देवांशी शर्मा भारत की सबसे छोटी उम्र की लेखिका, प्रेम कहानियां बनीं बेस्टसेलर
देवांशी अब तक अंग्रेजी में चार नॉवल लिख चुकी हैं, जिनमें फर्स्ट लव लास्ट फॉरएवर, नो मैटर वॉट आइ डू, और इम्पर्फेक्ट मिसफिट्स भी शामिल हैं।
नई दिल्ली (ललित कौशिक)। प्रेम की भावनाओं को शब्दों में पिरोकर कहानी में बयां करने में महारथ हासिल कर चुकी देवांशी शर्मा ने अपनी छोटी सी उम्र में वह खिताब अपने नाम कर लिया है, जिसके लिए प्रतिष्ठित लेखक लालायित रहते हैं। अब तक चार नॉवेल लिख चुकीं 22 वर्षीय देवांशी सबसे छोटी उम्र की वह लेखक बनी हैं, जिनकी सबसे अधिक किताबें बेस्टसेलर बन चुकी हैं।
प्यार में प्रेमी युगल एक-दूसरे को कैसे जीते हैं? उस पर आधारित कहानियां देवांशी पिछले कुछ सालों से लिख रही हैं। दिल्ली विश्वविद्यालय के मिरांडा हाउस से इंग्लिश ऑनर्स में स्नातक कर चुकीं देवांशी बताती हैं कि उन्हें बचपन से ही लिखने का शौक रहा है, लेकिन लिखने की असली समझ नौवीं में शुरू हुई, तब से कुछ न कुछ लिखने की आदत ने जोर पकड़ा।
बकौल देवांशी, 'मैं कई सारी कविताएं और कहानियों को शब्दों का रूप दे चुकी हूं। साथ ही हिंदी में भी लेखन करती हूं। मेरी पहली किताब वर्ष 2012 में 'अनइमैजिनेब्ली ट्रू' बाजार में आई, जो प्रेम पर आधारित थी। इसे युवाओं ने काफी पसंद किया। प्रेम में कितनी गहराई होती है, उसे पात्रों के माध्यम से इस किताब में समझाने की कोशिश की गई। लिखना एक रचनात्मकता है, जिसे शब्दों में पिरोना आना चाहिए।'
देवांशी अब तक अंग्रेजी में चार नॉवल लिख चुकी हैं, जिनमें फर्स्ट लव लास्ट फॉरएवर, नो मैटर वॉट आइ डू, और इम्पर्फेक्ट मिसफिट्स भी शामिल हैं। इम्पर्फेक्ट मिसफिट्स पिछले वर्ष बाजार में आई थी, उसमें युवा पीढ़ी को यह बताने की कोशिश की गई है कि प्यार के साथ अपने लक्ष्य को पूरा किया जा सकता है।
किताब में शेफ और एक हास्य कलाकार की कहानी को बताया गया है कि कैसे वह प्रेम में रहकर भी अपने लक्ष्य को प्राप्त करता है। वर्तमान में प्रेम के चलते युवा अपने लक्ष्य से भटक जाते हैं। प्रेम को अपनी ताकत बनाए न कि कमजोरी। देवांशी बताती हैं कि अगले वर्ष फरवरी में उनकी एक और नॉवल आने वाली है।
वहीं, ऑनलाइन किताबों की बिक्री की जो वेबसाइट है, जिन पर तमाम लेखकों की 60-70 हजार किताबें आपको मिल जाएंगी। मैं उनमें से ऐसी पहली भारतीय हूं, जिसकी किताबों की गिनती एक हजार पुस्तकों के बीच में हुई है। साथ ही मेरी किताबें बेस्टसेलर भी बनी हैं।