जेएनयू एवं इग्नू के बीच जल्द होगा समझौता, छात्रों को मिलेगी ये विशेष सुविधा
ई-लनिर्ंग सेंटर के ऑनलाइन पाठ्यक्रमों के लिए इग्नू से तकनीकी सहायता लेगा जेएनयू। इसके लिए दोनों विश्वविद्यालयों के बीच जल्द समझौता होने जा रहा है।
नई दिल्ली, जेएनएन। दुनिया भर में दूरस्थ शिक्षा संस्थानों की सूची में सबसे ऊपर काबिज इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) के साथ मिलकर जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) ऑनलाइन पाठ्यक्रमों को संचालित करेगा। दोनों विश्वविद्यालय दो महीने के अंदर ही इस सिलसिले में समझौता करेंगे।
इग्नू में हर साल स्नातक एवं परास्नातक पाठ्यक्रमों में कुल 35 लाख छात्र दाखिला लेते हैं। इसका ऑनलाइन पाठ्यक्रम का इंफ्रास्ट्रक्चर काफी बेहतरीन माना जाता है। इसी को देखते हुए जेएनयू ने तय किया है कि वह अपने अपने ई-लर्निंग सेंटर के ऑनलाइन पाठ्यक्रमों को आयोजित करने के लिए इग्नू से तकनीकी सहायता लेगा। इसके लिए दोनों विश्वविद्यालयों के बीच समझौता होने जा रहा है। जेएनयू की एक टीम ने हाल ही में इस संबंध में इग्नू का दौरा भी किया है।
जेएनयू में स्पेशल सेंटर फॉर ई-लर्निंग के निदेशक प्रो. रविकेश ने बताया कि जेएनयू द्वारा अगले साल तक कई नए ऑनलाइन पाठ्यक्रमों को शुरू किया जाएगा। इसी को देखते हुए हम एक अच्छा ढांचा तैयार कर रहे हैं, जिसके लिए इग्नू से सहायता ली जाएगी।
इग्नू के कैंपस प्लेसमेंट में 150 को मिली नौकरी
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) की तरफ से सोमवार को आयोजित कैंपस प्लेसमेंट में 150 छात्रों को नौकरी मिली। बैंकिंग सेक्टर की कंपनियों ने छात्रों को बिजनेस डेवलपमेंट एग्जिक्यूटिव के पद पर नियुक्त किया। सभी छात्रों को 2 लाख रुपये सालाना पैकेज मिलेंगे।
इग्नू का कहना है कि सेल्स की प्रोफाइल होने के नाते इन छात्रों के पास अवसर है कि ये महीने में 50 हजार रुपये तक भी कमा सकते हैं। इग्नू के कैंपस प्लेसमेंट सेल के प्रमुख प्रो. बीबी खुराना ने बताया कि इस साल प्लेसमेंट के कई कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं, जिसमें काफी छात्रों को जॉब मिली है। मंगलवार को हुए प्लेसमेंट में बीबीए, बीसीए , बीकॉम के छात्रों को जॉब मिली हैं। कुल 400 छात्र प्लेसमेंट के लिए आए थे, जिनमें से 150 को नौकरी मिली है।