'यूपी के लोगों को इलाज में हुई परेशानी तो रोक देंगे दिल्ली का पानी, केजरीवाल होंगे जिम्मेदार'
मनोज धामा ने बताया कि यदि जीटीबी में उत्तर प्रदेश के लोगों का इलाज नहीं किया जाएगा तो दिल्ली के लोगों का गंगाजल रोक दिया जाएगा।
गाजियाबाद (जेएनएन)। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा गुरु तेग बहादुर अस्पताल में उत्तर प्रदेश के नागरिकों के इलाज के नियम बदलने का लोनी के लोगों ने विरोध जताया है। पूर्व चेयरमैन मनोज धामा ने एलान किया है कि लोनी के लोगों के इलाज में परेशानी हुई तो वे दिल्ली का पानी रोक देंगे।
परेशानी का सामना करना पड़ रहा है
पूर्व चेयरमैन मनोज धामा ने बताया कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली को अन्य राज्यों से अलग करने के लिए अस्पतालों में बाहरी लोगों के ओपीडी में इलाज पर रोक लगा दी है। इस फार्मूले को 15 सितंबर 2018 से दिल्ली के जीटीबी अस्पताल में लागू किया गया है। हालांकि अभी यह फार्मूला भी ट्रायल पर है लेकिन इस फार्मूले से उत्तर प्रदेश के लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
लिए जा रहे हैं पैसे
धामा का कहना है कि कुछ लोगों ने उनसे शिकायत की है कि अस्पताल में उनके टेस्ट और दवाओं के लिए रुपये लिए जा रहे हैं। वह रुपये देने में असमर्थ हैं। वे अस्पताल से बिना इलाज लौटने को मजबूर हैं।
गंगाजल रोक दिया जाएगा
पूर्व चेयरमैन मनोज धामा ने बताया कि यदि जीटीबी में उत्तर प्रदेश के लोगों का इलाज नहीं किया जाएगा तो दिल्ली के लोगों का गंगाजल रोक दिया जाएगा। उन्होंने मुरादनगर से दिल्ली से लिए सप्लाई की जाने वाली पाइप लाइन को बंद करने की चेतावनी दी है। उनका कहना है कि यदि यूपी के किसी भी नागरिक को परेशानी होती है तो इसके जिम्मेदार दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल होंगे।