जामिया के पास लगे गोली मारो... के नारे, पुलिस ने नारेबाजी कर रहे समूह के लोगों को हटाया
जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय परिसर के समीप धरना स्थल पर उस समय अफरातफरी मच गई जब कुछ लोग तिरंगा लिए वहां जय श्री राम के नारे लगाने लगे...
नई दिल्ली, पीटीआइ/ब्यूरो । संशोधित नागरिकता कानून (Citizenship Amendment Act 2019) को लेकर मचे सियासी बवाल के बीच जामिया में मंगलवार को फिर तनाव की स्थिति पैदा हो गई। समाचार एजेंसी पीटीआइ के मुताबिक, एक समूह के लोग जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय (Jamia Millia Islamia University) के नजदीक जमा हो गए और नारेबाजी की। उनके हाथों में राष्ट्रीय ध्वज थे और वे 'जय श्री राम' और 'गोली मारो... के नारे लगा रहे थे।
विश्वविद्यालय पर CAA कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे जामिया के छात्र हाफिज आजमी ने बताया कि लोगों की भीड़ सुखदेव विहार की ओर से नारेबाजी करती हुई आई थी। हालांकि उन्हें गेट नंबर एक पर ही बैरीकेड के पास रोक दिया गया। छात्र ने बताया कि वे लोग वहां 10 मिनट से ज्यादा देर तक रहे। पीटीआइ के मुताबिक, कुछ छात्रों ने पूरे घटनाक्रम की वीडिया बनाई जिसमें कुछ पुलिसकर्मी नारेबाजी कर रहे लोगों के पास चलते दिखाई दे रहे हैं।
जागरण संवादाता की रिपोर्ट के मुताबिक, नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन (एनआरसी) के विरोध में जामिया मिल्लिया इस्लामिया के गेट नंबर सात पर चल रहे धरने में इस घटनाक्रम से अफरातफरी की स्थिति पैदा हो गई। समूह में 50-60 लोग शामिल थे। वे लोग धरना समाप्त करने और सीएए-एनआरसी के समर्थन में नारेबाजी कर रहे थे। हालांकि, मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों को वहां से हटा दिया। वे लोग प्रदर्शनकारियों से सीएए और एनआरसी का समर्थन करने की मांग कर रहे थे।
धरना दे रहे लोगों ने आरोप लगाया कि समूह के लोग भाजपा और संघ के समर्थक थे जो उनके आंदोलन में खलल डालना चाहते थे। लोगों ने आरोप लगाया कि दिल्ली चुनाव के चलते शाहीन बाग में हो रहे प्रदर्शन का माहौल बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है। गौरतलब है कि 30 जनवरी को जामिया से निकाले गए पैदल मार्च में गोली चलाने की घटना में एक प्रदर्शनकारी छात्र घायल हो गया था। वहीं, एक फरवरी को शाहीन बाग में धरनास्थल पर एक युवक ने गोली चला दी थी। इसके बाद पुलिस ने जामिया और शाहीन बाग पहुंचने वाले रास्तों पर सुरक्षा कड़ी कर दी है।