Lawrence Bishnoi: मंडोली जेल में शिफ्ट हुआ लॉरेंस बिश्नोई, देर रात गुजरात से दिल्ली लाया गया था गैंगस्टर
कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई को गुरुवार को गुजरात की साबरमती जेल से दिल्ली के मंडोली जेल में शिफ्ट किया गया है। एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा कारणों से बिश्नोई को दिल्ली के मंडोली जेल में शिफ्ट किया गया।
नई दिल्ली, आईएएनएस। कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई को गुरुवार को गुजरात की साबरमती जेल से दिल्ली के मंडोली जेल में शिफ्ट किया गया है। एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा कारणों से बिश्नोई को दिल्ली के मंडोली जेल में शिफ्ट किया गया। बता दें कि 2 मई को कुख्यात गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया की तिहाड़ जेल में कैदियों ने चाकू घोंप करके मार दिया था। टिल्लू पर करीब 90 से अधिक वार किए गये थे।
ड्रग्स की सीमा पार तस्करी के एक मामले के सिलसिले में बिश्नोई को गुजरात आतंकवाद-रोधी दस्ते (एटीएस) द्वारा गुजरात ले जाया गया था। एटीएस गैंगस्टर से पिछले साल सितंबर में गुजरात तट से दूर अरब सागर में एक पाकिस्तानी मछली पकड़ने वाली नाव से 200 करोड़ रुपये से अधिक कीमत की 40 किलोग्राम हेरोइन जब्त करने के संबंध में उसके संभावित लिंक के बारे में पूछताछ करना चाहती थी।
दिल्ली के तीन व्यवसायियों से रंगदारी मांगने के मामले में पूछताछ करने के लिए कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई को गुजरात से दिल्ली लाया गया है। वह गुजरात के साबरमती जेल में बंद था। वहां से उसे प्रोडक्शन वारंट पर बुधवार देर रात फ्लाइट से दिल्ली लाया गया। क्राइम ब्रांच उसे रिमांड पर लेकर लंबी पूछताछ करेगी।
पुलिस अधिकारी का कहना है कि लॉरेंस के जेल में होने के कारण उसके निर्देश पर गोल्डी बराड़ व अनमोल बिश्नोई दिल्ली के व्यवसायियों से रंगदारी मांगने का रैकेट चला रहा है। अनमोल, लारेंस का छोटा भाई है। वह अमेरिका में रह रहा है। गोल्डी भी अमेरिका में रह रहा है। रंगदारी देने से इंन्कार करने पर अनमोल अपने नाबालिग व अन्य गुर्गों के जरिए व्यवसायियों के घरों व कार्यालयों पर गोलियां चलवाता है।
तीन व्यवसायियों द्वारा रंगदारी मांगने देने से मना करने पर उनके घरों पर गोलियां चलाने के मामले में क्राइम ब्रांच ने पिछले हफ्ते लारेंस के आठ बदमाशों को गिरफ्तार किया था, जिनमें दो बालिग व छह नाबालिग थे। उसी सिलसिले में लारेंस से पूछताछ की जाएगी। आठों से पूछताछ में पता चला था कि गोल्डी बराड़-लारेंस बिश्नोई गिरोह के सदस्य रंगदारी वसूलने के लिए किशोरों का इस्तेमाल कर रहे हैं।