Kisan Andolan: जानिए किसानों के आंदोलन के एक साल पूरा होने पर क्या बोले सीएम अरविंद केजरीवाल
केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली की सीमाओं पर किसानों की ओर से दिए जा रहे धरना प्रदर्शन को एक साल का समय पूरा हो गया। किसान गर्मी ठंडक और बरसात में यहीं पर बैठकर कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शन करते रहे।
नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली की सीमाओं पर किसानों की ओर से दिए जा रहे धरना प्रदर्शन को एक साल का समय पूरा हो गया। इस एक साल के दौरान किसान गर्मी, ठंडक और बरसात में यहीं पर बैठकर कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शन करते रहे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कुछ दिन पहले किसानों की इस मांग को मान लिया और तीनों कृषि कानूनों को खत्म करने की घोषणा भी कर दी। उसके बाद अब किसान सरकार से एमएसपी पर कानून बनाने की मांग करने लगे हैं।
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत और किसान संगठनों से जुड़े अन्य नेता एक साल का समय पूरा होने पर सभी धरना प्रदर्शन के स्थलों पर जमा है।इससे पहले किसान संगठनों की ओर से सभी धरना स्थलों पर किसानों को अधिक से अधिक संख्या में पहुंचने की अपील भी की गई थी। पंजाब, हरियाणा और यूपी के किसानों से एक साल का समय पूरा होने पर इन स्थलों पर पहुंचकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराने को कहा गया था।
आज किसान आंदोलन को पूरा एक साल हो गया है। इस ऐतिहासिक आंदोलन ने गर्मी-सर्दी, बरसात-तूफ़ान के साथ अनेक साज़िशों का भी सामना किया।
देश के किसान ने हम सबको सिखा दिया कि धैर्य के साथ हक़ की लड़ाई कैसे लड़ी जाती है। किसान भाइयों के हौसले, साहस, जज़्बे और बलिदान को मैं सलाम करता हूँ।— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) November 26, 2021
इस बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी अपने इंटरनेट मीडिया एकाउंट से किसानों के समर्थन में एक ट्वीट किया। इस ट्वीट में उन्होंने लिखा कि आज किसान आंदोलन को पूरा एक साल हो गया है। इस ऐतिहासिक आंदोलन ने गर्मी-सर्दी, बरसात-तूफ़ान के साथ अनेक साज़िशों का भी सामना किया। देश के किसान ने हम सबको सिखा दिया कि धैर्य के साथ हक़ की लड़ाई कैसे लड़ी जाती है। किसान भाइयों के हौसले, साहस, जज़्बे और बलिदान को मैं सलाम करता हूँ।
इससे पहले भी सीएम अरविंद केजरीवाल किसानों की मांगों का समर्थन करते रहे हैं। किसानों ने जब दिल्ली की सीमाओं पर धरना प्रदर्शन शुरू किया था, उस समय दिल्ली सरकार के कुछ मंत्रियों ने गाजीपुर बार्डर का दौरा किया था और किसानों की हर तरह से मदद की बात भी कही थी।