Move to Jagran APP

दिल्ली में लीजिए शाम-ए-अवध का आनंद, जानिए क्‍या है खास

ओखला में मथुरा रोड पर स्थित द स्टेनलेस आर्ट गैलरी में शुरू हुए हम फिदा-ए-लखनऊ में नवाबों के शहर के इतिहास से लेकर वर्तमान तक की हर खूबी को महसूस किया जा सकता है।

By Edited By: Published: Sat, 16 Feb 2019 10:26 PM (IST)Updated: Sun, 17 Feb 2019 12:35 PM (IST)
दिल्ली में लीजिए शाम-ए-अवध का आनंद, जानिए क्‍या है खास

नई दिल्ली, जेएनएन। भूल-भुलैया के घुमावदार रास्ते हों या इमामबाड़े की ऊंची दीवारें, ऐतिहासिक रूमी दरवाजा हो या अंबेडकर पार्क। गोमती नदी पर बने रिवर फ्रंट की खूबसूरत वादियां हों या अमीनाबाद व कैसरबाग की तंग गलियां। पेंटिंग, फोटो और कलाकारी के माध्यम से दिल्ली में जैसे नवाबों का शहर लखनऊ उतर आया है। टुंडे कबाबी से लेकर वाहिद बिरयानी, शर्मा टी स्टॉल की चाय व समोसे का स्वाद यहां प्रदर्शित पेंटिंग में महसूस किया जा सकता है।

loksabha election banner

ओखला में मथुरा रोड पर स्थित द स्टेनलेस आर्ट गैलरी में शनिवार से शुरू हुए 'हम फिदा-ए-लखनऊ' में नवाबों के शहर के इतिहास से लेकर वर्तमान तक की हर खूबी को महसूस किया जा सकता है। वक्त के साथ लखनऊ के हर बदलाव की झांकी इसमें देखने को मिल रही है, वहीं शेफ पारुल लखनऊ के कबाब से लेकर कुल्हड़ वाली मसाला चाय तक बना रही हैं। बैकग्राउंड में बजता इन आंखों की मस्ती के मस्ताने हजारों हैं.. पूरी तरह से लखनऊ का फील कराता है।

आर्ट गैलरी की मैनेजर मीतू कपूर ने बताया कि प्रदर्शनी रविवार शाम 7 बजे तक चलेगी। प्रदर्शनी में सबसे पहले आद्या वत्स की रूमी दरवाजे की पेंटिंग लगाई गई है। वाटर बेस शीट पर मेटेलिक स्प्रे कलर से बनी यह पेंटिंग लखनऊ के गौरवशाली इतिहास को दर्शाती है, वहीं रितु चोपड़ा ने अंबेडकर पार्क की रात की दूधिया रोशनी में नहाई फोटो से एकदम नए लखनऊ का लुक दिखाया है।

आशिर कुमार ने अलग-अलग समय पर विभन्न एंगल से ली गई फोटो से भूलभुलैया की भव्यता को दिखाया है। धूप, बारिश व शाम की फोटो में यह  कई आकर्षक रंगों में चमक रहा है, वहीं विजय सिंह ने अपनी फोटो में इमामबाड़े के अंदर लगी खिड़की-दरवाजों पर की गई डिजाइन को उकेरा है। सुचिता महतो ने रेजिनबेस फाइबर पर थ्री-डी इफेक्ट में आसिफी इमामबाड़े को उकेरा है। वहीं, एक अन्य पेंटिंग में लखनऊ की जरदोजी कला को दर्शाया गया है।

लखनऊ की लाइफलाइन यानी गोमती नदी के धोबी घाट, कुड़िया घाट व पक्का पुल की छतरियों की पानी में पड़ती परछाई वाला जय ठाकुर और गरिमा अग्रवाल के फोटो नदी की स्वच्छता व गतिशीलता को बयान करते हैं। मोहित गुप्ता की ऑल्सेंस गैरिसन चर्च का फोटो, पुनीत वाधवानी की रेजीडेंसी की फोटो शहर की धरोहर को दर्शा रही हैं।

विभूति महाजन ने अपनी पेंटिंग में नवाब वाजिद अली शाह का दरबार दिखाया है। जूही कुमार ने शहादत अली का मकबरा और लखनऊ विश्वविद्यालय को अपनी वाटर कलर की पेंटिंग में हू-बहू उकेरा है। प्रदर्शनी के आयोजक मोहित गुप्ता, लुभना सेन, मिनिषा भारद्वाज व नवेद आदि ने बताया कि यह प्रदर्शनी कला यात्रा के जरिये लखनऊ को और जानने का मौका देती है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.