जानिये- कौन हैं रवि कालरा, जिनके निधन पर इंटरनेट मीडिया पर लोगों ने दी श्रद्धांजलि
RIP Ravi Kalra कौन बनेगा करोड़पति में भाग लेकर चर्चा में आए रवि कालरा पहले दिल्ली में रहते थे इनके पिता दिल्ली पुलिस में इंस्पेक्टर थे। रवि ने दिल्ली विश्वविद्यालय से अपना स्नातक पूरा किया। वे अपने पिता की ईमानदारी और व्यक्तित्व से बहुत प्रेरित थे।
नई दिल्ली/गुरुग्राम, जागरण संवाददाता। गुरुग्राम के बंधवाडी स्थित द अर्थ सेवियर्स फाउंडेशन के संस्थापक और प्रमुख समाजसेवी डा. रवि कालरा का 53 साल की उम्र में रविवार सुबह छह बजे दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। वह पिछले 13 सालों से निराश्रित बुजुर्गों की सेवा में लगे हुए थे। उनके निधन से शोक की लहर दौड़ गई। फेसबुक व ट्विटर पर लोग श्रद्धांजलि दे रहे हैं। रवि कालरा कौन बनेगा करोड़पति में विजेता बने थे। उन्हें व उनकी संस्था को गरीब, असहाय, पीड़ित, मानसिक रूप से बीमार, दिव्यांग मरीजों का सहारा माना जाता था और रवि कालरा भी ऐसे बुजुर्गो की अपने माता पिता की तरह सेवा करते थे।
रवि कालरा पहले दिल्ली में रहते थे इनके पिता दिल्ली पुलिस में इंस्पेक्टर थे। रवि ने दिल्ली विश्वविद्यालय से अपना स्नातक पूरा किया। वे अपने पिता की ईमानदारी और व्यक्तित्व से बहुत प्रेरित थे। उनकी प्रेरणा के कारण ही रवि कालरा ने ताइक्वांडो मार्शल आट्र्स में ब्लैक बेल्ट की इंटरनेशनल डिग्री प्राप्त की। विभिन्न बटालियंस में मार्शल आट्स का प्रशिक्षण भी दिया हैं। रवि कालरा अपने बेटे जयश कालरा के साथ बांधवाड़ी स्थित गुरुकुल के पीछे बने घर में रहते थे। परिवार में उनकी पत्नी रिति कालरा और बेटी जिया कालरा हैं। रवि कालरा के निधन के बाद दोपहर एक बजे उनके पार्थिव शरीर को बंधवाड़ी स्थित गुरुकुल में अंतिम दर्शन के लिए रखा गया, जहां काफी संख्या में लोग अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे और लगभग साढ़े चार बजे शहर के रामबाग स्थित मोक्ष स्थल में उन्हें मुखाग्नि दी गई।
नो हाकिंग मैन आफ इंडिया का मिला टैग
रवि कालरा ने एक लाख से भी अधिक वाहनों के पीछे लिखे होर्न प्लीज के संकेतों को मिटाने का विश्व रिकार्ड बनाया था। रवि कालरा ने ध्वनि प्रदूषण के खिलाफ डू नाट हांक अभियान चलाया, जिससे वाहन चालकों को ध्वनि प्रदूषण के घातक परिणामों के विषय में जागरूक किया गया। इस अभियान के कारण रवि कालरा को नो हाकिंग मैन आफ इंडिया भी कहा गया।
क्या काम करती है द अर्थ सेवियर्स फाउंडेशन
वर्ष 2008 में रवि कालरा ने द अर्थ सेवियर्स फाउंडेशन नाम के एनजीओ संस्था की नींव रखी थी। यह संस्था वृद्धाश्रम, बाल सुधार गृह, शारीरिक रूप से कमजोर लोग जिनका देखभाल के लिए इस संसार में कोई नहीं हैं, उनके लिए यह संस्था नि:शुल्क सेवा प्रदान करती हैं। इसी के साथ यह संस्थान गोमाता की रक्षा और सेवा के लिए गोशाला का संचालन भी करती हैं।
राष्ट्रीय पुरस्कारों से हो चुके सम्मानित
राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने रवि कालरा को नो हाकिंग मैन आफ इंडिया के लिए राष्ट्रपति भवन में एक कार्यक्रम के दौरान सम्मानित किया था। 2012 में सरदार वल्लभभाई इंटरनेशनल अवार्ड प्राप्त हुआ और 2019 में उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू भी उनकी निष्काम सेवाओं के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित कर चुके है।