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क्या जेएनयू में पकाई गई थी बीफ बिरयानी, ABVP ने लगाया बेहद गंभीर आरोप

जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के प्रशासनिक ब्लॉक के निकट बिरयानी बनाकर खाना चार छात्रों को महंगा पड़ गया।

By JP YadavEdited By: Published: Fri, 10 Nov 2017 11:16 AM (IST)Updated: Fri, 10 Nov 2017 04:53 PM (IST)
क्या जेएनयू में पकाई गई थी बीफ बिरयानी, ABVP ने लगाया बेहद गंभीर आरोप

नई दिल्ली (जेएनएन)। तकरीबन दो साल पहले तथाकथित देश विरोधी नारों के चलते विवाद में आया जवाहर लाल नेहरू विविद्यालय (JNU) एक बार फिर चर्चा में है। जेएनयू के प्रशासनिक ब्लॉक के निकट सीढ़ियों पर बिरयानी बनाकर विश्वविद्यालय के नियमों का उल्लंघन करने के आरोप में विविद्यालय के अधिकारियों ने चार छात्रों पर जुर्माना लगाया है।

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वहीं, समाचार एजेंसी एएनआइ की मानें तो एक ही छात्रपर 6000 रुपये का भारी-भरकम जुर्माना लगाया गया है। पूरी घटना तकरीबन चार महीने पहले यानी 27 जून की है।

आरोप है कि इस छात्र ने न केवल बिरयानी बनाई, बल्कि अपने कुछ दोस्तों के साथ वहां पर खाई भी। छात्रों के इस कृत्य को गंभीर मानते हुए विश्वविद्यालय के नियमों के खिलाफ बताया है।

इन छात्रों में से एक जेएनयूएसयू की महासचिव शत्रुपा चक्रवर्ती पर 10,000 रुपये का जुर्माना लगाया गया है। शत्रुपा को भी विरोध प्रदर्शन करने और उसी दिन बिरयानी पकाने से पहले वीसी कार्यालय में नारे लगाने का दोषी पाया गया था।

उधर, यूनिवर्सिटी की कार्रवाई को सही ठहराते हुए इस बारे में एबीवीपी नेताओं ने कहा कि चारों छात्रों ने बीफ बिरयानी बनाई थी, इसीलिए उन पर कार्रवाई की गई है।

मुख्य प्रॉक्टर कौशल कुमार की ओर से जारी नोटिस के अनुसार, चार छात्रों पर 6,000 रुपये और 10,000 रुपये के बीच जुर्माना लगाया गया है। इन छात्रों ने 27 जून को भवन के निकट कथित रूप से बिरयानी पकाई थी।

जेएनयू के चीफ प्रॉक्टर कौशल कुमार की ओर से जारी नोटिस में कहा गया है कि चारों छात्रों पर 6,000 रुपये से 10,000 रुपये के बीच जुर्माना लगाया गया है। नोटिस में कहा गया है कि प्रॉक्टोरियल जांच में चारों को प्रशासनिक ब्लॉक के निकट बिरयानी पकाने और इसके बाद अन्य छात्रों के साथ इसे खाने का दोषी पाया गया है।

जेएनयू से प्राप्त जानकारी के अनुसार छात्रों को चेतावनी भी दी गई है कि भविष्य में इस तरह की गतिविधि में शामिल होने पर और कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

छात्रों को निर्धारित जुर्माना अदा करने के लिये 10 दिन का समय दिया गया है। साथ ही उनको अपना पक्ष रखने को कहा गया है। जुर्माना लगाये जाने वाले छात्रों में जेएनयू छात्र संघ की पूर्व महासचिव सतरूपा चक्रवर्ती भी हैं, उन पर 10,000 रुपये का जुर्माना लगाया गया है।

सतरूपा चक्रवर्ती का कहना है कि हम लोग जून में विद्वत परिषद की बैठक में हुए हंगामे के बाद कुलपति से समय मांगने प्रशासनिक भवन गए थे लेकिन वह नहीं मिले। उसके बाद बाहर प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने बिरयानी व कुछ और खाना बनाया लेकिन अब हमें नोटिस दिया गया है। कुछ अन्य छात्र हैं जिनको कारण बताओ नोटिस दिया गया है।

भविष्य में इस तरह की गतिविधि में शामिल नहीं होने की चेतावनी देते हुए आदेश में कहा गया कि जुर्माना अदा करने के लिये 10 दिन की समयसीमा दी जाती है और ऐसा नहीं करने पर सख्त कदम उठाया जाएगा।

विरोध स्वरूप पकाई थी बिरयानी

जानकारी के मुताबिक, 27 जून को तत्कालीन छात्र संघ अध्यक्ष मोहित कुमार पांडे और महासचिव शत्रुपा छात्रों के मुद्दे पर वीसी से मिलने गये थे और जब तक वीसी उनकी बात सुन नहीं लेते तब तक वहां से जाने से इनकार कर दिया था। इसके विरोध में उन्होंने बिरयानी पकाई थी।


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