यातायात पुलिस के लिए इग्नू के छात्र बनाएंगे सॉफ्टवेयर, मॉनिटरिंग में मिलेगी मदद
छात्र ऐसा सॉफ्टवेयर तैयार करेंगे, जो कार्रवाई के लायक शिकायतों को खुद ही डिटेक्ट कर अलग कर देगा और उस पर कार्रवाई की जा सकेगी।
नई दिल्ली [जेएनएन]। सोशल मीडिया पर हर दिन आने वाली शिकायतों की छंटनी करने में होने वाली दिक्कतों से जल्द ही यातायात पुलिस को निजात मिल जाएगी। इंदिरा गांधी मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) के छात्र ऐसा हाईटेक सॉफ्टवेयर तैयार कर रहे हैं, जो न सिर्फ शिकायतों की छंटनी करेगा बल्कि राजधानी की सड़कों पर होने वाली दुर्घटनाओं व जाम के प्रारूप की मॉनिटरिंग करेगा।
इन सभी छात्रों को दिल्ली यातायात पुलिस के कंट्रोल रूम से संबंद्ध किया जाएगा। छात्रों द्वारा तैयार किए जाने वाले डाटा के जरिए दिल्ली पुलिस को यह जानने में मदद मिलेगी कि राजधानी के विभिन्न इलाकों में किस प्रकार से जाम लगने की स्थिति बन रही है, ताकि इसका अध्ययन करके योजना बनाई जा सके। छात्र इस दौरान यातायात विभाग के आइटी सेल के साथ भी मिलकर उसके फेसबुक, ट्विटर व वाट्सएप पर आने वाली शिकायतो की समीक्षा करेंगे।
सोशल साइट पर आने वाली शिकायतों में से ऐसी शिकायतों को अब तक मैनुअल तरीके से अलग किया जाता है, जिन पर कार्रवाई की जरूरत होती है। सैकड़ों की संख्या में आने वाले अपडेट की मैनुअली इसकी छंटनी करने में मैनपावर के साथ ही वक्त ज्यादा लगता था। ऐसे में छात्र ऐसा सॉफ्टवेयर तैयार करेंगे, जो कार्रवाई के लायक शिकायतों को खुद ही डिटेक्ट कर अलग कर देगा और उस पर कार्रवाई की जा सकेगी।
कंप्यूटर एप्लिकेशन में डिग्री कोर्स कर रही 10 छात्राएं भी एप को डेवलप करने की दिशा में काम करेंगी, जोकि यातायात पुलिस के साथ दो महीने की इंटर्नशिप कर रही हैं। यातायात पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दिल्ली पुलिस डाटा एनालिसिस के लिए छात्रों की मदद ले रही है और इसके लिए इग्नू से इंटर्नशिप प्रोग्राम के लिए अपील की गई थी।
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