सीसीटीवी की वजह से 'लाइव' हो गया एनकाउंटर, मारा गया वेस्ट यूपी का 2.50 लाख का ईनामी
बलराज भाटी उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली व उत्तराखंड पुलिस के लिए बड़ी चुनौती था।
नोएडा (ललित विजय)। हरियाणा, दिल्ली व उप्र में ढाई लाख का इनामी बलराज भाटी (48) सोमवार को सेक्टर-41 में एसटीएफ यूपी और हरियाणा के साथ हुई मुठभेड़ में मारा गया। उससे कारबाइन, 9 एमएम की पिस्टल और कारतूस बरामद हुए हैं, जबकि उसके दो साथी बैग में एके-47 लेकर फरार होने में कामयाब रहे।
वहीं, बलराज भाटी के साथ एसटीएफ की मुठभेड़ सेक्टर 41 के आई ब्लॉक में मौजूद बीकानेर स्वीट्स में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। इसमें बलराज भागते व एसटीएफ की टीम पीछा करते दिख रही है। सीसीटीवी फुटेज को एसटीएफ व पुलिस की टीम ने कब्जे में ले लिया है। केस की जांच में यह काफी अहम साबित होगा।
स्केच से हुई पहचान, सर्विलांस से शिकार
पुलिस के पास बलराज भाटी का 12 साल पुराना फोटो था। यही बलराज भाटी के लिए सबसे बड़ा कवच बना हुआ था। इन 12 वर्षों में उसका हुलिया और चेहरा काफी बदल गया था। ऐसे में उसकी मुखबिरी पुलिस के लिए चुनौती बनी थी। इसी बीच सितंबर 2017 में शिवकुमार हत्याकांड में पकड़े गए बदमाश अन्नी ने एसटीएफ को बताया कि वारदात में बलराज भाटी भी शामिल था। एसटीएफ ने अन्नी से पूछताछ के आधार पर बलराज का स्केच तैयार कराया। एसटीएफ ने मुखबिरों को बलराज का स्केच मुहैया करा दिया।
एसटीएफ की यह ट्रिक काम आ गई और ग्रेटर नोएडा की एक सोसायटी में उसे मुखबिर ने तीन माह पहले देख लिया। इसकी जानकारी एसटीएफ को दी गई। तीन माह से सर्विलांस से एसटीएफ उसकी गतिविधि पर नजर रख रही थी।
वह लगातार स्थान बदल रहा था। हरिद्वार, जयपुर, होडल, पलवल, फरीदाबाद, गुरुग्राम में ठिकाने बदल रहा था। एसटीएफ उसके यूपी में आने का इंतजार कर रही थी।
दो लोगों से रंगदारी लेने आया था नोएडा
सर्विलांस से बलराज भाटी पर नजर रख रही एसटीएफ को पता चल गया था कि वह दो लोगों से रंगदारी लेने सोमवार को नोएडा आएगा। उसे एक टोल बूथ संचालक से पांच लाख तथा कंपनी संचालक से दो लाख रुपये की रंगदारी लेनी थी। उसने पहले देने वाले को पैसे लेकर ओखला बैराज बुलाया। फिर गढ़ी चौखंडी लाया। वहां से सेक्टर-49 चौराहे पर बुलाया, जहां एसटीएफ पहले से लगी थी।
प्लास्टिक सर्जरी कराने की संभावना
आपराधिक रिकार्ड से एसटीएफ को पता चला है कि बलराज भाटी की उम्र 45 से 50 वर्ष के बीच होनी चाहिए। लेकिन, उसका चेहरा देखकर उम्र 30 के आस-पास का लग रही है। एसपी एसटीएफ राजीव नारायण मिश्र का कहना है कि संभव है कि बलराज भाटी ने प्लास्टिक सर्जरी कराई हो। पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों से इसकी जांच का अनुरोध भी किया जाएगा। इससे यह पता चल सकेगा कि बलराज भाटी ने प्लास्टिक सर्जरी कराई है या नहीं।
सिंहराज के माध्यम से सुंदर भाटी गैंग में जुड़ा
बुलंदशहर निवासी बलराज कुख्यात सुंदर भाटी का दायां हाथ माना जाता था। बलराज भाटी की जान-पहचान सुंदर भाटी गैंग के सिंहराज से वर्ष 2006 में हुई। सिंहराज ने ही बलराज को सुंदर भाटी से मिलवाया। इसके बाद बलराज गैंग में शामिल हो गया। उसे पहले सुपारी लेकर हत्या करने की जिम्मेदारी दी गई। फिर सुंदर भाटी गैंग के लिए वह दिल्ली-एनसीआर में उगाही करने लगा। बलराज का खौफ इतना था कि कारोबारी पुलिस से शिकायत करने की बजाय रंगदारी देना बेहतर समझते थे।
दिल्ली पुलिस से था बर्खास्त
बलराज भाटी दिल्ली पुलिस में सिपाही था। वर्ष 1994 में हत्या में नाम आने पर उसे दिल्ली पुलिस ने बर्खास्त कर दिया था। हालांकि, दिल्ली पुलिसकर्मियों से बलराज के संपर्क बने रहे। वह सुंदर भाटी गैंग को दिल्ली में सरेंडर कराने में इस संपर्क का इस्तेमाल करता था।
कई राज्यों की पुलिस के लिए चुनौती बन गया था बलराज
बलराज भाटी उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली व उत्तराखंड पुलिस के लिए बड़ी चुनौती था। वह मोबाइल पर बात कर उसे बंद कर देता था। उसकी हालिया तस्वीर न होने के कारण पकड़ना असंभव सा हो गया था। शिव कुमार हत्याकांड के बाद उसके बारे में सुराग मिलना प्रारंभ हुआ व अंतत: सोमवार को मुठभेड़ में वह मारा गया। उसके फरार दो साथियों की तलाश की जा रही है। उनके पास एके-47 भी है।