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Good News: आनलाइन होगी प्रैक्टिकल की पढ़ाई, एनईपी के तहत डीयू स्नातक छात्र पढ़ेंगे छह नए पाठ्यक्रम

नई शिक्षा नीति में भी आनलाइन पढ़ाई पर जोर दिया गया है। इसके मद्देनजर डीयू न केवल पाठ्यक्रमों के वीडियो तैयार कर रहा है बल्कि ई-प्रैक्टिकल का खाका भी तैयार कर लिया गया है। डीयू के विभाग व कालेज में प्रैक्टिकल के वीडियो बनाए जाएंगे।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Published: Wed, 22 Sep 2021 03:20 PM (IST)Updated: Wed, 22 Sep 2021 03:20 PM (IST)
डीयू ने बनाई वेबसाइट : वर्चुअल लर्निग एन्वायरमेंट नाम से एक वेबसाइट तैयार की गई है।

नई दिल्ली [संजीव कुमार मिश्र]। कोरोना संक्रमण के चलते दिल्ली विश्वविद्यालय बंद है। तृतीय वर्ष के विज्ञान संकाय के छात्रों को प्रयोगशाला और लाइब्रेरी के प्रयोग के लिए कालेज में प्रवेश की अनुमति दी गई है, लेकिन छात्रों की उपस्थिति बेहद कम हैं। इसे देखते हुए डीयू अब आनलाइन पढ़ाई पर संजीदगी से विचार कर रहा है।

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नई शिक्षा नीति में भी आनलाइन पढ़ाई पर जोर दिया गया है। इसके मद्देनजर डीयू न केवल पाठ्यक्रमों के वीडियो तैयार कर रहा है बल्कि ई-प्रैक्टिकल का खाका भी तैयार कर लिया गया है। डीयू के विभाग व कालेज में प्रैक्टिकल के वीडियो बनाए जाएंगे। इसे डीयू की वेबसाइट पर अपलोड किया जाएगा। यह वीडियो छात्र निश्शुल्क देख सकेंगे।

प्रत्येक अध्याय का वीडियो

डीयू के एक उच्च पदाधिकारी ने बताया कि दिशानिर्देश उन सभी पाठ्यक्रमों को ध्यान में रखकर तैयार किए गए हैं, जिनमें प्रैक्टिकल हैं। दिशानिर्देश में कहा गया है कि प्रत्येक विभाग यथासंभव वीडियो बनाएंगे। इसके लिए प्रत्येक विभाग में चार-चार सदस्यों की टीम गठित की जाएगी। एक बार वीडियो तैयार हो जाने पर इसे कालेजों से साझा किया जाएगा। कालेज के शिक्षक भी अपने छात्रों के लिए वीडियो बनाएंगे।

डीयू ने बनाई वेबसाइट

वचरुअल लर्निग एन्वायरमेंट नाम से एक वेबसाइट तैयार की गई है। दिल्ली विश्वविद्यालय की वर्तमान वेबसाइट पर इसका लिंक दिया जाएगा। जिस पर क्लिक करते ही यह वेबसाइट खुलेगी। छात्रों को अपने रोल नंबर आदि के जरिए यहां अकाउंट बनाना पड़ेगा। इसके बाद छात्र ई-कंटेट, ई-लैब की सुविधा का लाभ उठा पाएंगे।

कई विभागों और कालेजों के शिक्षक खासे परेशान

दिल्ली विश्वविद्यालय के कई विभागों और कालेजों के शिक्षक खासे परेशान हैं। परेशान हो भी क्यों न, छात्रों के लगातार फोन आ रहे हैं। छात्र दरअसल, फेसबुक, ट्विटर पर वायरल हो चुके एक फर्जी सकरुलर के चलते फोन कर रहे हैं। इस सकरुलर में कहा गया है कि चार अक्टूबर से डीयू के विभागों और कालेजों में स्नातक, स्नातकोत्तर छात्रों की आफलाइन कक्षाएं प्रारंभ होंगी। डीयू प्रशासन ने बताया कि बड़ी संख्या में छात्र फोन कर कालेज खुलने, आफलाइन कक्षाओं के बारे में जानकारी मांग रहे हैं। डीयू ने एक सकरुलर जारी कर कहा है कि चार अक्टूबर से आफलाइन कक्षाओं की सूचना गलत है। डीयू ने इस तरह का कोई सकरुलर जारी नहीं किया है। डीयू ने छात्रों से गुजारिश की कि वे पुष्ट सूचनाओं के लिए डीयू और कालेजों की वेबसाइट ही देखें।

डीयू नई शिक्षा नीति को स्वीकार कर चुका है। अकादमिक और कार्यकारी परिषद की बैठक में इस बाबत प्रस्ताव भी पास हो चुका है। शैक्षणिक सत्र 2022-23 में नई शिक्षा नीति (एनईपी) के तहत ही पढ़ाई होगी। एनईपी के तहत स्नातक स्तर पर छह नए पाठ्यक्रम शामिल किए जाएंगे। डीयू ने इन पाठ्यक्रमों की रूपरेखा तैयार करने के लिए सात सदस्यीय कमेटी गठित की है। कमेटी के एक सदस्य ने बताया कि अकादमिक परिषद ने इन पाठ्यक्रमों पर मुहर लगा दी है। पाठ्यक्रमों के तहत क्या-क्या पढ़ाया जाएगा, कौन-कौन से अध्याय होंगे, कमेटी इसका चयन कर रिपोर्ट देगी। सदस्य ने बताया कि एथिक्स एंड कल्चर, सोशियल एंड इमोशनल लर्निंग, इनोवेशन, को-करिकुलर, साइंस एंड सोसायटी और आइटी स्किल-डेटा एनालिसिस को शामिल किया गया है।

सात सदस्यीय कमेटी

प्रो. विवेक सुनेजा,

प्रो. एचपी सिंह,

प्रा. शोभा बगईय,

डा. अंजू श्रीवास्तव,

डा. सुमन शर्मा,

डा. एसपी अग्रवाल,

डा. असानी भादुड़ी


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