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आज 19 बरस की हो गई लाखों लोगों की लाइफलाइन, लंदन और बीजिंग भी छूटेंगे पीछे

Delhi Metro News चौथे फेज की परियोजनाएं पूरी होने पर दिल्ली मेट्रो का नेटवर्क 450 किलोमीटर से अधिक होगा। इसके साथ ही लंदन मेट्रो को भी डीएमआरसी की रेल नेटवर्क पीछे छोड़ चुका है और बीजिंग की चुनौती भी कुछ सालों में खत्म हो जाएगी।

By Jp YadavEdited By: Published: Thu, 23 Dec 2021 11:50 PM (IST)Updated: Fri, 24 Dec 2021 08:52 AM (IST)
आज 19 बरस की हो गई लाखों लोगों की लाइफलाइन, लंदन और बीजिंग भी छूटेंगे पीछे
आज 19 बरस की हो गई लाखों लोगों की लाइफलाइन, लंदन और बीजिंग भी छूटेंगे पीछे

नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। आज से ठीक 19 बरस पहले दिल्ली मेट्रो का संचालन शुरू हुआ था। 24 दिसंबर 2002 को दिल्ली मेट्रो की पहली ट्रेन ने 8.4 किलोमीटर लंबे शाहदरा–तीसहजारी कारिडोर पर रफ्तार भरी थी। फेज वन के पहले कारिडोर में सिर्फ 6 स्टेशन थे, तब किसी ने सोचा नहीं होगा कि दिल्ली मेट्रो इतनी तेज रफ्तार से दौड़ेगी कि राजधानी और एनसीआर के 30 लाख से अधिक लोगों की लाइफलाइन बन जाएगी। 19 साल पहले 6 मेट्रो स्टेशन से शुरू हुआ दिल्ली मेट्रो रेल निगम का सफर 300 मेट्रो स्टेशन तक पहुंच जाएगा। यह सच हो गया है और आने वाले कुछ सालों में चौथे फेज का काम पूरा होते दिल्ली मेट्रो का रेल नेटवर्क लंदन से भी बड़ा हो जाएगा।

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डीएमआरसी को उम्मीद और उसकी कोशिश है कि आने वाले आधा दशक में बीजिंग मेट्रो को भी पीछे छोड़ दिया जाएगा।  फिलहाल दिल्ली मेट्रो का कुल नेटवर्क 390 किलोमीटर है और कुल स्टेशन 286 हो गए हैं। चौथे फेज की परियोजनाएं पूरी होने पर दिल्ली मेट्रो का नेटवर्क 450 किलोमीटर से अधिक हो जाएगा। तब यात्रियों के सफर का आंकड़ा 71.26 लाख पहुंच जाएगा।

3 राज्यों के दर्जनभर शहरों में रफ्तार भरती है दिल्ली मेट्रो

वर्तमान में दिल्ली मेट्रो का रेल नेटवर्क 390 किलोमीटर लंबा हो गया है। इनमें इसमें 11 कारिडोर (नोएडा-ग्रेटर नोएडा सहित) पर 285 स्टेशन हैं। दिल्ली मेट्रो नेटवर्क पर कोविड संक्रमण से पूर्व रोजाना लगभग 60 लाख यात्राएं पूरी की जाती रही थीं, जिससे यह नेटवर्क दिल्ली-एनसीआर की लाइफलाइन बन चुका है। दिल्ली मेट्रो अब गाजियाबाद, नोएडा, गुरुग्राम, फरीदाबाद और बहादुरगढ़ में रफ्तार भरती है।

हर आधा किलोमीटर पर उपलब्ध होगा मेट्रो स्टेशन

डीएमआरसी के वरिष्ठ अधिकारियों की मानें तो कोरोना वायरस संक्रमण ने दिल्ली मेट्रो के विस्तार में स्पीड ब्रेकर का काम किया है, लेकिन हमारी तेज गति से दौड़ फिर शुरू हो गई है। उनेके अनुसार दिल्ली मेट्रो के विस्तार की योजना को कुछ इस तरह तैयार किया है कि अगले 2 साल से भी कम समय राजधानी दिल्ली के लोगों को प्रत्येकि आधे किलोमीटर में एक मेट्रो स्टेशन उपलब्ध होगा। दरअसल चौथे फेज का काम जारी है और इसके पूरा होते है दिल्ली मेट्रो रेल नेटवर्क के मामले में लंदन से भी आगे हो जाएगा।

विश्व का तीसरा सबसे लंबा रेल नेटवर्क दिल्ली मेट्रो

अधिकतम 2 साल में दिल्ली मेट्रो रेल निगम का रेल नेटवर्क 490 किलोमीटर का होगा। इसके साथ दिल्ली मेट्रो दुनिया का तीसरा सबसे लंबा नेटवर्क बन जाएगा। फिलहाल दुनिया का सबसे लंबा रेल नेटवर्क शंघाई का है। इसकी लंबाई तकरीबन 588 किलोमीटर है। वहीं, दूसरे स्थान पर बीजिंग मेट्रो है, जिसका रेल नेटवर्क 554 किलोमीटर लंबा है। दिल्ली मेट्रो 390 किलोमीटर लंबे मेट्रो रेल नेटवर्क के साथ लंदन मेट्रो से सिर्फ 100 किलोमीटर दूर है।

ये शहर हैं दिल्ली मेट्रो से आगे

  • शंघाई
  • बीजिंग
  • लंदन
  • न्यूयार्क
  • मास्को
  • सियोल
  • मैड्रिड
  • मैक्सिको
  • पेरिस

यहां पर बता दें कि चौथे फेज के पूरा होते ही दिल्ली मेट्रो न्यूयार्क, मास्को, सियोल, मादरिद, मैक्सिको और पेरिस मेट्रो को पीछे छोड़ते हुए विश्व का चौथा सबसे लंबा मेट्रो नेटवर्क होगा।

चौथे फेज के बाद बदल जाएगा दिल्ली का सफर

डीएमआरसी के अधिकारियों की मानें तो चौथे फेज में दिल्ली में छह मेट्रो कारिडोर का निर्माण होना है, जिनमें से तीन पर काम जोरों से चल रहा है। इन 6 कारिडोर की कुल लंबाई करीब 108 किलोमीटर है। इसके तहत 78 नए स्टेशन बनेंगे। चौथे फेज की परियोजनाएं पूरी होने पर दिल्ली मेट्रो का नेटवर्क लंदन ट्यूब से बड़ा हो जाएगा। लंदन की मेट्रो को लंदन ट्यूब के नाम से ही जाना जाता है। चौथे फेज का निर्माण पूरा होते ही दिल्ली में सफर का अंदाज बदल जाएगा, क्योंकि दिल्ली में मेट्रो ट्रेनों का पूरा जाल बिछ चुका होगा।

फिलहाल 390 किलोमीटर है मेट्रो का नेटवर्क

गौरतलब है कि लंदन ट्यूब का निर्माण साल 1963 में शुरू हुआ था। इसके साथ ही लंदन मेट्रो का रेल नेटवर्क फिलहाल 402 किलोमीटर है, जबकि टोक्यो सब-वे का नेटवर्क लंदन मेट्रो से कम है यानी 304 किलोमीटर है। दिल्ली में वर्ष 2002 में पहली मेट्रो चली थी। इन 19 सालों में ही दिल्ली मेट्रो का नेटवर्क 390 किलोमीटर हो गया है और 286 स्टेशन हैं।

यह भी जानें

  • दिल्ली मेट्रो 3 मई 1995 को अस्तित्व में आई थी।
  • ढाई दशक के दौरान दिल्ली मेट्रो रेल निगम ने 390 किलोमीटर लंबा नेटवर्क स्थापित कर लगभग 30 लाख लोगों के आवागमन को सुगम बनाया है।
  •  24 दिसंबर 2002 को दिल्ली मेट्रो की पहली ट्रेन 8.4 किलोमीटर लंबे शाहदरा – तीसहजारी कारिडोर पर दौड़ी थी।
  • दिल्ली मेट्रो के फेज वन के पहले कारिडोर में सिर्फ स्टेशन थे।
  • 11 नवंबर 2006 में पहले फेज के अंतिम कॉरीडोर (बाराखंभा से इंद्रप्रस्थ) के बीच मेट्रो ट्रेन का परिचालन शुरू हुआ।
  • 6 सितंबर 2015 को 30 किलोमीटर लंबे कारिडोर का परिचालन शुरू करने के साथ दिल्ली मेट्रो ने अपने नेटवर्क का विस्तार 213 किलोमीटर तक किया था।
  • डीएमआरसी 6 कारिडोर का निर्माण फेज चार के तहत कर रहा है। यह फेज करीब 95.86 किलोमीटर लंबा होगा। इसमें 31.47 किलोमीटर भूमिगत और 64.39 किलोमीटर एलिवेटेड मेट्रो रेल नेटवर्क तैयार किया जाएगा। साथ ही 75 मेट्रो स्टेशन तैयार किए जाएंगे। इसमें 27 भूमिगत और 48 एलिवेटेड स्टेशन शामिल होंगे।

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