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Peeragarhi Fire: यूपी पुलिस की नौकरी ठुकराकर दमकल विभाग में भर्ती हुए थे अमित बालियान

अमित की पत्नी शिवानी को यकीन ही नहीं हो रहा कि उनके पति अब इस दुनिया में नहीं रहे। अमित के घर के एक सदस्य ने बताया कि अमित की शादी 25 फरवरी 2019 को हुई थी।

By Mangal YadavEdited By: Published: Thu, 02 Jan 2020 10:24 PM (IST)Updated: Thu, 02 Jan 2020 10:24 PM (IST)
Peeragarhi Fire: यूपी पुलिस की नौकरी ठुकराकर दमकल विभाग में भर्ती हुए थे अमित बालियान
Peeragarhi Fire: यूपी पुलिस की नौकरी ठुकराकर दमकल विभाग में भर्ती हुए थे अमित बालियान

नई दिल्ली [शुजाउद्दीन]। अमित बालियान की शहादत पर मीत नगर गमगीन है। परिजन से लेकर पड़ोसियों तक का रोक रोकर बुरा हाल है। अमित अपने घर के लाड़ले थे, साथ ही पड़ोसियों के चहिते थे। अमित को इलाके में लोग चाचा के कहकर बुलाते थे, इसी नाम से वह चर्चित भी थे।

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अमित के घर में पिता बाबूराम, मां विमलेश और पत्नी शिवानी, छोटा भाई अनुज व दो शादीशुदा बहने हैं। बाबूराम दिल्ली पुलिस में एएसआई हैं और शिवानी उत्तर प्रदेश पुलिस में कांस्टेबल हैं। जबकि अनुज चंडीगढ़ में बीटेक की पढ़ाई कर रहा है।

अमित की बड़ी बहन मोनी की छोटी बेटी चुनमुन भी अमित के साथ ही रहती थी। अमित के घर के सदस्य ने बताया कि 12वीं कक्षा पूरी होते ही अमित सरकारी नौकरी की तैयारी में जुट गए थे, जैसे ही किसी विभाग में नौकरी के लिए आवेदन निकलते, अमित देरी किए बिना फार्म भर देते। अमित अपने पिता बाबूराम की तरह से एक रक्षक बनकर देश की रक्षा करना चाहते थे।

यूपी पुलिस में नौकरी का आया था ऑफर

परिजनों ने बताया कि इसी वर्ष अमित का उत्तर-प्रदेश पुलिस में कांस्टेबल के लिए नंबर आ गया था, लेकिन उन्होंने दमकल की नौकरी को चुना। अमित अक्सर अपनी बहादुरी के किस्से अपने परिवार व दोस्तो को सुनाया करते थे, वह कहते थे उनकी जान देश की सेवा के लिए है।

पिता थे ड्यूटी पर, फोन पर मिली बेटे की शहादत की खबर

बृहस्पतिवार को अमित के पिता बाबूराम आनंद विहार चौकी में ड्यूटी पर थे, दोपहर के समय दमकल विभाग की ओर से उन्हें फोन गया कि अमित ड्यूटी के दौरान शहीद हो गए हैं। यह सुनते ही अमित के पिता के पैरों के नीचे जमीन खिसक गई। बाबूराम दिल के मरीज हैं। बाबूराम के साथियों ने किसी तरह से उन्हें संभाला। बेटे की एक झलक देखने के लिए बाबूराम लड़खड़ाते कदमों से बालाजी अस्पताल पहुंचे। बेटे का चेहरा देखते ही वह फूट फूटकर रोने लगे।

ससुर ने मां और बहू को दी शहादत की सूचना

अमित के परिजनों ने अमित की शहादत की सूचना देर शाम तक मां विमलेश और पत्नी शिवानी को नहीं दी थी। दोपहर से ही रिश्तेदारों के आने का सिलसिला शुरू हो गया था। अमित के पिता शाम छह बजे अस्पताल से घर पहुंचे और उन्होंने ही अपनी पत्नी और बहू को शहादत की सूचना दी। यह सुनते ही दोनों महिलाएं फफक फफक कर रोने लगी और कुछ देर बाद बेसुध हो गईं। अमित की मां कह रही थी भगवान उनके साथ ऐसा नहीं कर सकता, उनका बेटा घर वापस जरूर आएगा। इससे पहले अमित के पिता गली में रिश्तेदारों से गले लिपटकर रोते रहे और कहते रहे इस दर्द को वह बर्दाश्त नहीं कर सकते।

पत्नी के एक दोस्त भी थे अमित

अमित की पत्नी शिवानी को यकीन ही नहीं हो रहा कि उनके पति अब इस दुनिया में नहीं रहे। अमित के घर के एक सदस्य ने बताया कि अमित की शादी 25 फरवरी 2019 को हुई थी। शादी से पहले ही शिवानी उत्तर-प्रदेश पुलिस में कांस्टेबल थी, मौजूदा समय में उनकी नियुक्ति गाजियाबाद पुलिस लाइन में चल रही है। जबकि शादी से दो महीने पहले ही अमित की दमकल विभाग में ट्रेनिंग शुरू हुई थी।

शहादत से कुछ महीने पहले ही उन्होंने दमकल विभाग में नौकरी शुरू की थी। अमित और शिवानी पति पत्नी होने के साथ ही एक अच्छे दोस्त भी थे। कई बार शिवानी नौकरी की वजह से तनाव महसूस करती तो अमित उन्हें संभाला करते थे। अमित के दोस्त ने बताया कि अमित की मां की तबियत खराब रहने लगी थीं, कुछ ही दिनों पहले उनकी आंखों का ऑपरेशन हुआ था। अमित चाहते थे कि शिवानी नौकरी छोड़कर घर पर रहकर उनकी सेवा करे।


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