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दिल्ली के जीटीबी अस्पताल में 500 कोरोना संक्रमित को ऑक्सीजन की जरूरत, स्वास्थ्य मंत्री ने ट्वीट कर मांगी मदद

कोरोना की जंग में यहां सांसों पर ही आफत आने वाली है यहां अस्पताल में मात्र चार घंटे की आक्सीजन सप्लाइ बची है। यह जानकारी खुद स्वास्थ्य मंत्री ने दी है। चिंता की बात यह है कि यहां करीब 500 कोरोना मरीजों का इलाज चल रहा है।

By Prateek KumarEdited By: Published: Tue, 20 Apr 2021 10:38 PM (IST)Updated: Wed, 21 Apr 2021 07:04 AM (IST)
दिल्ली के बड़े अस्पतालों में शुमार जीटीबी अस्पताल की हालत गंभीर है।

नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। दिल्ली के बड़े अस्पतालों में शुमार जीटीबी अस्पताल की हालत गंभीर है। कोरोना की जंग में यहां सांसों पर ही आफत आने वाली है, यहां अस्पताल में मात्र चार घंटे की आक्सीजन सप्लाइ बची है। यह जानकारी खुद स्वास्थ्य मंत्री ने दी है। चिंता की बात यह है कि यहां करीब 500 कोरोना मरीजों का इलाज चल रहा है। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि दिल्ली में कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर बहुत तेजी से बेड बढ़ाए जा रहे हैं। पिछले 10 से 12 दिनों में तीन गुना से अधिक बढ़ाए गए हैं। आज कोविड अस्पतालों में 18,923 बेड हैं और उसमें से 2426 बेड उपलब्ध हैं। अस्पतालों से अटैच कर कई सेंटर्स में और बेड बढ़ाए जा रहे हैं। दिल्ली कोरोना एप पर उपलब्ध बेड देखे जा सकते हैं।

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केंद्र सरकार से सभी कंपनियों को रेमडेसिविर आपूर्ति की अनुमति देने की मांग की गई है, ताकि इसकी किल्लत खत्म हो सके। उन्होंने प्रवासियों से अपील करते हुए कहा कि दिल्ली में बहुत कम दिनों का लाॅकडाउन लगा है, दिल्ली छोड़ कर न जाएं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार से स्कूलों और कम्युनिटी सेंटर में वैक्सीनेशन सेंटर खोलने की अनुमति दी जाती है, तो हम दिल्ली में तेजी से वैक्सीनेशन कर पाएंगे।

दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने दिल्ली में कोरोना के मौजूदा हालात के संबंध में कहा कि कल दिल्ली में 23,686 नए केस आए और सकारात्मकता दर करीब 26 फीसद रही। कल दिल्ली में करीब 90 हजार लोगों के कोरोना टेस्ट किए गए, जो पूरे देश के औसत से 5 गुना अधिक है। दिल्ली के कोविड अस्पतालों में कल तक कुल 18,231 बेड थे, जिसमें से 3 हजार बेड खाली थे। आईसीयू के लगभग 100 बेड उपलब्ध थे। वहीं, आज कोविड अस्पतालों में कुल 18,923 बेड हैं, जिसमें से 2462 बेड उपलब्ध हैं।

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि दिल्ली सरकार और भी बेड बढ़ाने के प्रयास कर रही है। दिल्ली में बहुत तेजी के साथ बेड बढ़ाए जा रहे हैं। प्रतिदिन एक से डेढ़ हजार बेड बढ़ रहे हैं। 8 अप्रैल के आसपास करीब 6 हजार बेड थे, जो आज बढ़ा कर करीब 19 हजार बेड कर दिए गए हैं। दिल्ली सरकार ने पिछले 10-12 दिनों में तीन गुना से भी अधिक बेड बढ़ा दिए हैं। दिल्ली में बहुत ही आश्चर्यजनक तरीके से कोरोना के मामले आए हैं। पिछले तीन-चार दिनों से प्रतिदिन करीब 25 हजार मामले आ रहे हैं। इसी तरह देश में भी करीब ढाई लाख केस प्रतिदिन आ रहे हैं। काॅमनबेल्थ गेम विलेज समेत कई अन्य सेंटर भी कोविड बेड बढ़ाए गए हैं। हम दिल्ली सरकार के सभी अस्पतालों के साथ इन्हें संबद्ध करके बेड बढ़ा रहे हैं। दिल्ली कोरोना एप में कोविड बेड की उपलब्धता को देखा जा सकता है।

स्वास्थ्य मंत्री ने वैक्सीनेशन को लेकर कहा था कि हमने केंद्र सरकार से 45 साल के उम्र तक के लोगों के वैक्सीनेशन करने की मांग की थी। हमारी तरह से अनुराध किया गया था कि केंद्र सरकार मान लेगी, तो लोगों के लिए अच्छी बात रहेगी। तीन-चार दिनों के बाद केंद्र सरकार ने हमारी वह मांग मान ली थी और 45 साल की उम्र वालों को भी वैक्सीनेशन की छूट दे दी थी। इसके बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार को पत्र लिख कर 18 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों का वैक्सीनेशन की अनुमति देने की मांग की थी। इस बार भी हमने कहा था कि यह सिर्फ हमारी तरफ से अनुरोध किया गया है। हम तो ठीक कह रहे हैं, अगर केंद्र सरकार को ठीक लगे, तो मान ले। तब भी मैने कहा था कि यह मांग भी केंद्र सरकार दो-चार दिनों बाद मानेगी और आखिरकार केंद्र सरकार ने 18 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों के वैक्सीनेशन की एक मई से अनुमति दे दी है।

उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार वैक्सीनेशन के लिए व्यापक तरीके से तैयारी करेगी। दिल्ली में पहले से ही 500 से अधिक वैक्सीनेशन सेंटर हैं। सेंटर्स को और बढ़ाया जाएगा। केंद्र सरकार से हमने वैक्सीनेशन सेंटर खोलने में भी रियायत देने की मांग की थी। हमने मांग की थी कि स्कूलों और कम्युनिटी सेंटर में वैक्सीनेशन सेंटर खोलने की अनुमति दी जाए। अगर यह अनुमति मिल जाती है, तो हम बहुत तेजी से वैक्सीनेशन कर पाएंगे। हमने वैक्सीन खरीदने के लिए अपने बजट में पैसे का प्रावधान किया है।

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि दिल्ली में बहुत तेजी से अधिक केस आए। इसलिए हर व्यक्ति को अब डर लग रहा है और अब सभी लोग टेस्ट कराना चाहते हैं। टेस्ट कराने से महत्वपूर्ण यह है कि उसकी रिपोर्ट जल्द आनी चाहिए। अगर टेस्ट रिपोर्ट ही छह दिन बाद आएगी, तो उसका कोई उपयोग नहीं होगा। हम दिल्ली की पूरी क्षमता का उपयोग कर रहे हैं। जिनको कोरोना के लक्षण हैं, टेस्ट में उनको ही प्राथमिकता दी जा सकती है। दिल्ली में प्रतिदिन करीब एक लाख टेस्ट हो रहे हैं। पिछले दिनों तीन-चार दिनों में रिपोर्ट आ रही थी, लेकिन अब 24 घंटे में रिपोर्ट आ रही है।

स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि रेमडेसिविर की पूरे देश में कमी है। हमने केंद्र सरकार से भी कहा था कि एक्सपोर्ट अथाॅरिटी को दिल्ली और पूरे देश में अनुमति दी जाए। इसकी देश में संभवतः 12 से 14 कंपनियां हैं। अगर केंद्र सरकार इन सभी को अनुमति दे देती है, तो इसकी किल्लत खत्म हो जाएगी। जो भी इसकी ब्लैक मार्केटिंग करेंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। दिल्ली में बहुत कम दिनों का लाॅकडाउन लगा है। प्रावासी लोग अगर घर जाते हैं, उनके आने-जाने में ही यह समय निकल जाएगा। सभी लोगों से अनुरोध है कि वे दिल्ली छोड़ कर न जाएं। दिल्ली सरकार उनका ख्याल रखेगी।


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