इन दिनों युवा कांग्रेस मुख्यालय में जनसेवा की तैयारी, नहीं आ रही सियासत की गंध
भारतीय युवा कांग्रेस मुख्यालय कोरोना संकट काल में सहायता केंद्र में तब्दील हो गया है। यहां गरीबों के लिए खाना मास्क तैयार करने के साथ ही रक्तदान की भी तैयारी है।
नई दिल्ली, संजीव गुप्ता। कोरोना संकट की मांग कहें या वक्त की नजाकत, लेकिन कांग्रेस की सियासी बारीकियों को समझाने की दृष्टि से युवाओं की नर्सरी माना जाने वाला भारतीय युवा कांग्रेस (आइवाइसी) मुख्यालय इन दिनों सहायता केंद्र में तब्दील हो चुका है। 5, रायसीना रोड स्थित इस कार्यालय में राजनीति सिखाने से ज्यादा जोर गरीबों का खाना पकाने, संक्रमण रोकने की खातिर मास्क तैयार करने और जरूरतमंदों के लिए रक्त एकत्र करने पर दिया जा रहा है। कोविड-19 महामारी संकट और लॉकडाउन के मद्देनजर संगठन का कार्यालय नियमित तौर पर न केवल दिल्ली बल्कि देश के अन्य हिस्सों में भी राशन और मास्क से लेकर अन्य जरूरी चीजें उपलब्ध कराने में जुटा हुआ है।
14 दर्जी बना रहे मास्क
पांच हजार वर्गफीट क्षेत्र में बने और 15 कमरों वाले युवा कांग्रेस के मुख्यालय में इन दिनों 14 दर्जी मास्क बना रहे हैं। यह दर्जी भी वे प्रवासी कामगार हैं, जो दिल्ली छोड़ने को मजबूर हो गए थे। इन्हें एक करोड़ मास्क बनाने का लक्ष्य दिया गया है। दो मशीनों से रोटियां बनाई जा रही हैं। एक मशीन एक घंटे में एक हजार रोटियां बनाती है। पका भोजन अलग पैक किया जाता है और राशन अलग। खाना दिल्ली- एनसीआर में बांटा जाता है जबकि राशन देश के अन्य हिस्सों में भी भेजा जा रहा है।
रक्त के भी इंतजाम
युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं की एक टीम रक्तदान कर करीब 25 हजार जरूरतमंदों के लिए रक्त एकत्र कर रही है जो विभिन्न अस्पतालों में डायलिसिस पर हैं या जिनकी सर्जरी होने वाली है। लॉकडाउन के दौरान उन्हें आसानी से रक्त नहीं मिल रहा है। युवा कांग्रेस के हेल्पलाइन नंबर 7011619564 एवं 8800770077 से संपर्क होने पर रक्त भी मुहैया कराया जा रहा है। जहां तक इन गतिविधियों के लिए फंड का सवाल है तो संगठन के सभी सदस्य युवा कांग्रेस मुख्यालय के बैंक खाते में स्वेच्छा से भेज रहे हैं। इसमें न्यूनतम पचास रुपये धनराशि भेजी जा सकती है। इसके अलावा विधायक, सांसद, राष्ट्रीय या राज्य पदाधिकारी एक माह के वेतन सहित अन्य योगदान भी दे रहे हैं।
भारतीय युवा कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी ने कहा, 'कोरोना संकट से जंग में युवा कांग्रेस की कोशिश है कि कोई भूखा न रहे, किसी को संक्रमण न हो और रक्त के अभाव में किसी की मौत न होने पाए। हमारा यह प्रयास लॉकडाउन के अगले दिन यानी 25 मार्च से ही शुरू हो गया था और लॉकडाउन खत्म होने तक जारी रहेगा।'