यमुना खादर में प्रशासन के लिए सिर दर्द बने कुछ लोग, राहत शिविरो में जाने को तैयार नहीं
यमुना का जलस्तर बढ़ने के साथ ही मंगलवार को किसान कॉलोनी और यमुना खादर में पानी घुस गया है। कई झुग्गियां डूब चुकी हैं।
नई दिल्ली [शुजाउद्दीन]। यमुना खादर में रहने वाले लोग बड़ी संख्या में प्रशासन की ओर से बनाए गए राहत शिविरों में पहुंच गए हैं। लेकिन अभी भी बहुत से ऐसे लोग हैं जो जगह छोड़ने को तैयार नहीं है। यह लोग प्रशासन के लिए सिर का दर्द बन गए हैं, अधिकारी इनसे जगह खाली करने के लिए कह रहे तो यह दो टूक जवाब दे रहे है कि उन्हें तैरना आता है।
लोग कह रहे हैं कि जब पानी उनकी जगह तक पहुंच जाएगा, वह जगह को खाली कर देंगे। जबकि यह लोग अपना जरूरी सामान राहत शिविरों में पहले ही पहुंचा चुके हैं।
प्रशासन के अधिकारियों की बात नहीं सुन रहे कुछ लोग
प्रशासन के अधिकारियों का कहना है कि वह इनके साथ जोर जबरदस्ती भी नहीं कर सकते, क्योंकि अगर यह लोग भड़क गए तो स्थिति बिगड़ सकती है। इन लोगों को इस बात का डर है कि इनकी जगह पर कोई दूसरा व्यक्ति कब्जा न कर ले या सरकार जगह खाली न करवा ले।
इतना ही नहीं यह लोग शिविरों आकर प्रशासन की ओर से वितरित किए जा रहे भोजन को खाकर वापस खादर के इलाकों में पहुंच जाते हैं। ऐसा भी देखने को मिल रहा है कि एक परिवार ने एक व्यक्ति की ड्यूटी खादर में लगाई हुई है, परिवार के बाकी सदस्य शिविरों में आराम से रह रहे हैं। अधिकारी उन लोगों को समझाने का प्रयास कर रहे है कि वह खादर के इलाकों में न जाएं।
किसान कॉलोनी और यमुना खादर में घुसा बाढ़ का पानी
बता दें कि यमुना का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। इसकी वजह से मंगलवार को किसान कॉलोनी और यमुना खादर में बाढ़ का पानी घुस गया है। कई झुग्गियां डूब चुकी हैं। जानकारी के अनुसार, उस्मानपुर पहला पुश्ता यमुना खादर में अभी भी कुछ लोग हैं जो राहत शिविरों में जाने को तैयार नहीं है। प्रशासन के लोग लोगों से अपील कर रहे हैं कि वे बाढ़ प्रभावित इलाकों को छोड़कर राहत शिविर में चले जाएं लेकिन वे मान नहीं रहे हैं।
निगम बोध घाट में घुसा पानी
यमुना नदी का पानी रिंग रोड स्थित निगम बोध घाट में भी घुस गया है और चिता घाट डूब गया। निगम बोध घाट के पास के कुछ घर भी पानी में आधे डूब गए हैं। वहीं, यमुना के डूब क्षेत्र में रहने वाले लोगों को प्रशासन विकास मार्ग पर ले आया है, जहां उन्हें टेंट में ठहराया गया है।
पुराने लोहे के पुल पर वाहनों का आवागमन बंद
हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज से रविवार को बहुत अधिक मात्र में छोड़े गए पानी के कारण दिल्ली में यमुना उफान पर है। सोमवार शाम यमुना का जलस्तर खतरे के निशान के ऊपर पहुंच गया। जिला प्रशासन ने पुराने लोहे के पुल पर बैरिकेड लगाकर वाहनों का आवागमन बंद कर दिया है। पुराना लोहा पुल को पैदल यात्रियों के लिए भी बंद कर दिया गया है।