New Parliament: नए संसद भवन के उद्घाटन का बहिष्कार पंडित नेहरू का अपमान, हरदीप पुरी का कांग्रेस पर वार
नए संसद भवन के उद्घाटन का विपक्षी दलों द्वारा बहिष्कार पर केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि कांग्रेस पंडित नेहरू का अपमान कर रही है। पुरी ने कहा कि इस तरह की कार्रवाइयों से विपक्षी दल निश्चित रूप से गुमनामी में खो जाएगा।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। नए संसद भवन के उद्घाटन कार्यक्रम के विपक्षी पार्टियों के बहिष्कार पर केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि कांग्रेस पंडित नेहरू का अपमान कर रही है। पूर्व प्रधानमंत्रियों और खुद कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने कई इमारतों का शुभारंभ किया है। उन्होंने कहा कि सभी पार्टियों को आत्मावलोकन करना चाहिए। वे सर्वोदय बाल विद्यालय राउज एवेन्यू में आयोजित जिला स्तरीय युवा उत्सव में पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे।
विपक्ष पर हरदीप पुरी का हमला
पुरी ने कहा कि इस तरह की कार्रवाइयों से विपक्षी दल निश्चित रूप से गुमनामी में खो जाएगा। वे सार्वजनिक मंचों पर बुद्धिमानी दिखाएं ऐसा बहुत कम लगता है। धीरे-धीरे ही सही वे निश्चित कर रहे हैं कि गुमनामी में मिट जाएंगे। उन्होंने कहा कि मीरा कुमार के लोकसभा स्पीकर रहते नई संसद भवन के निर्माण की बात की गई थी, लेकिन विपक्ष के नेता जनता के बीच कुछ और कहते हैं और संसद के अंदर कुछ और। प्रधानमंत्री रहते हुए डा. मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मणिपुर में विधानसभा के काम्प्लेक्स और लाइब्रेरी का शुभारंभ किया था।
युवा देंगे देश की अर्थव्यवस्था को आकार
शशि थरूर ने नए संसद भवन की बात कही थी। यह समय आरोप लगाने का नहीं है। भारत मदर ऑफ डेमोक्रेसी है। यह उत्सव मनाने का समय है। 1947 के बाद कॉलोनियल इमारत में संसद चल रही है। कांग्रेस ने इसे नहीं बनाया, अगर उन्होंने बनाया होता तो वे उद्घाटन करते। इससे पहले स्कूल में छात्रों को संबोधित करते हुए हरदीप पुरी ने कहा कि भारत हर क्षेत्र में तरक्की कर रहा है। आप 25 साल बाद देश की अर्थव्यवस्था को आकार देंगे। एक देश के तौर पर हमें 75 साल ही हुए हैं।
हमारी सभ्यता हजारों वर्ष पुरानी है। सभ्यता के आयामों का आधुनिक भारत में समावेश करते हुए देश को आगे ले जाएंगे। इस मौके पर भारतीय युवा कल्याण मंत्रालय के संयुक्त सचिव नीतेश कुमार मिश्रा मौजूद रहे। कार्यक्रम में भारतीय डाक विभाग, अग्निशमन विभाग और केंद्रा बैंक के स्टाल लगाए गए थे। इनमें आपदा में बचने और बचत योजनाओं संबंधी जानकारी छात्रों को दी गई। कार्यक्रम के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम और वाद-विवाद, लेखन आदि प्रतियोिताओं का आयोजन भी किया गया।