जेट एयरवेज के कर्मचारियों ने अपने बच्चों के साथ जंतर-मंतर पर किया प्रदर्शन
शनिवार को जेट एयरवेज के कर्मचारियों और उनके परिजनों ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर कैंडल मार्च निकाला और प्रदर्शन किया।
नई दिल्ली, एएनआइ। जेट एयरवेज की उड़ान बंद होने के बाद कर्मचारियों का प्रदर्शन लगातार जारी है। शनिवार को कर्मचारियों और उनके परिजनों ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर कैंडल मार्च निकाला और प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों की मांग है कि जेट एयरवेज की उड़ान को बहाल किया जाए। प्रदर्शन में कर्मचारियों के छोट-छोटे बच्चे भी शामिल हुए।
इससे पहले जेट एयरवेज के 18 अप्रैल को भी जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया था। इस दौरान कई कर्मचारी प्रदर्शन के दौरान रो दिए थे। इसकी तस्वीरें मीडिया में सामने भी आयी थी।
इससे पहले जेट एयरवेज के कर्मचारियों ने राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर मांग की थी कि वे बकाया सैलरी भुगतान के साथ-साथ एयरलाइन के लिए उस आपात निधियों के मामले में हस्तक्षेप करें जिसके कारण उन्हें अपना संचालन अस्थायी तौर पर बंद करना पड़ा।
बता दें कि नकदी के भारी संकट से जूझ रही जेट एयरवेज में फिलहाल 23,000 कर्मचारी कार्यरत है और कंपनी इन्हें समय पर सैलरी का भुगतान नहीं कर पा रही है, इन कर्मचारियों में पायलट भी शामिल हैं। जेट एयरवेज के भविष्य को लेकर जारी अनिश्चितता के बीच दो कर्मचारी संघों ने अब इस मामले पर प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति को पत्र लिखा था। इसी हफ्ते ठीक इसी तरह का एक पत्र सोसाइटी फॉर वेलफेयर ऑफ इंडियन पायलट (एसडबल्यूआईपी) और जेट एयरक्रॉफ्ट मेंटेनेंस इंजीनियरिंग वेलफेयर एसोसिएशन (जेएएमईडब्ल्यूए) ने सैलरी बकाया भुगतान के निपटान में मदद मांगी है।