमें देश-विदेश के उत्कृष्ट विद्वानों के व्याख्यान सत्र भी आयोजित होंगे। पाठ्यक्रम का पहला व्याख्यान जेएनयू के स्कूल आफ संस्कृत एंड इण्डिक स्टडीज के पूर्व डीन प्रो. गिरीश नाथ झा का होगा। गौरतलब है कि मैत्रेयी महाविद्यालय ने पाठ्यक्रम के सुचारु क्रियान्वयन हेतु एक टीम बनाई है। जिसमें डा स्मृति सिंह, डाॅ अनामिका सिंह, डा गीता पांडेय, डा अनिरुद्ध ओझा, डा कुमुद रानी गर्ग, डा स्वस्ति शर्मा, डा सविता पाठक एवं डा नुपुर चावला इत्यादि शिक्षिकाएं शामिल हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.