पालतू पशुओं में माइक्रोचिप लगा सकती है दिल्ली सरकार
कुत्तों और बंदरों को लेकर भी कोई नीति नहीं है। इसीलिए इन जानवरों की परेशानी दूर करने के लिए पशु स्वास्थ्य एवं कल्याण नीति बनाई गई है, जिसमें कई प्रस्ताव शामिल हैं।
नई दिल्ली, जेएनएन। दिल्ली में बढ़ते बेसहारा पशुओं पर नियंत्रण के लिए सरकार पालतू पशुओं में माइक्रोचिप लगा सकती है। ऐसा सुझाव सरकार ने पशु-पक्षियों को लेकर बनाई गई नीति में दिया है। दिल्ली सचिवालय में बुधवार को इस नीति पर सामाजिक कार्यकर्ता, शोधकर्ता और विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक भी की गई। दिल्ली के विकास मंत्री गोपाल राय ने पत्रकारों को बताया कि दिल्ली में पशु-पक्षियों को लेकर अभी तक कोई नीति नहीं थी।
कुत्तों और बंदरों को लेकर भी कोई नीति नहीं है। इसीलिए इन जानवरों की परेशानी दूर करने के लिए पशु स्वास्थ्य एवं कल्याण नीति बनाई गई है, जिसमें कई प्रस्ताव शामिल हैं। राय ने कहा कि दिल्ली में बेसहारा पशुओं की बढ़ती संख्या और समस्या चिंताजनक है।
इसे देखते हुए पालतू जानवरों में माइक्रोचिप लगाने का सुझाव आया है। इस सुझाव पर काम करने के बाद नगर निगमों और पुलिस से चर्चा की जाएगी। इसके बाद नीति को अमलीजामा पहनाया जाएगा। राय के अनुसार चिप लगने से यह पता चल जाएगा कि बेसहारा पशु किसका है।
ऐसे में जो लोग अपने जानवरों को छोड़ देते हैं, उन पर कार्रवाई भी की जा सकेगी। सरकार के पशुपालन विभाग का नाम बदलकर पशु स्वास्थ्य एवं कल्याण विभाग किए जाने का प्रस्ताव भी इस नीति में है।
इसमें जानवरों की रक्षा और उनकी देखभाल को लेकर कई प्रस्ताव शामिल हैं। नीति के प्रमुख प्रस्ताव घुम्मनहेड़ा गाव में बनेगी अत्याधुनिक गोशाला दिल्ली में बेसहारा गायों की रक्षा के लिए घुम्मनहेड़ा गाव में 18 एकड़ की जमीन पर अत्याधुनिक गोशाला बनाने की योजना है।
गोशाला को वृद्धा आश्रम से जोड़ा जाएगा। बुजुर्ग लोग गायों की सेवा कर सकेंगे। दिल्ली में गोशालाओं की कमी को देखते हुए हर जिले में दो से तीन गोशाला बनाए जाने की योजना भी है। हर जिले में बनेगा पशु अस्पताल दिल्ली में अब जानवरों को 24 घंटे चिकित्सीय सुविधा मिलेगी।
इसके लिए 16 जनवरी को तीस हजारी के पास एक अस्पताल शुरू किया जाएगा। अभी दिल्ली में 76 अस्पताल हैं। अब हर जिले में एक पशु चिकित्सालय खोला जाएगा। अस्पताल 24 घटे सेवाएं देंगे। इन अस्पतालों में जाच सुविधा के साथ जानवरों के आप्रेशन और उनको भर्ती करने के लिए बेड की भी व्यवस्था होगी।
जानवरों के इलाज के लिए लोगों को दूर न भागना पड़े, इसके लिए सभी 272 वार्डो में पशु पॉलिक्लीनिक भी खोले जाएंगे। दिल्ली को रैबीज मुक्त बनाने का भी प्रस्ताव दिल्ली सरकार की नीति में दिल्ली को रैबीज मुक्त बनाने का भी प्रस्ताव है। कुत्ते के काटने से रैबीज बीमारी हो जाती है, जिससे इंसान का बचना मुश्किल हो जाता है।
गोपाल राय ने कहा कि रैबीज के खात्मे के लिए अंडमान की तर्ज पर दिल्ली को भी रैबीज मुक्त किया जाएगा। इसके लिए दिल्ली के प्रवेश द्वारों पर ऐसी व्यवस्था की जाएगी कि बीमार पशुओं का प्रवेश दिल्ली में न हो सके। जगह से परेशान लोग भी पाल सकेंगे गाय जिनके पास गाय को पालने के लिए जगह नहीं है, उनके लिए भी नीति में व्यवस्था की गई है। गोपाल राय ने बताया कि नीति में गाय के लिए हॉस्टल बनाने का प्रस्ताव शामिल है, जहां शुल्क देकर गाय को रख सकते हैं।