जानिए करोलबाग विधानसभा का इतिहास, क्या-क्या है चुनाव में प्रमुख मुद्दे
करोलबाग विधानसभा चुनाव में भी तमाम स्थानीय मुद्दे हावी रहेंगे।
विधानसभा क्षेत्र -23
करोलबाग
करोलबाग विधानसभा नई दिल्ली लोकसभा क्षेत्र में आता है। 1961 में
इस विधानसभा का गठन हुआ था। 19 फरवरी 2008 को आई अध्यक्षीय अधिसूचना के बाद इस विधानसभा को सीमित किया गया। इस क्षेत्र को केवल अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित किया गया। यहां रेलवे स्टेशन से लेकर सरकारी अस्पताल व डीयू कॉलेज स्थित है।
प्रमुख इलाके
बापा नगर, देव नगर, टैंक रोड, जगजीवन निवास, कृष्ण नगर, रैगरपुरा, संत नगर, प्यारे लाल रोड, रामजस रोड, सराय रोहिल्ला, रैगरपुरा, 5सी ब्लॉक, 1सी, 2सी, 3सी, 4सी, रोहतक रोड, रतन नगर, तिबिया कॉलेज, मानक पुरा, डोरीवालान, सिद्धीपुरा, जोशी रोड, पार्क एरिया, अशोका पहाड़ी, फैज रोड, मोतिया खान, 11 समाज,
राम कुमार मार्ग, झंडेवालान, पहाड़गंज, लड्डू घाटी, पहाड़गंज, आराम बाग, मेन बाजार पहाड़गंज, मुंजे चौक, बीडनपुरा, नाईवालान, सरस्वती रोड, विष्णु मंदिर मार्ग व शिव नगर।
क्षेत्र की विशेषता
यह विधानसभा नई दिल्ली लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है। यहां दिल्ली जल बोर्ड के मुख्यालय से लेकर नई दिल्ली रेलवे स्टेशन, दो सरकारी अस्पताल व दो सरकारी कॉलेज स्थित हैं। इसके अलावा होटलगंज नाम से मशहूर पहाड़गंज भी इसी विधानसभा क्षेत्र में आता है, जहां दिल्ली आने वाले हजारों देशी-विदेशी सैलानी
ठहरते हैं।
क्षेत्र के पार्षद
राजेश लावड़िया करोलबाग (बीजेपी)
बबीता भरीज पहाड़गंज (बीजेपी)
सुशीला खोरवाल देव नगर (कांग्रेस)
जनता की राय
-प्रमुख बाजारों के आसपास ही अतिक्रमण देखने को मिल जाएगा। इस वजह से यहां के प्रमुख बाजारों में पहुंचने
वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है, यह हालात तब हैं जब अतिक्रमण को लेकर अभियान भी चला, लेकिन फिर वही हालात हम सबके सामने है। सरबजीत सिंह
क्षेत्र में कई सड़कों की हालत खराब है। इस वजह से आए दिन लोग गिरकर चोटिल होते रहते हैं। सबसे ज्यादा परेशानी बच्चों व बुजुर्गों को होती है। इस संबंध में कई बार शिकायत भी की, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ है। नेताओं को जमीनी स्तर पर उतरकर काम करने की आवश्यकता है। बालन मणी
यहां पर विभिन्न इलाकों में तारों का जंजाल भी देखने को मिल जाएगा। इस वजह से लोगों के मन में डर बना रहता है। करोलबाग क्षेत्र में अग्निकांड की दो बड़ी घटना बीडनपुरा व अर्पित होटल कांड घटित हो चुका है। इस क्षेत्र से तारों का जंजाल पूरी तरह से खत्म होना चाहिए ताकि लोगों को राहत मिल सके। मुरली मणी
कई इलाकों में सफाई की व्यवस्था भी राम भरोसे है। कई कूड़ाघर के बाहर कई दिनों तक कूड़ा सड़ता रहता है। इससे बीमारियां भी फैलने का खतरा बना रहता है। एक तरफ जहां देशभर में स्वच्छता अभियान चल रहा है। वहीं, दूसरी ओर यहां पर गंदगी देखने को मिल जाएगी। राहुल पंगासा
पिछले विधानसभा चुनाव
(2015) के आंकड़े
योगेंद्र चंदोलिया (भाजपा)
विशेष रवि (आप) विजयी
67,429
34,549
प्रमुख मुद्दे
यहां विभिन्न इलाकों में सड़कों की हालत ठीक नहीं है। इस वजह से लोगों को परेशानी होती है। किसी-किसी जगह तो सड़कें इतनी बुरी हालत में हैं कि राहगीरगिरकर चोटिल तक हो जाते हैं।
यहां के कई इलाकों में तारों का जंजाल बसा हुआ है। इस वजह से लोगों को हादसे होने का डर लगा रहता है। पहाड़गंज में तारों की सबसे अधिक देखने को मिल जाएगी। यहां की संकरी गलियों में बने होटलों के आगे भी तारों का भरमार है।
स्वच्छता के मामले में भी यहां पर सफाई नहीं दिखती है। यही कारण है कि यहां की गलियों में घूमने पर गंदगी देखने को मिल जाएगी। सफाई को लेकर भी लोगों की शिकायत
रहती है।
अतिक्रमण को लेकर भी लोग शिकायत करते रहते हैं। उनका कहना है कि यहां के प्रमुख बाजारों के आसपास भी अतिक्रमण रहता है। इस वजह से बाजारों में पहुंचने वाले लोगों को परेशानी होती है।