Corona in Delhi: केंद्र सरकार ने तय किए कोरोना टेस्ट के रेट, 2400 रुपये में निजी लैब में कराएं जांच
कोरोना संकट के बीच आम आदमी को राहत प्रदान करते हुए केंद्र सरकार ने कोरोना टेस्ट के रेट को कम करते हुए 2400 रुपये तय कर दिया है।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के आदेश पर राजधानी में कोरोना की जांच अब युद्धस्तर पर होगी। इसके लिए सबसे पहले निजी लैब में इसकी जांच की कीमत नियंत्रित की गई है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इसकी कीमत आधी करने का निर्देश दिया है। इसके तहत अब किसी भी लैब में 2400 रुपये में कोरोना की जांच होगी। बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने जारी किए बयान में बताया कि उच्च स्तरीय विशेषज्ञ समिति की सिफारिशों के आधार पर जांच की कीमत तय की गई है। साथ ही दिल्ली में बृहस्पतिवार से एंटीजन किट्स के जरिये जांच पर करने का आदेश जारी कर दिया गया है। इसके लिए अतिरिक्त 169 जांच केंद्र तैयार किए जा रहे हैं।
कोरोना के जांच की कीमतों की थी सिफारिश
अभी तक दिल्ली में निजी लैब में कोरोना वायरस की जांच 4500 रुपये में हो रही थी। गत 25 मई को भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आइसीएमआर) के महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गव ने सभी राज्यों से कोरोना जांच की कीमतों को घटाने की सिफारिश की थी। इसके बाद कुछ राज्यों ने कीमतें घटा दी थीं। लेकिन दिल्ली में अब इस पर अमल शुरू हुआ है। गृह मंत्रालय के अनुसार दिल्ली में फिलहाल 242 कंटेनमेंट जोन हैं। इन कंटेनमेंट जोन में करीब 2,30,466 लोग रहते हैं। इन इलाकों में सर्वे शुरू हो चुका है। बीते दो दिनों में 1,77,692 लोगों का सर्वे किया जा चुका है। बाकी लोगों का 20 जून तक सर्वे पूरा कर लिया जाएगा। बता दें कि गत 14 जून को गृहमंत्री अमित शाह की बैठक में दिल्ली में जांच बढ़ाने का फैसला लिया गया था। इसके बाद पिछले दो दिन में 16,618 सैंपल की जांच की गई है। इनमें से 6510 सैंपल की रिपोर्ट भी आ चुकी है। जबकि बाकी सैंपल की रिपोर्ट बृहस्पतिवार तक मिल जाएगी। मंत्रालय ने यह भी कहा है कि गृहमंत्री के आदेश से पहले दिल्ली में रोजाना औसतन चार से साढ़े चार हजार सैंपल की जांच की जा रही थी।
एंटीजन किट के जरिये तेजी से होगी जांच
बृहस्पतिवार से दिल्ली में एंटीजन किट के जरिये कोविड जांच में तेजी लाई जाएगी। दिल्ली के लगभग सभी कंटनेमेंट जोन में इस किट के जरिये ही जांच होगी और तुरंत रिपोर्ट का पता चल जाएगा। इसके लिए सभी डिस्पेंसरियों को जांच केंद्र में तब्दील किया जाएगा। बता दें कि दिल्ली सरकार ने 20 जून तक 18 हजार रोजाना जांच करने का लक्ष्य रखा है और इस लक्ष्य को पाने के लिए दिल्ली के अलग अलग इलाकों में जांच का दायरा बढ़ा दिया गया है। इसके लिए दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने लगभग 110 टीमें भी बनाई हैं जो जगह-जगह जाकर जांच करेंगी।
दिल्ली को मिले हैं 50 हजार एंटीजन किट
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार अभी दिल्ली सरकार को 50 हजार एंटीजन किट मिले हैं। आइसीएमआर और एम्स की अनुमति के बाद इस किट के इस्तेमाल का फैसला किया गया है। इसकी खास बात यह है कि इस किट की मदद से जांच के लिए न तो लैब की जरूरत है, न मशीन की और न ही रिपोर्ट का इंतजार करने की। इस किट से आधे घंटे में रिपोर्ट मिल जाएगी। जांच के लिए नाक से दो से तीन बूंद स्वैब लेकर किट में डाला जाएगा। 15 से 30 मिनट में इसकी रिपोर्ट आ जाएगी। हालांकि डॉक्टरों का कहना है कि इस किट में पॉजिटिव को तो पॉजिटिव ही माना जाएगा, लेकिन अगर किसी की रिपोर्ट नेगेटिव आती है और उसमें कुछ खास लक्षण दिखते हैं तो ऐसे मरीजों का दोबारा से आरटीपीसीआर के जरिये जांच की जाएगी। फिलहाल आरटीपीसीआर के जरिये ही जांच होती है। कंटेनमेंट जोन में अलग-अलग जगहों पर स्टॉल लगाया जाएगा। जहां पर मरीज आएंगे, वहां आसपास के लोगों के भी सैंपल लिए जाएंगे और वहीं पर उन्हें रिपोर्ट बता दी जाएगी। इसके लिए किसी को कोई शुल्क नहीं देना होगा।