शांति दूत बनें तो आतंकियों को मिलेगी जन्नत, बदल जाएगी कश्मीर की सूरत: सत्यपाल
सत्यपाल मलिक ने कहा कि कश्मीर के युवाओं को अगर पढ़ाई की ओर मोड़ दिया जाए तो वे गलत दिशा में जाने से बच सकते हैं।
गाजियाबाद, जेएनएन। जम्मू और कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा कि लोगों को मारकर जन्नत नहीं मिल सकती, लेकिन शांति का दूत बनें तो जीते जी जन्नत मिल सकती है। दावा किया कि अगले छह माह में कश्मीर की सूरत और बदल जाएगी।
गाजियाबाद के गांव जावली में एक निजी कार्यक्रम में पहुंचे राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा कि उन्होंने आतंकियों को हथियार रखकर खाना खाने का न्योता दिया। उन्होंने आतंकियों से कहा कि तुम्हें मरने के बाद जन्नत मिलने के नाम पर बरगलाया जा रहा है। कश्मीर के युवाओं को अगर पढ़ाई की ओर मोड़ दिया जाए तो वे गलत दिशा में जाने से बच सकते हैं।
भारत की फौज एक माह में आतंकियों को खत्म करने में सक्षम है। आतंकवाद गोलियों से नहीं बल्कि प्रेम से ही खत्म किया जा सकता है। इस बार निकाय चुनाव में कोई ¨हसा नहीं हुई। लोगों का रुख आतंकवाद से हट रहा है। उन्होंने दावा किया कि कश्मीर का कोई युवा पिछले चार माह के दौरान कोई आतंकी संगठन में शामिल नहीं हुआ है। आने वाला समय कश्मीर के शांतिप्रिय होने का है।