कोरोना वायरस ने कैसे बदल दी है आपकी जिंदगी, पढ़िए- यह स्टोरी
घर में रहने से लेकर दफ्तर में काम करने और रास्ते में सफर के दौरान बहुत बदलाव आया है।
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते प्रभाव और खतरे ने दिल्ली-एनसीआर समेत देशभर के लोगों की जिंदगी में कई तरह के बदलाव किए हैं। घर में रहने से लेकर दफ्तर में काम करने और रास्ते में सफर के दौरान बहुत बदलाव आया है। आइये जानते हैं कि कोरोना संक्रमण के चलते क्या-क्या बदलाव हुआ है लोगों के जीवन में।
हाथ मिलाना छोड़ दिया लोगों ने
मार्च महीने के मध्य से ही दिल्ली-एनसीआर में लोगों एक-दूसरे से गले मिलना तो दूर हाथ तक मिलाना बंद कर दिया है। लोग अब एक-दूसरे से मिलने के दौरान नमस्ते या हाय-हेला करते हैं। बता दें कि देश में पहले से ही हाथ मिलाने की नहीं, बल्कि नमस्त-प्रणाम या फिर सलाम-आदाब की परंपरा रही है। यह परंपरा भारतीय की जीवनशैली में फिर लौट आई है। गौरतलब है कि कोरोना वायरस संक्रमण की दस्तक के साथ ही डॉक्टरों ने आगाह कर दिया था कि यह वारयस छून से फैलता है इसके बाद नमस्ते का चलन तेजी से बढ़ा है।
वर्क फ्रॉम होम को बढ़ावा
कोरोना वायरस संक्रमण के दौर में वर्क फ्रॉम होम में तेजी से इजाफा देखने को मिला है। इससे कोरोना वायरस फैलने का खतरा तो टलता ही है, साथ ही आवाजाही का समय भी बच रहा है। इसके कुछ नुकसान हैं, मसलन बोरियत और एक ही जगह बैठे-बैठे स्वास्थ्य प्रभावित होना। यहां तक कि मोटापे की समस्या देखने को मिल रही है। बावजूद इसके कोरोना काल में वर्क फ्रॉम होम जीवन शैली का अहम हिस्सा बन गया है।
साफ-सफाई पर ज्यादा ध्यान
लोगों ने साफ-सफाई पर अधिक ध्यान देना शुरू कर दिया है। ज्यादातर लोग अब कहीं भी बैठने से पहले पूर्व की तुलना में अधिक सचेत रहने लगे हैं। सैनिटाइजर का इस्तेमाल जिंदगी का अहम हिस्सा बन गया है। घर-दफ्तरों में भी पहले की तुलना में साफ-सफाई का महत्व बढ़ा है।
मास्क का इस्तेमाल
लोगों की जिंदगी में और उनके लाइफस्टाइल में मास्क जरूरी हिस्सा बन गया है। अब इसने एक फैशन का रूप भी अख्तियार कर लिया है। घर, दफ्तर या सफर के दौरान लोग हर हाल में मास्क लगाने लगे हैं।
शारीरिक दूरी का नियम
शारीरिक दूरी का नियम पालन करने वालों की तादात तेजी से बढ़ी है। लोग सार्वजनिक स्थल पर शारीरिक दूरी के नियमों का पालन सहज रूप में करते नजर आ जाएंगे। मॉल, रेलवे स्टेशनों और बसों तक में शारीरिक दूरी का नियम का लोग पालन संजीदगी से करते हैं।
सड़क पर थूकना गजुरे जमाने की बात
शोधकर्ताओं के मुताबिक, धूमपान करने वाले लोगों को भी कोरोना संक्रमण का ज्यादा खतरा है। ऐसे में लोगों ने धूमपान छोड़ना शुरू कर दिया है। इसी के साथ लोगों पर स्थानीय प्रशासन का भी दबाव है। ज्यादातर राज्यों में सड़क पर थूकने पर 500 रुपये पर जुर्माना लगाया जा रहा है।