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जानिये- दिल्ली से सटा उत्तर प्रदेश का यह जिला आखिर क्यों हो रहा बदनाम

यातायात नियमों के उल्लंघन मामले में गौतमबुद्ध नगर प्रदेश में टॉप पर है। गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, लखनऊ, कानपुर सहित प्रदेश के आठ जिलों में मोबाइल एप से ई चालान की अभी व्यवस्था है।

By Edited By: Published: Thu, 20 Sep 2018 09:38 PM (IST)Updated: Fri, 21 Sep 2018 11:53 AM (IST)
जानिये- दिल्ली से सटा उत्तर प्रदेश का यह जिला आखिर क्यों हो रहा बदनाम
जानिये- दिल्ली से सटा उत्तर प्रदेश का यह जिला आखिर क्यों हो रहा बदनाम

नोएडा (जेएनएन)। यातायात नियमों के उल्लंघन मामले में गौतमबुद्ध नगर प्रदेश में टॉप पर है। मोबाइल एप से ई चालान व्यवस्था की पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ओपी सिंह ने 16 अप्रैल को शुरुआत की थी। गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, लखनऊ, कानपुर सहित प्रदेश के आठ जिलों में मोबाइल एप से ई चालान की अभी व्यवस्था है। बृहस्पतिवार को यूपी पुलिस ने ट्वीट कर अबतक हुए ई चालान के आंकड़े जारी किये।

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आंकड़ों के अनुसार अबतक प्रदेश में सबसे अधिक एक लाख 17 हजार 285 वाहनों के ई चालान गौतमबुद्ध नगर में हुए हैं, जबकि दूसरे नंबर पर कानपुर में 12 हजार 598 ई चालान हुए हैं। 8 हजार 986 ई चालान के साथ लखनऊ तीसरे नंबर पर जबकि गाजियाबाद में 3 हजार 898 चालान के साथ चौथे नंबर पर है। गौतमबुद्ध नगर में औसतन हर रोज एक हजार से अधिक वाहनों के ई चालान किये जा रहे हैं।

50 फीसद मोबाइल का ही हो रहा इस्तेमाल
मोबाइल एप सुविधा की शुरुआत के साथ गौतमबुद्ध नगर यातायात विभाग को 150 मोबाइल कार्रवाई के लिए मिले थे। हालांकि विभाग में फोर्स की कमी व कुछ अनट्रेंड कर्मियों की वजह से अभी हर रोज 70 से 75 यातायात कर्मी ही मोबाइल एप का इस्तेमाल कर रहे हैं।

एप के जरिये ट्रैफिक सिग्नल तोड़ने, बिना सीट बेल्ट लगा कार चलाने, रांग साइड चलने, नो पार्किग में वाहन पार्क करने, नो इंट्री सहित अन्य प्रकार से यातायात नियम तोड़ने पर ई चालान हो रहे हैं।

10 फीसद लोगों ने ही अभी भरा जुर्माना
ई चालान की जानकारी एसएमएस या अन्य माध्यम से वाहन चालक को यातायात पुलिस देती है, लेकिन अभी जुर्माना भरने वालों की संख्या काफी कम है। यातायात विभाग के अनुसार करीब 10 फीसद लोग भी गौतमबुद्ध नगर में अभी जुर्माना भरने पहुंचे हैं।

सीसीटीवी व एचटीएमएस से भी होता है चालान
गौतमबुद्ध नगर में मोबाइल एप के अलावा चौराहों पर लगे सीसीटीवी कैमरे व नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस वे पर लगे हाइवे ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (एचटीएमएस) के जरिये भी ऑन लाइन चालान होता है। इसके अलावा यमुना एक्सप्रेस वे पर भी यातायात नियमों के उल्लंघन पर कार्रवाई के लिए कैमरे लगे हैं और ऑनलाइन चालान किये जाते हैं। 150 मोबाइल ई-चालान के लिए मिले हैं, लेकिन करीब 75 मोबाइल का अभी उपयोग हो पा रहा है।

अनिल कुमार झा (पुलिस अधीक्षक, यातायात) का कहना है कि औसतन एक हजार से अधिक वाहनों का मोबाइल एप से ई चालान हो रहा है। प्रदेश में गौतमबुद्ध नगर यातायात पुलिस नियम तोड़ने पर कार्रवाई करने में सबसे आगे है।  


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