यूपी में पंडित गिरोह का नामी गैंगस्टर दिल्ली से गिरफ्तार, पूछताछ में किया बड़ा खुलासा
गैंगस्टर राहुल उर्फ पंडित (31) को दिल्ली (पूर्वी) पुलिस के स्पेशल स्टाफ ने गिरफ्तार कर लिया है। वह पंडित गिरोह का सरगना है।
नई दिल्ली, जेएनएन। बुलंदशहर (उप्र) के नामी गैंगस्टर राहुल उर्फ पंडित (31) को दिल्ली (पूर्वी) पुलिस के स्पेशल स्टाफ ने गिरफ्तार कर लिया है। वह पंडित गिरोह का सरगना है। गत 24 जुलाई को इस गिरोह के बदमाशों ने दिल्ली के त्रिलोकपुरी में एक गैस गोदाम में डकैती डाली थी। नकदी लूटने के बाद बदमाशों ने फरार होते समय फायरिंग कर इलाके में दहशत फैलाई थी। पुलिस राहुल से पूछताछ कर मामले की जांच कर रही है। उसके खिलाफ उत्तर प्रदेश के विभिन्न थानों में 23 आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं।
जिला पुलिस उपायुक्त जसमीत सिंह ने बताया कि 24 जुलाई को मयूर विहार थाना क्षेत्र के त्रिलोकपुरी 13-ब्लॉक स्थित एक गैस कंपनी के गोदाम में आधा दर्जन बदमाशों ने 1.10 लाख रुपये की डकैती की थी। इस मामले में पुलिस टीम ने चार आरोपितों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।
पुलिस पूछताछ में उन्होंने इस डकैती में बुलंदशहर के कोतवाली साठा निवासी राहुल का नाम बताया। गत सोमवार को स्पेशल स्टाफ की टीम को गुप्त सूचना मिली थी की राहुल खिचड़ीपुर इलाके में आने वाला है, टीम ने जाल बिछाकर उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस पूछताछ में उसने डकैती में अपना हाथ होने की बात कुबूल कर ली है।
कई बार उत्तर प्रदेश पुलिस से हुई है मुठभेड़
पुलिस अधिकारी ने बताया कि राहुल ने बुलंदशहर से पढ़ाई की है। इसके बाद उसने एक मोबाइल टावर की कंपनी में नौकरी की थी। एक दिन कंपनी के एक सहयोगी से उसका झगड़ा हो गया, उसके बाद वह जेल चला गया। जेल में रहने के दौरान वह बड़े बदमाशों के संपर्क में आया। जेल से बाहर आने के बाद वह अपराध की दुनिया में आ गया। कुछ समय बाद उसने पंडित नाम से अपना गिरोह बनाया।
कई बार यूपी पुलिस से हो चुकी है मुठभेड़
इस गिरोह में अतीक, भूरा, विकास, नितिन समेत अन्य बदमाश शामिल हो गए। इस गिरोह के बदमाशों ने हापुड़ और बुलंदशहर में लूट की कई बड़ी वारदात को अंजाम दिया। मार्च 2017 में गिरोह के बदमाशों की मुजफ्फरनगर के मीरापुर में लूट के दौरान पुलिस से मुठभेड़ हुई। इसमें बदमाश नितिन पुलिस की गोली लगने से मारा गया, जबकि राहुल भागने में सफल रहा।
अगले महीने जुलाई 2017 में में हापुड़ में फिर इसी गिरोह के बदमाशों की पुलिस के साथ मुठभेड़ हुई। इसमें राहुल का साथी अतीक मारा गया, जबकि राहुल को भी गोली लगी, लेकिन वह पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया। उत्तर प्रदेश पुलिस से बचने के लिए वह दिल्ली आकर छुप गया।
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