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आसमान में भी होगी पीएम मोदी और राहुल गांधी की टक्कर, सियासी जंग के लिए तैयार हैं पतंगें

लाल कुआं के पतंग बाजार में मोदी व राहुल गांधी की एक साथ लगी फोटो वाली पतंग खूब पसंद की जा रही है। इसमें दोनों की फोटो के नीचे महासंग्राम लिखा हुआ है।

By Amit MishraEdited By: Published: Wed, 01 Aug 2018 09:08 PM (IST)Updated: Thu, 02 Aug 2018 03:00 AM (IST)
आसमान में भी होगी पीएम मोदी और राहुल गांधी की टक्कर, सियासी जंग के लिए तैयार हैं पतंगें

नई दिल्ली [किशन कुमार]। स्वतंत्रता दिवस आने को है। ऐसे में लाल कुआं बाजार पतंगों से सज चुका है। इन पतंगों में राजनीतिक रंग भी देखने को मिल रहा है। बाजार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के चित्रों वाली पतंगें छाई हुई हैं। इसके अलावा कार्टून वाली पतंगों की भी धूम है, जिसमें टॉम एंड जेरी, छोटा भीम व डोरेमॉन वाली पतंगें बच्चों को खूब लुभा रही हैं, वहीं मझोला, ढाई वाला साइज, अद्धा व पौना नाम से मशहूर पतंगें भी पतंगबाजी के शौकीनों के लिए दुकानों पर दिख रही हैं।

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लाल कुआं के पतंग बाजार में मोदी व राहुल गांधी की एक साथ लगी फोटो वाली पतंग खूब पसंद की जा रही है। इसमें दोनों की फोटो के नीचे महासंग्राम लिखा हुआ है। इसके साथ ही मोदी की फोटो के साथ नई उम्मीद, नई सोच लिखी लाइन व बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ वाली पतंग भी लोकप्रिय है। 

मोदी के चित्रों वाली पतंगों की मांग

लाल कुआं बाजार में चार पीढ़ी से पतंगों का कारोबार कर रहे ऑल इंडिया काइट एसोसिएशन के अध्यक्ष सचिन गुप्ता ने बताया कि महीन आकार की छोटी चरखियां वाली पतंगें भी लोगों को आकर्षित कर रही हैं। इन छोटी पतंगों को सामान्य आकार की पतंग के साथ क्रम में डोरी में बांधकर उड़ाया जाता है। बच्चों में इसकी विशेष मांग रहती है। उन्होंने बताया कि तीन-चार साल से बाजार में मोदी के चित्रों वाली पतंगों की मांग बनी हुई है। जहां बच्चों में कार्टून वाली पतंगों का खुमार रहता है, वहीं वयस्क मोदी वाली पतंग की खरीदारी में दिलचस्पी लेते हैं।

बाजार में ग्राहकों की रौनक कम

गुप्ता ने बताया कि हालांकि, पहले के मुकाबले इस बार बाजार में ग्राहकों की रौनक कम है। पिछले साल इन दिनों में पतंगों की खरीदारी शुरू हो जाती थी, लेकिन इस बार बाजार में मंदी है। पतंगों की पहले जैसी बिक्री नहीं हो रही है, वहीं,सौ साल से भी ज्यादा से बाजार में भीषण चंद के नाम से चल रही दुकान के मालिक प्रत्यक्ष ने बताया कि बाजार में हर बार की तरह इस बार भी प्रिंटेड पतंगों का स्टॉक ज्यादा है। साथ ही बरेली के मांझे की खूब मांग रहती है, जिसमें पांडा मांझा अपनी विशेष मजबूती के कारण मशहूर है।

चीनी मांझे पर प्रतिबंध

पांडा मांझा अधिकतर बड़ी पतंगों को उड़ाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इसका एक चरखी का दाम 160 से लेकर 350 रुपये तक है। पतंगों के दाम भी दो से लेकर 10 रुपये तक हैं, वहीं तावा पतंग अपने बड़े आकार के लिए जानी जाती है उसका दाम 20 से 25 रुपये है। हालांकि, पतंगों में पांच फीसद जीएसटी लगने की वजह से बाजार की रौनक फीकी हुई है। वहीं, पिछली बार की तरह इस बार भी चीनी मांझे पर प्रतिबंध है, लेकिन कुछ दुकानदार चोरी छिपे इसे बेच रहे हैं। 


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