कोहरे में मामूली लापरवाही बन सकती है जानलेवा, रखें इन बातों का ध्यान सुरक्षित रहेगी जिंदगी
Fight Against Fog कोहरे से रात में वाहन चालकों को सबसे अधिक परेशानी होती है। कई बार अचानक सड़क पर कोहरा आ जाता है। दृश्यता कम होने से वाहन चालक को सामने दूर तक दिखाई नहीं देता है।
नई दिल्ली/ नोएडा [सुरेंद्र राम]। Fight Against Fog ठंड की शुरुआत हो चुकी है। अगले कुछ दिनों में कोहरा दस्तक देने वाला है। कोहरे के दौरान सड़क हादसे बढ़ने की संभावना रहती है। कोहरे के कहर से बचने के लिए सचेत रहने की आवश्यकता है। मामूली सी चूक जानलेवा साबित हो सकती है। सड़क पर उतरने के दौरान यातायात नियमों का पालन करना बेहद जरूरी है। स्काइमेट वेदर के मौसम वैज्ञानिक महेश पलावत का कहना है कि 15 दिसंबर से 15 जनवरी तक घना कोहरा होने की संभावना है।
ऐसे में वाहन चालकों को अतिरिक्त सावधानी बरतने की जरूरत है। खास कर एक्सप्रेस-वे पर वाहनों की तेज रफ्तार की वजह से हादसे की संभावना अधिक होती है। लिहाजा, सफर पर निकलते समय वाहन की गति पर नियंत्रण रखकर सुरक्षित सफर करें।
रात में दृश्यता कम रहती है, बच कर निकलें
कोहरे से रात में वाहन चालकों को सबसे अधिक परेशानी होती है। कई बार अचानक सड़क पर कोहरा आ जाता है। दृश्यता कम होने से वाहन चालक को सामने दूर तक दिखाई नहीं देता है। इस दौरान वाहन की गति अधिक है, तो हादसे की आशंका बढ़ जाती है। एक्सप्रेस-वे व खुले इलाकों में कोहरे का अधिक असर होता है। लिहाजा, कोहरे में घर से निकलने के दौरान मौसम के बारे में अवश्य पता कर लें। अगर कोहरा अधिक है तो कुछ देर इंतजार के बाद ही सफर की शुरुआत करनी चाहिए।
घर से निकलते समय वाहन की फिटनेस जांच लें
रात में सफर करने से पहले अपने वाहन की फिटनेस अवश्य जांच लें। रात में सड़कें सूनी होती हैं और अक्सर लोग तेज गति से वाहन चलाते हैं। इसलिए सड़क पर उतरने से पहले वाहन का इंजन, लाइट सिस्टम, फॉग लाइट, हेड लाइट, कलर रिफलेक्टर, पार्किंग लाइट, स्टेयरिंग व हार्न, ग्लास वाइपर, सेफ्टी ग्लास, साइलेंसर, ब्रेक सिस्टम व व्हील एलॉयमेंट की जांच अवश्य कर लेनी चाहिए।
कई बार ऐसा देखा गया है कि एक्सप्रेस-वे पर सफर के दौरान वाहन खराब हो जाता है। मजबूरन सड़क के किनारे वाहन खड़ा कर उसे ठीक करना पड़ता है। ऐसे में पीछे से आ रहे वाहन चालक को कोहरे की वजह से सामने कुछ दिखाई नहीं देता है। जब तक वाहन चालक समझ पाता है, तब तक देर हो चुकी है। नोएडा-ग्रेटर नोएडा व यमुना एक्सप्रेस-वे पर इस तरह के कई हादसे हो चुके हैं।
जनवरी 2016 में यमुना एक्सप्रेस-वे पर कोहरे की वजह से करीब 60 वाहन आपस में टकरा गए थे। इसमें 12 से अधिक लोग घायल हो गए और एक व्यक्ति की मौत हो गई थी।
भरपूर नींद लेकर ही करें सफर की शुरुआत
कोहरे के मौसम में लंबी दूरी का सफर करने से पहले भरपूर नींद लेनी चाहिए। वाहन चलाने के दौरान भरपेट भोजन नहीं करना चाहिए। इससे चालक को नींद आ सकती है। खासकर कार सवारों को इसका विशेष ध्यान देना चाहिए। बाहर ठंड और कार के अंदर गर्म होने की वजह से नींद का खतरा बना रहता है। चालक को अकेले चलने से बचना चाहिए। सफर के दौरान बीच-बीच में ब्रेक लेना चाहिए।
सड़क हादसों की अध्ययन रिपोर्ट आंखें खोलने वाली
यातायात पुलिस का कहना है कि सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रलय ने वर्ष 2016 व 2017 में देश भर में हुए सड़क हादसे पर अध्ययन रिपोर्ट जारी किया था। रिपोर्ट के मुताबिक, वर्ष 2017 में राजकीय राजमार्ग पर 30.4, राज्य मार्ग पर 25 व अन्य मार्गों पर 37.1 फीसद हादसे हुए। खुले क्षेत्र में सबसे अधिक 50.5 फीसद हादसे हुए और इन हादसों में 53 फीसद लोगों की मौत हुई। आवासीय क्षेत्र में 19.2, मार्केट व व्यवसायिक क्षेत्र में 12.5, इंस्टीट्यूशनल क्षेत्र में 6.4 व अन्य स्थानों पर 11.4 फीसद हादसे हुए। वहीं, वाहनों के बीच सीधी टक्कर से 18.7, पीछे की टक्कर से 16.7, हिट एंड रन से 14, पैदल यात्री 13.4, बगल से टक्कर 9.2, ओवर स्पीड से 6.5 फीसद हादसे हुए। यह हादसे टी-प्वाइंट पर सबसे अधिक 32.1 व चौराहे पर 19.7 फीसद हुए।
नोएडा के पुलिस अधीक्षक (यातायात) अनिल कुमार झा ने बताया कि कोहरे के दौरान सड़क हादसों की आशंका बढ़ जाती जाती है। हालांकि इसमें जनहानि कम होती है। लोग कोहरे में वाहनों की गति कम रखते हैं। हादसे के दौरान कई वाहनों के आपस में टकराने की आशंका बढ़ जाती है। यातायात नियमों का सावधानी पूर्वक पालन करने पर हादसे की संभावना काफी कम रहती है।
कोहरे में सफर करते समय इन बातों पर रखें ध्यान
- आगे जा रहे वाहन से निश्चित दूरी बनाकर चलें।
- सड़क के बाएं किनारे को देखकर चलें।
- वाहन की हेड लाइट लो-बीम पर रखें
- कोहरे में हाइबीम पर रोशनी बिखर जाती है।
- हाइवे पर बनी पीली लाइन का पालन करें।
- हेड लाइट के साथ फॉग लाइट भी जलाकर रखें।
- वाहन की गति 40 से 50 के बीच में रखें।
- सुरक्षित रास्ता मिलने तक ओवरटेक करने से बचें।
- वाहन के पीछे रिफलेक्टर लगा कर रखें।
- हाइवे पर किनारे कभी वाहन खड़ा न करें।
- हाइवे पर बनी पार्किंग में वाहन खड़ा करें।
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