Delhi Coronavirus News Update: प्राइवेट अस्पताल में Covid-19 के इलाज की सोच रहे हैं, जरूर पढ़ें यह खबर
Delhi Coronavirus News Update यदि अस्पताल के 60 फीसद बेड ही कोरोना के इलाज के लिए आरक्षित हैं तो इन सभी बेडों पर सस्ता इलाज देना होगा।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। Delhi Coronavirus News Update: निजी अस्पतालों में कोरोना के इलाज के शुल्क को लेकर दिल्ली के स्वास्थ्य महानिदेशालय ने स्थिति स्पष्ट कर दी है। इसके तहत प्रत्येक निजी अस्पताल के साठ फीसद बेड पर ही सरकार द्वारा निर्धारित शुल्क लिए जाने का नियम लागू होगा। यदि कोई अस्पताल पूर्ण रूप से कोविड अस्पताल घोषित है, तो उसमें 40 फीसद पर अस्पताल पुराना शुल्क ले सकेंगे। यदि अस्पताल के 60 फीसद बेड ही कोरोना के इलाज के लिए आरक्षित हैं तो इन सभी बेडों पर सस्ता इलाज देना होगा।
दरअसल, मौजूदा समय में 115 निजी अस्पतालों में कोरोना के इलाज की सुविधा है। इनमें आइसोलेशन बेड, आइसीयू (बगैर वेंटिलेटर) व वेंटिलेटर सपोर्ट वाले आइसीयू का खर्च निर्धारित कर दिया गया है। महानिदेशालय से जारी सर्कुलर के मुताबिक इसमें 108 अस्पतालों में 60 फीसद से कम बेड कोरोना के इलाज के लिए निर्धारित हैं। इसलिए इनमें कोरोना के सभी मरीजों का इलाज सस्ते दर पर होगा।
सात निजी अस्पतालों में सभी बेड कोरोना के लिए मैक्स स्मार्ट, गंगाराम कोल्मेट, महा दुर्गा चैरिटेबल ट्रस्ट, गंगाराम सिटी अस्पताल, सिग्नस, सरोज सुपर स्पेशियलिटी व बंसल ग्लोबल अस्पताल को पूरी तरह कोविड अस्पताल बना दिया गया है। ये अस्पताल 40 फीसद बेड पर पुराने शुल्क के अनुसार खर्च ले सकेंगे, जबकि क्षमता के 60 फीसद पर सरकार द्वारा निर्धारित शुल्क लेना होगा। हालांकि बचे 40 फीसद बेड पर मरीज को भर्ती करने से पहले अस्पतालों को उनसे एक सहमति पत्र लेना होगा।
निजी अस्पतालों में इलाज के लिए निर्धारित प्रतिदिन का खर्च
- आइसोलेशन बेड 8000-10,000
- आइसीयू बिना वेंटिलेटर 13,000-15,000
- आइसीयू वेंटिलेटर के साथ 15,000-18,000
गौरतलब है कि इन निर्धारित नई दरों में दवा व पीपीई किट का खर्च भी शामिल है। बता दें कि दिल्ली में प्राइवेट अस्पातलों में कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए काफी ज्यादा पैसे लिए जाने की बात सामने आ रही थी।