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जानिए सागर धनखड़ हत्याकांड में पुलिस ने ओलंपियन सुशील समेत कितने लोगों को बनाया आरोपित

सागर धनखड़ हत्याकांड-4 मई की रात मॉडल टाउन स्थित छत्रसाल स्टेडियम की पार्किंग में बेरहमी से पिटाई करने से हुई थी। इनके खिलाफ आगामी 3 अगस्त से पूर्व क्राइम ब्रांच आरोप पत्र दायर कर सकती है। पुलिस सूत्रों की मानें तो इनके खिलाफ मुख्य तौर पर इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य मिले हैं।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Published: Mon, 26 Jul 2021 02:38 PM (IST)Updated: Mon, 26 Jul 2021 02:38 PM (IST)
जानिए सागर धनखड़ हत्याकांड में पुलिस ने ओलंपियन सुशील समेत कितने लोगों को बनाया आरोपित
सुशील ने किस तरह से वारदात की साजिश रची और अपने खास के जरिए इस वारदात को अंजाम दिया।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। पहलवान सागर धनखड़ हत्याकांड में क्राइम ब्रांच की तफ्तीश लगभग पूरी हो चुकी है। मामले में ओलंपियन सुशील कुमार समेत कुल 18 आरोपित बनाए गए हैं, जिनमें 14 को पुलिस अबतक गिरफ्तार कर चुकी है। वे सभी तिहाड़ जेल में बंद हैं। इनके खिलाफ आगामी 3 अगस्त से पूर्व क्राइम ब्रांच आरोप पत्र दायर कर सकती है। पुलिस सूत्रों की मानें तो इनके खिलाफ मुख्य तौर पर इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य मिले हैं। सुशील ने किस तरह से वारदात की साजिश रची और अपने खास सहयोगी अजय सहरावत के जरिए घटना वाली रात वारदात को अंजाम देने के लिए दिल्ली, हरियाणा व पंजाब से पहलवानों व गैंगस्टर नीरज बवाना व काला जठेड़ी के गुर्गों को दिल्ली बुलाया था।

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आरोप पत्र में सभी के मोबाइल से साजिश की कड़ी को जोड़ा गया है। पुलिस अधिकारी का कहना है कि जो आरोपित अभी गिरफ्तार नहीं किए गए हैं उनकी गिरफ्तारी के बाद पूरक आरोप पत्र दायर किया जाएगा। आरोप पत्र में कहा गया है कि सुशील का मॉडल टाउन दो स्थित पत्नी सावी के नाम वाले विवादित फ्लैट में सागर व उसके दोस्तों द्वारा हिस्सा मांगने को लेकर ही झगड़े की शुरुआत हुई थी। बाद में कई अन्य मसले पर भी इनके बीच विवाद बढ़ता चला गया।

सुशील का पहलवानों के बीच वर्चस्व था। उसे सागर व उसके साथियों की सीनाजोरी खटकने लगा था। उसे ऐसा लगने लगा था कि अगर इन्हें सबक न सिखाया जाए तब उसका वर्चस्व खत्म हो सकता है। इसलिए सबक सिखाने के लिए सुशील ने हरियाणा, पंजाब व दिल्ली से बदमाशों व पहलवानों को इकट्ठा कर हथियार व डंडा जुटाए उसके बाद 4 मई की देर रात सागर समेत पांचों पहलवानों को उनके घरों से उठाकर छत्रसाल स्टेडियम लाकर बेरहमी से पिटाई की थी। सुशील के कहने पर वारदात में शामिल प्रिंस दलाल ने अपने मोबाइल से पिटाई करते हुए वीडियो बनाया था। वीडियो बनाने का मकसद उसे पहलवानों के बीच वायरल करना था ताकि कोई और पहलवान भविष्य में सुशील के हुक्म पर आवाज न उठा पाए।

पहलवानों में दहशत कायम करने के लिए पूरी योजना के तहत वारदात को अंजाम दिया गया। पुलिस ने वारदात वाली रात ही मौके से प्रिंस दलाल को दबोच उसका मोबाइल जब्त कर लिया था। मोबाइल में पिटाई के कई वीडियो मिले थे, जो सुशील के कहने पर बनाए गए थे। वीडियो को पुलिस ने अहम सुबूत बनाया है। आरोप पत्र में बताया गया है कि मॉडल टाउन के डी ब्लॉक में किन्हीं दो भाइयों की पैतृक प्रॉपर्टी (फ्लैट) थी। मॉडल टाउन के कुछ प्रॉपर्टी माफिया के जरिए एक भाई ने सुशील को अवैध तरीके से कब्जा दे दिया था। सुशील ने उक्त फ्लैट को फर्जी तरीके से पत्नी के नाम करा लिया था। फ्लैट के मालिकाना हक को लेकर कोई आवाज न उठा पाए इसके लिए सुशील ने उसमें सागर व सोनू महाल को रहने के लिए दे दिया था।

इन दोनों ने अपने साथ तीन अन्य पहलवानों को भी रख लिया था। मामला शांत होने पर सुशील जब सोनू व सागर से फ्लैट खाली कर देने को कहा तब ये प्रॉपर्टी में हिस्से की मांग करने लगे थे। हालांकि काफी दबाव बनाने पर घटना से एक सप्ताह पहले इन्होंने फ्लैट खाली कर दिया था, लेकिन इनकी हरकतों से सुशील काफी गुस्से व तनाव में था। सोनू महाल की उज्बेकिस्तान की एक महिला मित्र अक्सर उसके फ्लैट में आती थी। मार्च में सोनू ने उक्त फ्लैट में युवती का बर्थडे पार्टी मनाया था। एक दिन अचानक अजय सहरावत जब सोनू व सागर से फ्लैट खाली कर देने की बात कहने वहां पहुंचा, तब वहां युवती अकेले थी। उसने युवती के साथ गाली-गलोच की थी।

इसको लेकर भी सोनू व सागर ने अजय को फोन कर देख लेने की धमकी दी थी। घटना से एक दिन पहले तीन मई को सागर, सोनू व अन्य से छत्रसाल स्टेडियम में किसी बात को लेकर झगड़ा होने पर इन्होंने सुशील को अपमानित किया था। इस तरह के कई अन्य कारणों से खफा होकर सुशील ने सबक सिखाने के लिए पहलवानों की पिटाई की थी।


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