Sonu Punjaban: देह व्यापार रैकेट की मास्टरमाइंड सोनू पंजाबन ने की आत्महत्या की कोशिश
Geeta Arora alias Sonu Punjaban दिल्ली की कोर्ट ने पिछले दिनों गीता अरोड़ा उर्फ सोनू पंजाबन और उसके साथी संदीप को नाबालिगों से वेष्यावृत्ति कराने में दोषी करार दिया है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। Geeta Arora alias Sonu Punjaban: नाबालिगों का अपहरण कर उनसे वेष्यावृत्ति कराने के मामले में दिल्ली की द्वारका कोर्ट द्वारा दोषी करार दी गई सोनू पंजाबन फिलहाल दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल में भर्ती हैं। आरोप है कि तिहाड़ जेल में बंद सोनू पंजाबन ने किसी दवा का ज्यादा सेवन कर लिया था, जिससे उसकी हालत खराब हो गई। इसके बाद एहतियात बरतते हुए तिहाड़ जेल प्रशासन ने सोनू पंजाबन को डीडीयू अस्पताल में भर्ती कराया है, जहां इलाज के दौरान उसकी हालत ठीक है।
गौरतलब है कि दिल्ली की कोर्ट ने पिछले दिनों गीता अरोड़ा उर्फ सोनू पंजाबन और उसके साथी संदीप को नाबालिगों से वेष्यावृित्त कराने में दोषी करार दिया है। अगली सुनवाई में सोनू पंजाबन की सजा का एलान किया जाएगा।
आरोप है कि सोनू और उसके साथी संदीप ने नाबालिगों का अपहरण किया फिर कैद में रखा और मानव तस्करी भी करवाई। आरोप है कि नजफगढ़ के रहने वाले एक परिवार ने सोनू पंजाबन पर उनकी 16 वर्ष की बेटी का अपहरण कर उसे वेश्यावृत्ति के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया था। इसके बाद जांच के दौरान दिल्ली पुलिस ने वर्ष 2014 में सोनू पंजाबन उर्फ गीता अरोड़ा को गिरफ्तार कर लिया था।
पूछताछ में पता चला था कि नजफगढ़ की किशोरी को दिल्ली, उत्तर प्रदेश (यूपी) और हरियाणा में अलग-अलग जगहों पर बेचा गया था। वहां उसके साथ अलग-अलग लोगों ने दुष्कर्म किया था। इसी दौरान पीड़िता उनके चंगुल से निकल कर घर पहुंची थी। इस दौरान किशोरी अवसाद में थी और आरोपितों से उसे जान का खतरा था। काफी प्रयास के बाद पुलिस ने सोनू को दिल्ली के उसके एक ठिकाने से दबोचा था। छानबीन में पता चला था कि वह दिल्ली, यूपी और पंजाब के कई मानव तस्करों के संपर्क में है। बता दें कि सोनू पंजाबन ने देशभर में देह व्यापार का धंधा फैलाया और इस दौरान करोड़ों की संपत्ति बनाई।