नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। गोविंदपुरी ट्रांजिट कैंप इलाके में घरेलू गैस सिलिंडर से फटने से हड़कंप मच गया। धमाका इतना जबरदस्त था कि कमरे की छत को भी अपने साथ हवा में उड़ा ले गया। कमरे में रखा सारा सामान जल कर राख हो गया।
हालांकि सबसे ऊपर के तल का कमरा होने के चलते धमाके से आसपास के घर क्षतिग्रस्त होने से बच गए और किसी के हताहत होने की भी कोई सूचना नहीं है। सूचना पर मौके पर पहुंची अग्निशमन विभाग की गाड़ियों ने आग पर काबू पाया।
पीड़ितों के स्वजन ने बताया कि गोविंदपुरी ट्रांजिट कैंप स्थित बी-348 में बलवीर सिंह व रजनी अपनी पांच बच्चियों के साथ रहते हैं। वे दिहाड़ी श्रमिक हैं। कभी कभार रेहड़ी इत्यादि भी लगाते हैं। रजनी रविवार सुबह करीब सात बजे कुछ बनाने के लिए आईं और गैस जलाना चाहा लेकिन रेगुलेटर में कुछ खराबी होने के चलते गैस नहीं जला।
उन्होंने लीकेज इत्यादि की जांच करनी चाही तो रेगुलेटर के पास के हिस्से ने आग पकड़ लिया। उन्होंने उसे बंद करने की काफी कोशिश की लेकिन आग पर काबू नहीं पा सकीं। इसी बीच नीचे आकर उन्होंने अग्निशमन विभाग को इसकी सूचना दी। वे सूचना देने नीचे आई ही थीं कि सिलिंडर फट गया और पूरे कमरे को अपने चपेट में ले लिया।
कमरे की छत धमाके के साथ ही आसमान में उड़ गई और घर में रखा सारा सामान जल कर राख हो गया। उनकी एक बेटी भी इस आग में फंस गई। हालांकि स्वजन ने सही सलामत उन्हें बाहर निकाल लिया। इसके बाद मौके पर पहुंची अग्निशमन विभाग की गाड़ियों ने आग पर काबू पाया और आग को बढ़ने से रोक दिया।