राम जन्मभूमि पर फिदायीन हमला करना चाहते थे आतंकी, लैपटॉप ने खोले कई और राज
एनआइए व स्पेशल सेल एक-एक कर इन सभी के मोबाइल फोन व लैपटॉप की जांच कर रही है। कॉल डिटेल से पता चला है कि ये 50 से अधिक युवाओं के संपर्क में थे।
नई दिल्ली [राकेश कुमार सिंह]। राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (एनआइए) द्वारा दिल्ली व पश्चिमी उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किए गए इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (ISIS) से प्रभावित दस आतंकियों के पास से बरामद मोबाइल फोन व लैपटॉप आदि की जांच से कई सनसनीखेज जानकारी मिल रही है। अनस यूनुस के मोबाइल फोन पर हुई चैटिंग से पता चला है कि आतंकी 30 नवंबर को अयोध्या में राम जन्मभूमि पर फिदायीन हमला करना चाहते थे।
हो चुकी थी रेकी
इसके लिए कुछ आतंकियों ने वहां की रेकी भी कर ली थी, लेकिन सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त को देखते हुए इसमें वह कामयाब नहीं हुए। उसके बाद आतंकियों ने दिल्ली व उत्तर प्रदेश के कुछ महत्वपूर्ण जगहों व बड़े राजनेताओं को टारगेट करने की योजना बनाई, लेकिन उसे भी अंतिम रूप देने से पहले वे एनआइए के हत्थे चढ़ गए।
दिल्ली पुलिस मुख्यालय एवं संघ के दफ्तर को दहलाने की थी साजिश
स्पेशल सेल के सूत्रों ने इसकी पुष्टि की है। सेल के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक इनकी योजना में दिल्ली पुलिस मुख्यालय व झंडेवालान स्थित संघ के दफ्तर समेत आधा दर्जन जगहों पर धमाका करने की थी। लिहाजा दिल्ली पुलिस ने कई जगहों की सुरक्षा बढ़ा दी है।
मोबाइल और लैपटॉप की हो रही जांच
एनआइए व स्पेशल सेल एक-एक कर इन सभी के मोबाइल फोन व लैपटॉप की जांच कर रही है। कॉल डिटेल से पता चला है कि ये 50 से अधिक युवाओं के संपर्क में थे, जिनके ब्रेनवाश कर ये उन्हें जेहादी बनाने में जुटे हुए थे। उनसे ये नियमित बात करते थे। इनमें अधिकतर युवा दिल्ली के उत्तर-पूर्वी जिला के ही विभिन्न इलाकों के रहने वाले हैं। सेल ने उन सभी के नंबर प्राप्त कर उन पर नजर रखना शुरू कर दिया है।
आर्थिक रूप से परेशान युवकों को बनाते थे निशाना
सेल का कहना है कि दरअसल ये ऐसे युवाओं से संपर्क साध उन्हें जेहादी बनाना चाहते थे जो किसी न किसी रूप से सिस्टम अथवा परिवारिक व आर्थिक कारणों से परेशान थे, ताकि उन्हें आसानी से राह से भटका सके। दिल्ली के एक दर्जन से अधिक खास इलाकों पर इनकी नजर थी।
अधिकतर मदरसों से जुड़े युवा
जिन 10 आतंकियों को गिरफ्तार किया गया है उनमें अधिकतर वेल्डिंग का काम करने वाले व मस्जिद व मदरसों से ही जुड़े युवा हैं। सेल का कहना है कि वेल्डिंग का काम करने वाले तकनीकी तौर पर मजबूत होते हैं। गिरफ्तार आतंकियों से एनआइए व खुफिया एजेंसी के पूछताछ करने के बाद स्पेशल सेल भी पूछताछ करेगी।