बांग्लादेशी घुसपैठियों की वजह से खराब हो रही है दिल्ली की हवा, करते हैं ये काम
दिल्ली पुलिस के बाद अब पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण एवं संरक्षण प्राधिकरण (ईपीसीए) की भी बांग्लादेशी घुसपैठियों पर भी नजर टेढ़ी हो गई है।
नई दिल्ली [संजीव गुप्ता]। पुलिस के बाद अब पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण एवं संरक्षण प्राधिकरण (ईपीसीए) की भी बांग्लादेशी घुसपैठियों पर नजर टेढ़ी हो गई है। वजह, यह घुसपैठिए सुरक्षा के साथ-साथ पर्यावरण को भी नुकसान पहुंचा रहे हैं। इसलिए ईपीसीए की टीम जल्द ही इनकी बस्तियों का दौरा कर इनके खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित करेगी।
हवा में घोल रहे हैं जहर
दरअसल, बांग्लादेशी घुसपैठिए रात के अंधेरे में झुग्गी बस्तियों में धड़ल्ले से टायर, रबड़ और तार जला रहे हैं।इनसे एल्यूमिनियम, तांबा और लोहा निकालने के लालच में वह बड़े स्तर पर हवा में जहर घोल रहे हैं। बताया जाता है कि अकेले दिल्ली में ही करीब 685 झुग्गी क्लस्टर (बस्ती) हैं। इनमें करीब तीन लाख झुग्गियां हैं। आधे से भी अधिक झुग्गियों में बांग्लादेशी रहते हैं। पुलिस की मानें तो दिल्ली में बांग्लादेशी घुसपैठिए लाखों की संख्या में है। दिन के उजाले में यह अपराध करते हैं जबकि रात के अंधेरे में पर्यावरण को नुकसान पहुंचाते हैं।
वीडियो बनाकर भेजे गए
ईपीसीए के पास ऐसी काफी शिकायतें पहुंच रही हैं, जिनमें झुग्गी बस्तियों में रात को टायर, रबड़ और तारें जलाने के बारे में बताया गया है। कुछ शिकायतों के साथ वीडियो भी बनाकर भेजे गए हैं। ईपीसीए ने इन सभी शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए ऐसी बस्तियों का दौरा कर ऐसे मामलों में भी कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित करने की योजना बना ली है।
छठ की तैयारी पर भी निगाह
ईपीसीए की निगाह छठ पूजा के लिए जगह-जगह गाड़े जा रहे तंबुओं पर भी है। ईपीसीए का मानना है कि अस्थायी तंबुओं और घाटों की व्यवस्था के साथ-साथ वहां पर पानी, साफ-सफाई और शौचालय वगैरह की व्यवस्था भी ठीक से होनी चाहिए। अगर ऐसा नहीं हुआ तो धूल प्रदूषण से एयर इंडेक्स में वृद्धि तय है।
दौरा करेगी ईपीसीए की टीम
वहीं, डॉ. भूरेलाल (ईपीसीए, अध्यक्ष) के मुताबिक, बांग्लादेशी घुसपैठियों की बस्तियों में जल्द ही हमारी टीम रात के समय दौरा करेगी। इस दौरे के दौरान प्रदूषण फैलाने वाली उन तमाम शिकायतों की जांच की जाएगी जो ईपीसीए को मिली हैं। वहां कड़ा एक्शन भी लिया जाएगा।