Delhi Weather Update News: आ गया मानसून के विदा होने के समय, जानिये- क्यों हफ्तेभर परेशान होंगे करोड़ों लोग
Delhi Weather Update News भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार सोमवार व मंगलवार को आकाश में हल्के बादल छाए रह सकते हैं लेकिन अब बारिश होने की संभावना नहीं है। छह अक्टूबर से आकाश भी साफ हो जाएगा। लिहाजा इस सप्ताह मानसून विदा हो जाएगा।
नई दिल्ली [रणविजय सिंह]। मानसून की बारिश थमने के बाद राजधानी दिल्ली और एनसीआर में उमस भरी गर्मी बढ़ गई है। सोमवार सुबह भी दफ्तर और अन्य कामों से निकले लोग पसीने के तर नजर आए। इसका कारण यह है कि अधिकतम तापमान सामान्य से दो डिग्री अधिक व न्यूनतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री सेल्सियस अधिक पहुंच गया। इस वजह से गर्मी महसूस की गई। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, सोमवार व मंगलवार को आकाश में हल्के बादल छाए रह सकते हैं, लेकिन अब बारिश होने की संभावना नहीं है। छह अक्टूबर से आकाश भी साफ हो जाएगा। लिहाजा इस सप्ताह मानसून विदा हो जाएगा।
मौसम विभाग के अनुसार, रविवार को दिल्ली में अधिकतम तापमान 36.2 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 26.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। आकाश भी साफ रहा और दिन में तेज धूप खिली रही। शनिवार को अधिकतम 35.7 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 26.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। इसकी तुलना में तापमान में थोड़ी बढ़ोतरी दर्ज की गई।
मौसम विभाग के अनुसार सोमवार को अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है और पूरे सप्ताह उमस भरी गर्मी हो सकती है।
दिल्ली एनसीआर में मध्यम श्रेणी में हवा की गुणवत्ता
दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण के स्तर में आंशिक सुधार हुआ है लेकिन हवा की गुणवत्ता मध्यम श्रेणी में बनी हुई है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली का एयर इंडेक्स 105, फरीदाबाद का 106, गाजियाबाद का 150, ग्रेटर नोएडा का 124 व नोएडा का एयर इंडेक्स 105 दर्ज किया गया, जो मध्यम श्रेणी में है। गुरुग्राम का एयर इंडेक्स 92 रहा। इस वजह से गुरुग्राम में हवा की गुणवत्ता संतोषजनक श्रेणी में रही।
एक दिन पहले दिल्ली का एयर इंडेक्स 125, फरीदाबाद का 159, गाजियाबाद का 180, नोएडा का 121, ग्रेटर नोएडा का एयर इंडेक्स 204 व गुरुग्राम का एयर इंडेक्स 118 दर्ज किया गया था।
सफर इंडिया के अनुसार उत्तर पश्चिमी शुष्क हवा व स्थानीय धूलकण के कारण वातावरण में पार्टिकुलेट मैटर-10 (पीएम-10) की मात्रा सामान्य से अधिक है। इस वजह से हवा की गुणवत्ता मध्यम श्रेणी में है। अगले तीन दिन तक यही स्थिति रहेगी। फिलहाल प्रदूषण में पराली पराली जलाने की भूमिका नहीं है।