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जानें कहां पार्किंग शुल्क के दाम हुए दोगुने

पांच महीने पहले एनडीएमसी द्वारा प्रति घंटे पार्किग शुल्क को दोगुने से अधिक किए जाने से बंगाली मार्केट के दुकानदार नाराज हैं।

By Pooja SinghEdited By: Published: Tue, 14 Jan 2020 04:40 PM (IST)Updated: Tue, 14 Jan 2020 04:40 PM (IST)
जानें कहां पार्किंग शुल्क के दाम हुए दोगुने
जानें कहां पार्किंग शुल्क के दाम हुए दोगुने

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता: पांच महीने पहले एनडीएमसी द्वारा प्रति घंटे पार्किग शुल्क को दोगुने से अधिक किए जाने से बंगाली मार्केट के दुकानदार नाराज हैं। बंगाली मार्केट ट्रेडर्स एसोसिएशन का कहना है कि इसकी वजह से उनका व्यवसाय पचास फीसद कम हो गया है। हालांकि दिसंबर, 2019 में एसोसिएशन ने इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था, जिसके चलते अभी पार्किग शुल्क नहीं वसूला जा रहा है।

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दुकानदारों का कहना है कि ऐसा चुनाव के चलते हुआ है। चुनाव के बाद स्थिति फिर जस की तस हो जाएगी। गौरतलब है कि जुलाई, 2019 में एनडीएमसी ने पार्किग शुल्क को 20 रुपये प्रति घंटे से बढ़ाकर 50 रुपये प्रति घंटे कर दिया था। पार्किग के लिए 50 रुपये प्रति घंटे का भुगतान करने से बचने के लिए बंगाली मार्केट में आने वाले लोगों ने क्षेत्र के आसपास की सड़कों पर अवैध रूप से अपनी कारों को पार्क करना शुरू कर दिया है। मुख्यमंत्री व क्षेत्र के विधायक अर¨वद केजरीवाल और सांसद मीनाक्षी लेखी से लिखित में शिकायत करने के बाद भी अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई है।

दुकानदारों ने बताया कि जुलाई, 2019 से पहले पार्किग शुल्क वसूलने के लिए एसोसिएशन ने अपने स्तर पर लड़कों को लगा रखा था। सबकुछ ठीक चल रहा था, लेकिन एनडीएमसी द्वारा हस्तक्षेप करने के बाद उन लड़कों के साथ-साथ उनके परिवार की रोजी-रोटी भी छिन गई। मंडी हाउस के पास स्थित बंगाली मार्केट भारत के सबसे पुराने और लोकप्रिय बाजारों में से एक है। बाजार का वास्तविक नाम बंगाली माल मार्केट है, लेकिन वर्षो से इसे सिर्फ बंगाली मार्केट के रूप में जाना जाता है। यह दिल्ली का दिल कह जाने वाले कनॉट प्लेस से कुछ किलोमीटर की दूरी पर है। इसे 1930 में बंगाली मल ने बनवाया था। यह मार्केट स्ट्रीट फूड और मिठाइयां बेचने वाली दुकानों, जैसे कि नाथू की मिठाई और बंगाली स्वीट हाउस के लिए प्रसिद्ध है।

बंगाली मार्केट में पार्किग की हो रही समस्या 

यहां पर पार्किग की समस्या को छोड़कर सब कुछ ठीक है। पिछले पांच महीने में दुकानदारों को काफी नुकसान उठाना पड़ा है। आगामी सरकार से हमारी मांग है कि इस समस्या का जल्द से जल्द निवारण हो, ताकि यहां पर आने वाले लोगों को कोई परेशानी न उठानी पड़े। मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने एसोसिएशन को 48 हजार रुपये महीने के शुल्क पर पार्किग दी थी। जो बढ़ते-बढ़ते दो लाख रुपये पर आ गई। हमें फिर भी कोई समस्या नहीं थी लेकिन जुलाई से शुल्क में दोगुनी बढ़ोतरी से दुकानदारों पर असर पड़ रहा है। हमसे कहा गया है कि दो महीने के अंदर पार्किग की समस्या ठीक हो जाएगी जो कि अबतक नहीं हुई। एसोसिएशन को एनडीएमसी से अभी कोई भी लिखित पत्र नहीं मिला है, जिसमें कहा गया हो कि प्रति घंटे पार्किग शुल्क 20 रुपये वसूला जाएगा।


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