Move to Jagran APP

ख़ुद के सर्वे में AAP का दिल्ली की सातों लोकसभा सीटें जीतने का दावा

सर्वे में दिल्ली की सातों लोकसभा सीटें AAP के खाते में जाती बताई है। इसके साथ ही भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव से भाजपा को नुकसान होने की बात भी सामने आई है।

By JP YadavEdited By: Published: Fri, 08 Mar 2019 08:00 AM (IST)Updated: Fri, 08 Mar 2019 01:56 PM (IST)
ख़ुद के सर्वे में AAP का दिल्ली की सातों लोकसभा सीटें जीतने का दावा

नई दिल्ली, जेएनएन। आम आदमी पार्टी (AAP) के एक सर्वे में 81 फीसद दिल्ली वासियों ने दिल्ली के लिए पूर्ण राज्य की वकालत की है। दिल्ली की सातों लोकसभा सीटें भी AAP के खाते में जाती बताई है। साथ ही भारत-पाक तनाव से भाजपा को नुकसान होने की बात भी सामने आई है। कांग्रेस से गठबंधन के इनकार के बाद यह सर्वे दिल्ली की सातों लोकसभा सीटों पर पांच और छह मार्च को कराया गया है। इस सर्वे में 18,725 लोगों से टेलीफोन के जरिये विभिन्न मुद्दों पर राय मांगी गई।

loksabha election banner

सर्वे के अनुसार, दिल्ली के 52 फीसद लोग आगामी लोकसभा चुनाव में आप को वोट देंगे। 36 फीसद लोगों ने कहा कि वह भारतीय जनता पार्टी को वोट देंगे। कांग्रेस को 7 फीसद और अन्य को 5 फीसद वोट मिलेंगे।

सर्वे में लोगों ने माना कि पिछले तीन महीनों के दौरान पूरी दिल्ली में सड़क, नाली, सीवर, क्लासरूम, फ्लाईओवर, फुट-ओवरब्रिज, पानी की नई पाइपलाइनें डलने जैसे अनेक विकास कार्यो के कारण लोगों के बीच आम आदमी पार्टी की लोकप्रियता का ग्राफ बहुत तेजी से बढ़ा है। लोगों ने यह भी माना कि फिलहाल दिल्ली में आम आदमी पार्टी के लिए 2015 विधानसभा जैसा माहौल है।

सर्वेक्षण में लोगों से दिल्ली को पूर्ण राज्य देने संबंधी मुद्दे पर भी सवाल पूछे गए। दिल्ली में 81 फीसद लोगों का कहना है कि पूर्ण राज्य मिलना चाहिए। 56 फीसद लोगों ने कहा कि वह पूर्ण राज्य के मुद्दे पर वोट करेंगे। सर्वे के मुताबिक निम्न और मध्यम वर्ग में भी आम आदमी पार्टी को समर्थन मिल रहा है। निम्न वर्ग में 78 फीसद लोग आम आदमी पार्टी को वोट करने जा रहे हैं जबकि भारतीय जनता पार्टी को इस वर्ग का 10 फीसद वोट मिलेगा जबकि कांग्रेस को छह और अन्य को भी छह फीसद वोट करेंगे।

मध्यम वर्ग के 52 फीसद लोगों ने आम आदमी पार्टी को वोट देने की बात कही। 38 फीसद लोगों ने भारतीय जनता पार्टी, आठ फीसद ने कांग्रेस जबकि दो फीसद अन्य को वोट देने की बात कह रहे हैं। सर्वे में व्यापारी वर्ग पूरी तरह से आम आदमी पार्टी के साथ नजर आया है। एक महीने पहले मुसलमानों का कुछ फीसद वोट कांग्रेस की तरफ जा रहा था, लेकिन अब 75 फीसद मुस्लिम वोट आप के साथ हैं। कांग्रेस को मुस्लिम समुदाय के बीच 14 फीसद वोट मिल रहा है जबकि 11 फीसद मुस्लिम मतदाताओं ने कहा कि अभी उन्होंने कुछ तय नहीं किया है।

सर्वे के मुताबिक भारत-पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव की वजह से भारतीय जनता पार्टी को नुकसान उठाना पड़ रहा है। 54 फीसद लोगों ने माना कि इस मामले का राजनीतिकरण करने की वजह से भारतीय जनता पार्टी को नुकसान उठाना पड़ेगा। 17 फीसद ने लोगों ने माना कि इससे भाजपा को फायदा होगा। वहीं, 29 फीसद लोगों ने कहा, इस मामले में कुछ नहीं कह सकते।

जितेंद्र कोचर (प्रवक्ता, प्रदेश कांग्रेस) की मानें तो इस सर्वे को फर्जी पार्टी का फर्जी सर्वे ही कहा जाएगा। हर जगह AAP उम्मीदवारों की जमानत जब्त होती है जबकि अपने सर्वे में यह दिल्ली की सातों सीटों पर जीत दिखा रहे हैं। विज्ञापनों की तरह ही सर्वे से भी दिल्ली की जनता को गुमराह करने का प्रयास किया गया है।

मनोज तिवारी दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी का कहना है कि  आम आदमी पार्टी के आंतरिक सर्वे में उसे लोकसभा चुनाव में आठ फीसद वोट मिल रहा है, जिससे केजरीवाल और उनकी पार्टी के नेता हताश व निराश हैं। अपनी निश्चित हार को देखकर वे कांग्रेस के सामने गठबंधन के लिए कटोरा लेकर खड़े हैं।

घर-घर पहुंचेगा सीएम केजरीवाल का संदेश

आम आदमी पार्टी के प्रदेश संयोजक एवं कैबिनेट मंत्री गोपाल राय ने कहा कि लोकसभा चुनाव के मद्देनजर दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाने के लिए पार्टी अपने अभियान का अगला चरण लांच करने जा रही है। इसके तहत पार्टी सड़कों पर एक हजार टीमें उतारेगी जो दिल्ली के घर-घर जाकर लोगों को यह बताएगी कि किस प्रकार से पूर्ण राज्य न होने की वजह से दिल्ली का विकास अधूरा है और दिल्ली के लोगों को उनके पूरे अधिकार नहीं मिल पा रहे हैं।

राय ने बताया कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली वासियों के नाम एक चिट्ठी भी लिखी है, जिसमें दिल्ली को पूर्ण राज्य की जरूरत क्यों है, यह बताया गया है। एक हजार टीमें घर-घर जाकर मुख्यमंत्री का यह संदेश पहुंचाएंगी। 10 मार्च से यह अभियान शुरू होगा। टीमें लोगों से यह भी कहेंगी कि भाजपा और कांग्रेस ने उन्हें धोखा दिया है।

गोपाल राय के मुताबिक मुख्यमंत्री ने अपनी चिट्ठी में मुख्य तौर पर 11 बिंदुओं का उल्लेख किया है, जोकि दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा मिलने के बाद संभव हो सकेंगे। आम आदमी पार्टी का यह प्रस्ताव है कि केवल नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) का क्षेत्र केंद्र सरकार के अधीन रहे, बाकी पूरी दिल्ली का कार्यभार राज्य सरकार को सौंपा जाए ताकि अन्य राज्यों की तरह पूर्ण रूप से दिल्ली की सरकार दिल्ली का विकास कर सके।

दिल्ली-एनसीआर की महत्वपूर्ण खबरें पढ़ें यहां, बस एक क्लिक पर


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.