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गुरुग्राम में स्वाइन फ्लू के 7 नए मामले, मरीजों की संख्या बढ़कर 18 हुई

गुरुग्राम में स्वाइन फ्लू मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। रविवार को आई रिपोर्ट में सात नए मरीज मिले हैं जिन्हें स्वाइन फ्लू हुआ है।

By Edited By: Published: Sun, 20 Jan 2019 07:31 PM (IST)Updated: Sun, 20 Jan 2019 07:32 PM (IST)
गुरुग्राम में स्वाइन फ्लू के 7 नए मामले, मरीजों की संख्या बढ़कर 18 हुई

गुरुग्राम, जेएनएन।  रात को कड़ाके की सर्दी के चलते स्वाइन फ्लू अब अपने पैर पसार रहा है। जिले में स्वाइन फ्लू मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। रविवार को आई रिपोर्ट में सात नए मरीज मिले हैं जिन्हें स्वाइन फ्लू हुआ है। जिसके साथ जिला में स्वाइन फ्लू के मरीजों की संख्या बढ़कर 18 हो गई है। सिविल सर्जन डॉ. बीके राजौरा ने कहा कि सभी मरीजों के सैंपल नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (एनसीडीसी) में जांच कराने भेजे थे और सात मरीजों को स्वाइन फ्लू से ग्रस्त होने की पुष्टि हुई है। सभी मरीजों ने प्राइवेट अस्पतालों में इलाज कराया है।

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डॉ. राजौरा ने कहा कि स्वाइन फ्लू से डरने की जरूरत नहीं है बस पहचान और सावधानी बरतने की जरूरत है। वहीं संदिग्ध मरीजों की संख्या 64 पर पहुंच गई है। शहर में इस सीजन में एक स्वाइन फ्लू मरीज की मौत हो चुकी है। डॉ. राजौरा का कहना है कि कोई भी स्वाइन फ्लू की जांच के तय रेट 4500 रुपये से ज्यादा नहीं लेगा और कोई लेता है तो सीएमओ कार्यालय के फोन नंबर 0124- 2322412 पर शिकायत दर्ज करवा सकते है।

जुकाम की पहचान 

सर्दी-जुकाम के समय पहले गले में खराश पैदा होती है और जलन होती है। नाक बंद हो जाती है या बहने लगती है। रोगी को बार-बार छींक आने लगती है। हल्का बुखार भी आ जाता है। सामान्य लोगों में आमतौर पर सात दिनों के बाद जुकाम दूर हो जाता है। लेकिन ये स्वाइन फ्लू नहीं है।

स्वाइन फ्लू के लक्षण 

गला खराब होना, जुकाम होना, नॉर्मल कोल्ड होना, आंखों में दर्द व पानी आना, सिर दर्द करना, खांसी होनाां, मांसपेशियों में दर्द होना,  आंखे लाल होना

स्वाइन फ्लू से बचाव 

स्वाइन फ्लू वायरस से संक्रमण व्यक्ति का खांसना और छींकना या ऐसे उपकरणों का स्पर्श करना जो दूसरों के संपर्क में भी आता है, तो वो दूसरे को संक्रमित कर सकता है। जो संक्रमित नहीं है वो भी दरवाजा के हेंडल, टेलीफोन के रिसीवर या टायलेट के नल के स्पर्श के बाद स्वयं की नाक पर हाथ लगाने भर से संक्रमित हो सकते हैं। मरीज को मास्क पहनकर रखना चाहिए। ध्यान रखें कोई भी मरीज स्वयं मेडिकल स्टोर से दवा लेकर न खाए। जुकाम व खांसी होने के बाद डॉक्टर को जरूर दिखाए। डॉक्टर अपनी जांच कर दवा देगा। अगर किसी भी मरीज ने एक बार टैमी फ्लू टेबलेट खा ली और जब स्वाइन फ्लू होगा, तो टैमी फ्लू असर नहीं करेंगी।


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