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CAA Delhi Protest: गीली बोरी से ढंक रहे थे आंसू गैस के गोले, पुलिस से बचने के लिए अपनाया तरीका

CAA Delhi Protest ऐसा कई बार देखा गया जब पुलिस कई मोर्चाें पर कमजोर दिखी तो उसे ही प्रदर्शनकारियों का सहयोग लेना पड़ा।

By JP YadavEdited By: Published: Tue, 25 Feb 2020 10:12 AM (IST)Updated: Tue, 25 Feb 2020 10:12 AM (IST)
CAA Delhi Protest: गीली बोरी से ढंक रहे थे आंसू गैस के गोले, पुलिस से बचने के लिए अपनाया तरीका
CAA Delhi Protest: गीली बोरी से ढंक रहे थे आंसू गैस के गोले, पुलिस से बचने के लिए अपनाया तरीका

नई दिल्ली [शुजाउद्दीन]। सोमवार सुबह जाफराबाद रोड पर अजीब सी खामोशी थी। आम लोगों जिधर भी जा रहे थे, उन्हें वहां से भगाया जा रहा था। जो भी आवाज उठाने की कोशिश कर रहा था, उसे पीटा जा रहा था। वहीं जाफराबाद रोड पर सीएए के समर्थन और विरोध में लोग धरने पर बैठे थे। इसके बाद करीब 10:30 जाफराबाद रोड पर हिंसा शुरू हुई, जबकि 11 बजे कबीर नगर की ओर से एक पक्ष की ओर से मौजपुर के लोगों पर पत्थर फेंके जाते हैं। इसके बाद दोनों की ओर से पथराव शुरू हो गया। इस बीच दोनों तरफ से नारेबाजी हो रही थी। ऐसा कई बार देखा गया जब पुलिस कई मोर्चाें पर कमजोर दिखी तो उसे ही प्रदर्शनकारियों का सहयोग लेना पड़ा। इसके बाद अर्धसैनिक बल ने मोर्चा संभाला और प्रदर्शनकारियों पर लाठियां बरसाईं। भीड़ को खदड़ने के लिए पुलिस आंसू गैस के गोले छोड़ती रही, जैसे ही गोला प्रदर्शनकारियों के पास जाकर गिरता वह दूर भागने के बजाय एक गीली बोरी लेकर दौड़ पड़ते और गोले को ढक देते, ताकि उसकी गैस फैल न सके।

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गलियों से भी हुई पत्थरबाजी

रविवार को सिर्फ सड़कों पर ही पत्थरबाजी हो रही थी। सोमवार को कबीर नगर, मौजपुर, करावल नगर, शेरपुर की गलियों से भी पत्थरबाजी हो रही थी। पुलिस मुख्य रोड के पत्थरबाजों से निपटकर सांस भी नहीं ले पाती, उससे पहले गलियों से पथराव शुरू हो जाता। सुरक्षाकर्मी जब तक एक गली में स्थिति नियंत्रित करते तब तक दूसरी गली में पथराव शुरू हो जाता। इस बार घरों की छतों से महिलाएं भी पथराव कर रही थीं। पत्थरबाजों ने पुलिस पर पेट्रोल बम और मिर्च के पानी से भरी कांच की बोतलें तक फेंकीं।

मौजपुर चौक पर चलता रहा हनुमान चालीसा का पाठ

मौजपुर चौक पर लोग रविवार सुबह से ही हनुमान चालीसा का पाठ कर रहे थे। दिनभर कबीर नगर और जाफराबाद की ओर से पथराव हो रहा था। इसके बाद भी लोग चौक पर डटे रहे। लगातार धार्मिक नारे गूंजते रहे। विभिन्न संगठनों व राजनीतिक पार्टी के नेता यहां पहुंचते रहे। सीएए विरोधियों की तर्ज पर समर्थन में कई महिलाएं यहां आकर बैठ गईं।

हिंसा के बाद भी जाफराबाद मेट्रो के नीचे डटी हैं महिलाएं

इलाके में हिंसक प्रदर्शन के बाद भी जाफराबाद रोड पर महिलाएं धरने पर बैठी हुई हैं। जैसे जैसै सूरज चढ़ता गया, वैसे-वैसे यहां महिलाओं की संख्या बढ़ती चली गई। यहां से कुछ ही दूरी पर सोमवार को गोलियां चली, लेकिन महिलाएं यहां से नहीं हटी।

चांद बाग में आमने सामने पुलिस और प्रदर्शनकारी

वजीराबाद रोड पर दोपहर 1 बजे पुलिसकर्मी और प्रदर्शनकारी आमने सामने आ गए। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर जमकर पत्थर बरसाए। प्रदर्शनकारियों ने देखते ही देखते वाहनों में आग लगानी शुरू कर दी। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस को तीन साइड से घेर लिया, यहां प्रदर्शनकारी पुलिस पर हावी रहे। जब अर्धसैनिक बल पहुंचा तब प्रदर्शनकारियों को खदेड़ा गया।

अर्धसैनिक बल के जाते ही करावल नगर में शुरू हो गई पत्थरबाजी

करावल नगर के शेरपुर चौक पर रविवार रात पथराव व आगजनी से माहौल सोमवार को मौहाल तनावपूर्ण था। सुबह के वक्त अर्धसैनिक बल भी यहां पर तैनात किया गया था। अचानक से बल चला गया। इसके कुछ देर के बाद ही सड़क पर पथराव शुरू हो गया। प्रदर्शनकारियों ने दुकानें और शोरूम तक लूट लिए। जमकर फायरिंग भी हुई। चांद बाग, मुस्तफाबाद, ब्रह्मपुरी, जाफराबाद, शेरपुर चौक, वेलकम, नूर ए इलाही, खजूरी में अंजान लोग पहुंचते रहे और लोगों को डराते रहे।

सीएए के समर्थन में शामली से आया युवक

सीएए के समर्थन में मौजपुर चौक पर शामली, उत्तरप्रदेश से विजय हंिदूुस्तानी नामक युवक भी पहुंचा। विजय ने अपनी पीठ पर पुलवामा के शहीदों के नाम भी लिखे हुए थे।


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