नई दिल्ली रेलवे स्टेशन को चमकाने की तैयारी, मेगा टर्मिनल को रही झंंडी
बजट में दिल्ली मंडल को 444 करोड़ रुपये की रकम मिलने के बाद दिल्ली के स्टेशनों को चमकाने और वर्षों से अधर में लटके मेगा टर्मिनल के काम को आगे बढ़ाने की दिशा में जल्द काम शुरू होंगे।
नई दिल्ली [ संतोष कुमार सिंह ] । केंद्रीय बजट में दिल्ली मंडल को 444 करोड़ रुपये की रकम मिलने के बाद दिल्ली के स्टेशनों को चमकाने और वर्षों से अधर में लटके मेगा टर्मिनल के काम को आगे बढ़ाने की दिशा में जल्द काम शुरू होंगे।
इससे न सिर्फ नई दिल्ली और पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर यात्रियों का बोझ कम होगा बल्कि स्टेशनों पर बेहतर यात्री सुविधाएं भी उपलब्ध होंगी। बजट में छोटे स्टेशनों के विकास पर भी ध्यान रखा गया है।
इसके साथ ही ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाने, क्रासिंग की समस्या हल करने और वाशिंग लाइन में आने वाली परेशानी भी दूर की जाएगी। आनंद विहार के साथ ही बिजवासन, होलंबी कलां और शकूरबस्ती को मेगा टर्मिनल बनाने की योजना वर्षों पुरानी है, लेकिन इस दिशा में ठोस प्रगति नहीं हुई है।
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इससे नई दिल्ली व पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर बोझ बढ़ता जा रहा है। इस समय नई दिल्ली से रोजाना तीन सौ से ज्यादा ट्रेनों का परिचालन होता है और लगभग पांच लाख यात्री पहुंचते हैं।
इसी तरह से पुरानी दिल्ली से भी दो सौ के करीब ट्रेनें चलती हैैं। इतनी बड़ी संख्या में पहुंचने वाले यात्रियों को जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराना और सफाई व्यवस्था बनाए रखना बड़ी चुनौती है।
इस परेशानी को दूर करने के लिए मेगा टर्मिनल के निर्माण और अन्य स्टेशनों का विकास किया जाएगा। आनंद विहार टर्मिनल के विकास पर इस वर्ष 40 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
इसके साथ ही इसके दूसरे चरण के लंबित कार्य को भी आगे बढ़ाया जाएगा। इस टर्मिनल के विकसित होने से पूर्व दिशा की अधिकांश ट्रेनों का परिचालन यहां से संभव हो सकेगा।
बिजवासन और होलंबी कलां टर्मिनल के काम में भूमि अधिग्रहण करने और निर्माण कार्य को आगे बढ़ाने में फंड की कमी दूर की जाएगी। इसी तरह से शकूरबस्ती टर्मिनल के काम में भी तेजी आएगी।
नई दिल्ली स्टेशन पर बढ़ेगी सुविधा
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर यात्री सुविधाएं बढ़ाने के साथ ही इसके प्लेटफॉर्म में भी सुधार किए जाएंगे। प्लेटफॉर्म नंबर 1 से 5, 8 व 9 तथा 12 से 16 को इस तरह से विकसित किया जाएगा जिससे कि दिव्यांगों को सुविधा हो।
यहां 6 नए एस्क्लेटर लगाने के साथ ही जरूरत के अनुसार लिफ्ट भी लगेंगे। ट्रेनों में पानी की आपूर्ति में आने वाली परेशानी को दूर करने के लिए एक करोड़ रुपये खर्च होंगे।
पुरानी दिल्ली स्टेशन की बदलेगी सूरत
पुरानी दिल्ली की सूरत बदलने के लिए भी करोड़ों रुपये खर्च किए जाएंगे। कश्मीरी गेट की ओर से स्टेशन पर आने वाले यात्रियों की सुविधा के लिए प्रतीक्षालय, शौचालय, टिकट बुकिंग काउंटर और शेड का निर्माण किया जाएगा। स्टेशन के क्षतिग्रस्त हो गए प्लेटफॉर्म को भी दुरुस्त किया जाएगा। तीन नए एस्क्लेटर भी लगाए जाएंगे। उल्लेखनीय है इस स्टेशन के पुनर्विकास का काम चल रहा है इसमें अब और तेजी आएगी।
इन स्टेशनों का होगा विकास
तिलक ब्रिज, सब्जी मंडी, सराय रोहिल्ला, शकूरबस्ती, हजरत निजामुद्दीन व तुगलकाबाद के साथ ही गाजियाबाद रेलवे स्टेशनों का विकास किया जाएगा जिससे कि यहां से ज्यादा ट्रेनों का परिचालन किया जा सके।