प्रदूषण को हराने के लिए अपनाएं ये उपाय, हर हाल में जीत होगी आपकी
प्रदूषण के साथ बढ़ती ठंड में स्मॉग नीचे जमीन पर मौजूद हवा पर हावी हो जाता है और जम जाता है। इसके चलते दमा और सांस के मरीजों को सांस लेना दूभर हो जाता है।
नई दिल्ली, जेेएनएन। दिवाली के अगले दिन दिल्ली-एनसीआर में स्मॉग की मोटी चादर बिछ गई है। दिल्ली के आनंद विहार और मेजर ध्यानचंद स्टेडियम जैसे इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 999 दर्ज किया गया है, वहीं चाणक्यपुरी में 459 दर्ज की गई। खतरनाक स्तर पर पहुंचे प्रदूषण को कम करने के लिए लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) ने आनंद विहार इलाके में पानी का छिड़काव किया। वहीं, पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण प्राधिकरण (EPCA) ने भी कई कदम उठाए हैं। बावजूद इसके लोगों को सतर्क रहने के साथ अपने स्वास्थ्य के प्रति सचेत भी रहने की जरूरत है।
दिल्ली-एनसीआर में स्मॉग का सबसे ज्यादा दुष्प्रभाव अस्थमा और सांस से जुड़ी बीमारी से पीड़ित लोगों पर पड़ता है। जाहिर है इससे सबसे ज्यादा बच्चों और बुजुर्गों प्रभावित होते हैं। प्रदूषण के साथ बढ़ती ठंड में स्मॉग नीचे जमीन पर मौजूद हवा पर हावी हो जाता है और जम जाता है। इसके चलते दमा और सांस के मरीजों को सांस लेना दूभर हो जाता है। कुलमिलाकर स्मॉग से फेफड़ों तक हवा पहुंचाने वाली ट्यूब में रुकावट, सूजन, रुखापन या कफ जैसी समस्या पैदो हो जाती है।
अस्थमा रोगियों के लिए जरूरी हिदायत
- अस्थमा के रोगियों को स्मॉग से हरसंभव कोशिश कर बचना चाहिए।
- अस्थमा रोगियों को डीएमसी या अन्य अधिकृत एजेंसी द्वारा जारी चेतावनी और सूचनाओं के अनुसार अपनी दिनचर्या बनानी चाहिए।
- हवा अधिक प्रदूषित हो तो घर में रहने की कोशिश करें।
- अगर बाहर जाना जरूरी है तो पूरी सतर्कता का पालन करें, अपने मुंह पर मास्क लगाएं।
- अस्थमा पीड़ित अपनी दवाइयां और इन्हेलर साथ रखें और जरूरत पड़ने पर इस्तेमाल करें।
- सिर्फ अस्थमा के मरीज ही नहीं, अन्य लोग भी इन नियमों का पालन करना चाहिए।
- अस्थमा के रोगियों को खासकर बच्चों को स्मॉग से बचने के लिए मॉस्क पहनाएं।
- बच्चे अगर घर से बाहर जा रहे हैं तो बिना मॉस्क के न जाएं।
सुबह एक्सरसाइज करें, लेकिन इन बातों का रखें ध्यान
- स्मॉग की स्थिति में सुबह जल्दी व्यायाम कर लें, क्योंकि सूर्य की किरणों के साथ स्मॉग और भी खतरनाक हो जाता है।
- हवा में प्रदूषण की मात्रा अधिक हो तो घर के अंदर ही व्यायाम करें।
- घर के बाहर पार्क में जाकर व्यायाम करने से बचें।
- दिवाली के बाद बदले हालात में आम लोगों को भी मास्क पहनना चाहिए।
- खिड़की-दरवाजे खोलने से पहले बाहर की हवा की गुणवत्ता जांच लें।
घर में ये सावधानी बरतें और अपनाएं कुछ उपाय
- हवा शुद्ध करने वाले पौधे घर के भीतर गमलों में लगाएं।
- वीपिंग फिग, पीस लिलि, फैलेमिंगो फ्लॉवर, एस्परागस फर्न और डेविल्स आईवी जैसे पौधे लगाएं। ये हवा को स्वच्छ करते हैं।
- मौजूदा समय में सस्ते और सजिर्कल मास्क से राहत नहीं मिलेगी। ऐसे में मास्क ऐसे लगाएं, जिसमें कार्बन फिल्टर लेयर हो और चेहरे को अच्छे से ढके।
- पानी की मात्रा बढ़ा दें क्योंकि पानी शरीर में ज्यादा होने पर कफ जैसी समस्या नहीं रहेगी।