JNU Hostel News: जेएनयू में गोदावरी छात्रावास की छत का प्लास्टर गिरा, इमारतों की मरम्मत को मिले हैं 14 करोड़
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में मंगलवार को गोदावरी छात्रावास के कमरा नंबर 237 की छत के प्लास्टर का एक छोटा सा हिस्सा टूटकर स्टडी टेबल पर गिर पड़ा। इससे किसी छात्र को तो चोट नहीं आई लेकिन टेबल पर रखा लैपटाप क्षतिग्रस्त हो गया।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में मंगलवार को गोदावरी छात्रावास के कमरा नंबर 237 की छत के प्लास्टर का एक छोटा सा हिस्सा टूटकर स्टडी टेबल पर गिर पड़ा। इससे किसी छात्र को तो चोट नहीं आई, लेकिन टेबल पर रखा लैपटाप क्षतिग्रस्त हो गया।
जेएनयू में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के इकाई अध्यक्ष रोहित कुमार ने बताया की घटना सुबह तीन बजे की है। विगत अप्रैल माह में भी यहां साबरमती छात्रावास में एक वाशरूम की छत का प्लास्टर गिर जाने से एक छात्र घायल हो गया था। उल्लेखनीय है कि जेएनयू में बने हुए छात्रावास 50 साल से भी अधिक पुराने हैं। मरम्मत न होने के कारण छात्रावास के कमरों और वाशरूम की छतों से बारिश में पानी टपकना और प्लास्टर गिरना आम बात हो गई है।
छात्रों ने जताया विरोध
जेएनयू छात्रावासों की दयनीय दशा को विद्यार्थियों ने इस समस्या को विश्वविद्यालय के सामने रखा है। छात्र संगठनों ने इस मुद्दे पर पिछले कुछ महीनों में कई बार प्रदर्शन भी किया है। जेएनयू के विद्यार्थियों ने मांग कि है कि तत्काल गोदावरी छात्रावास का पूर्ण जीर्णोद्धार किया जाएगा। छत का मलबा गिरने का यह कोई पहला ऐसा मामला नहीं है। अप्रैल महीने में साबरमती छात्रावास में स्नानघर की छत गिर जाने से एक छात्र गंभीर रूप से घायल हो गया था।
मरम्मत के लिए दिए गए हैं 14 करोड़ रुपये
छात्रों ने कई बार इसके लिए प्रदर्शन भी किया है। इसके बाद हाल ही में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) द्वारा छात्रावास और अन्य पुरानी इमारतों की मरम्मत के लिए 14 करोड़ रुपये की धनराशि जारी की गई है, जिससे कई छात्रावास में मरम्मत का काम शुरू हो चुका है। कई में आने वाले दिनों में काम शुरू होना है। छात्रावास और अन्य पुरानी इमारतों की मरम्मत के लिए जेएनयू प्रशासन ने कुल 56 करोड़ रुपये की मांग की थी। जिसमें से अभी 14 करोड़ रुपये स्वीकृत हुए हैं।