मेट्रो से ग्रेटर नोएडा में ऐसे बढ़ेगी विकास की गति, इन क्षेत्रों में लोगों को मिली राहत
मेट्रो से ग्रेटर नोएडा से नोएडा, दिल्ली, गाजियाबाद, गुरुग्राम और फरीदाबाद जाना काफी आसान हो जाएगा।
नोएडा, [धर्मेंद्र चंदेल]। मेट्रो की रफ्तार के साथ ग्रेटर नोएडा में विकास की गति भी तेज होगी। चौड़ी सड़क, घनी हरियाली और खुले क्षेत्र से ग्रेटर नोएडा एनसीआर के अन्य शहरों में अव्वल है, लेकिन सार्वजनिक परिवहन सेवाओं के अभाव से यहां से दूसरे शहरों में आने-जाने में लोगों को असुविधा होती है। अधिकांश लोग निजी वाहनों का ही इस्तेमाल करते हैं। 25 जनवरी को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा मेट्रो का शुभारंभ करते ही लोगों की यह दिक्कत दूर हो जाएगी।
दिल्ली-एनसीआर में आना-जाना होगा आसान
मेट्रो से ग्रेटर नोएडा से नोएडा, दिल्ली, गाजियाबाद, गुरुग्राम और फरीदाबाद जाना काफी आसान हो जाएगा। इससे ग्रेटर नोएडा की आबादी भी बढ़ेगी। शहर में करीब 15 से 20 हजार मकान खाली पड़े हैं। इनमें रहने वाला कोई नहीं है। हालांकि, एनसीआर के बाकी शहरों के मुकाबले ग्रेटर नोएडा में किराए के मकान सस्ते हैं। एक कमरे का मकान तीन से चार हजार और दो कमरे का मकान छह से सात हजार में आसानी से मिल जाता है। तीन कमरे का फ्लैट 12 से 15 हजार में उपलब्ध है, लेकिन बेहतर परिवहन सेवा न होने से लोग यहां रहना पंसद नहीं करते हैं। मेट्रो चलने के बाद एनसीआर के लोगों का सफर सुगम हो जाएगा और वे यहां आकर रहने लगेंगे। इससे सेक्टरों में खाली पड़े मकान भर जाएंगे।
संपत्तियों की दरों में आएगा उछाल
ग्रेटर नोएडा में संपत्तियों की दरें पिछले पांच-सात वर्ष से स्थिर हैं। संपत्तियों का कोई खरीदार नहीं है। दरें बढ़ने के बजाय कम हुई हैं। इस कारोबार से जुड़े अधिकांश लोग ऑफिस बंद कर दूसरे शहरों में शिफ्ट हो गए। मेट्रो चलने के बाद एनसीआर के अन्य लोग यहां आएंगे। चौड़ी सड़क, घनी हरियाली, बड़े-बड़े पार्क और खुला क्षेत्र देखकर वे शहर की तरफ आकर्षित होंगे। इससे संपत्ति बाजार में रौनक आएगी और दरों में वृद्धि होगी।