जानें, आखिर क्या है रेन्समवेयर वायरस, कैसे कर सकते हैं इस चुनौती का सामना
वाना-क्राइ कंप्यूटर सिस्टम की फाइलों को एनक्रिप्ट करता है, जिससे कंप्यूटर के अंदर काम करने वाला आपरेटिंग सिस्टम काम करना बंद कर देता है।
नोएडा [जेएनएन]। कंप्यूटर को सुरक्षित रखने व साइबर हमले से बचने के लिए नोएडा साइबर अपराध अन्वेषण केंद्र (सीसीसीआई) ने एडवाइजरी जारी की है। सीसीसीआई के अनुसार वाना-क्राई नामक वायरस/रेन्समवेयर द्वारा कंप्यूटर को संक्रमित किया जा रहा है।
वाना-क्राइ कंप्यूटर सिस्टम की फाइलों को एनक्रिप्ट करता है, जिससे कंप्यूटर के अंदर काम करने वाला आपरेटिंग सिस्टम काम करना बंद कर देता है। जब की-बोर्ड के किसी भी बटन को दबाएंगे, तो एक पॉपअप विंडो खुलता है, जिससे अटैकर द्वारा फाइलों को दोबारा डिक्रिप्ट करने के लिए फिरौती की मांग लिखी होती है।
भारत में अधिक खतरा
पिछले दिनों हैकरों ने वाना-क्राई द्वारा ही 100 से अधिक देशों के कंप्यूटरों के आपरेटिंग सिस्टम पर अटैक किया है। सीसीसीआई के अनुसार, भारत में इसका खतरा इसलिए भी अधिक है, क्योंकि यहां ऑपरेटिंग सिस्टम जल्दी अपडेट या अपग्रेड नहीं किए जाते।
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सर्वर को करता है संक्रमित
वाना क्राइ के फैलने का तरीका यह वायरस ई-मेल अटैचमेंट के माध्यम से सिस्टम तक पहुंचता है। वर्म की तरह उस नेटवर्क से जुड़ी सभी मशीनों के ऑपरेटिंग सिस्टम संक्रमित होते हैं। यह नेटवर्क के सर्वर को संक्रमित कर देता है।
अपरिचित ई-मेल न खोलें
बचने के लिए सावधानियां सबसे पहले माइक्रो साफ्ट कंपनी द्वारा जारी पैच एमएस-17010 सिक्योरिटी अपडेट को अप्लाई करें। अपने सिस्टम का पूर्ण बैकअप नेटवर्क से अलग एक्सटर्नल हार्डडिस्क में रखें। कोई भी अपरिचित ई-मेल नहीं खोलें। उसमें किसी भी अपरिचित लिंक को क्लिक न करें।
कंप्यूटर को नेटवर्क से करें अलग
सिस्टम पर आक्रमण हो रहा है तो तत्काल कंप्यूटर को नेटवर्क से अलग कर बंद कर दें। विंडोज का नवीनतम तथा लाइसेंस वर्जन प्रयोग में लाएं। ऑटोमेटिक अपडेट को इनेबल रखें। यह सुनिश्चित करें कि फायरवॉल नेटवर्क आधारित अटैक को ब्लाक कर दिया है। कंप्यूटर का एसएमबी पोर्ट न खोलें।
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