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निगम बिजनेस करने वाले हजारों छाेटे दुकानदारों को देने जा रहा बड़ा तोहफा, जानिए पूरी डिटेल

आने वाले दिनों में टाउन वेडिंग कमेटी (टीवीसी) के जरिये बाजारों का सर्वे कराकर इने नियमित करेगी। निगम का मानना है कि इससे बड़ी संख्या में पटरी वालों का लाभ होगा। साथ ही अवैध होने से जो शोषण विभिन्न लोगों द्वारा किया जाता है वह भी बंद होगा।

By Prateek KumarEdited By: Published: Sun, 07 Nov 2021 08:11 PM (IST)Updated: Sun, 07 Nov 2021 08:11 PM (IST)
निगम बिजनेस करने वाले हजारों छाेटे दुकानदारों को देने जा रहा बड़ा तोहफा, जानिए पूरी डिटेल
दक्षिणी निगम क्षेत्र में कुल 108 साप्ताहिक बाजार लगते हैं।

नई दिल्ली [निहाल सिंह]। चुनाव से पूर्व भाजपा शासित दक्षिणी निगम साप्ताहिक बाजार में पटरी लगाने वालों को बड़ा तोहफा दे सकती है। इसमें 40 अवैध साप्ताहिक बाजारों को निगम नियमित करने जा रही है। इसके लिए निगम में कार्य शुरू हो गया है। आने वाले दिनों में टाउन वेडिंग कमेटी (टीवीसी) के जरिये बाजारों का सर्वे कराकर इने नियमित करेगी। निगम का मानना है कि इससे बड़ी संख्या में पटरी वालों का लाभ होगा। साथ ही अवैध होने से जो शोषण विभिन्न लोगों द्वारा किया जाता है वह भी बंद होगा।

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दक्षिणी निगम क्षेत्र में हैं 108 साप्ताहिक बाजार

दरअसल, दक्षिणी निगम क्षेत्र में कुल 108 साप्ताहिक बाजार लगते हैं। इसमें 64 बाजार वैध है जबकि 40 बाजार अवैध हैं। देखने में आता है कि अवैध बाजार जहां लगते हैं वहां पर पटरी वालों से इलाके के बाहुबली लोग विभिन्न तरह से वसूली करते हैं। ऐसे में बीते माह हुई स्थायी समिति में यह मुद्दा उठा था। स्थायी समिति के अध्यक्ष लेफ्टिनेंट कर्नल बीके ओबराय ने अधिकारियों से सवाल किया था कि कोई बाजार अगर 25 वर्षों से लग रहा है उसके बावजूद भी वह अवैध है तो इसको वैध किया जाना चाहिए। क्षेत्रीय उपायुक्तों को इस संबंध में कार्य करना चाहिए साथ ही इन अवैध बाजारों को वैध किया जाना चाहिए।

निगम के साथ विक्रेताओं को भी होगा फायदा

समिति में हुई चर्चा के बाद विभाग ने स्पष्ट किया है कि अजीविका संरक्षण पटरी विक्रय विनियम के तहत इन बाजारों को वैध किया जा सकता है। टाउन वेडिंग कमेटी द्वारा सर्वे कराकर साप्ताहिक बाजारों को नियमित करने का फैसला लिया जा सकता है। दक्षिणी निगम के महापौर मुकेश सुर्यान ने बताया कि हम साप्ताहिक बाजारों में जो पटरी लगाते हैं उन्हें नियमित करने के पक्ष में हैं। पूरी पारदर्शिता के जरिये बाजारों को नियमित करेंगे। उन्होंने कहा कि अगर बाजार नियमित हो जाते हैं तो बाजार लगाने में जो लाइसेंस शुल्क आता है उससे निगम को राजस्व भी मिलेगा। साथ ही बाजार नियमित न होने की वजह से पटरी वालों को परेशानी का सामना करना पड़ता है उससे भी छुटकारा मिलेगा।

क्या होता है साप्ताहिक बाजार

राजधानी में कई क्षेत्र ऐसे हैं जिनमें साप्ताहिक बाजार लगते हैं। साप्ताहिक बाजार वह होते हैं जो कि स्थायी नहीं होते है। सप्ताह में एक दिन क्षेत्र विशेष इलाके में यह कुछ घंटों के लिए लगाए जाते हैं। जिसमें लोगों की जरुरत की वस्तुए कपड़े, खिलोने, किताबे, मसाले और सब्जी आदि मिलती हैं। चूंकि इन बाजारों में विक्रेताओं की संख्या ज्यादा होती है तो लोगों को बाजिब दाम पर वस्तुएं मिल जाती है।

किस जोन में कितने हैं साप्ताहिक बाजार

  • क्षेत्र- वैध साप्ताहिक बाजार-अवैध साप्ताहिक बाजार
  • मध्य क्षेत्र-8-7
  • पश्चिम क्षेत्र-19-9
  • नजफगढ़ क्षेत्र-29-21
  • दक्षिणी क्षेत्र-8-3
  • कुल-64-40

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