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खाड़ी देशों में नौकरी दिलवाने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़

गिरोह विश्वास नगर में फर्जी काल सेंटर संचालित कर ठगी की वारदात अंजाम दे रहा था। पुलिस ने इस काल सेंटर से दो युवतियों समेत छह आरोपितों को गिरफ्तार किया है।इनके पास से 18 मोबाइल फोन दो एटीएम कार्ड पांच फर्जी सिमकार्ड तीन लैपटाप और अन्य दस्तावेज बरामद किए हैं।

By Prateek KumarEdited By: Published: Fri, 26 Nov 2021 10:20 AM (IST)Updated: Fri, 26 Nov 2021 10:20 AM (IST)
खाड़ी देशों में नौकरी दिलवाने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़
शाहदरा जिला स्पेशल स्टाफ ने दो युवतियों समेत छह आरोपितों को गिरफ्तार किया

नई दिल्ली [आशीष गुप्ता]। खाड़ी देशों में नौकरी दिलवाने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का शाहदरा जिला स्पेशल स्टाफ ने भंडाफोड़ किया है। गिरोह विश्वास नगर में फर्जी काल सेंटर संचालित कर ठगी की वारदात अंजाम दे रहा था। पुलिस ने इस काल सेंटर से दो युवतियों समेत छह आरोपितों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से 18 मोबाइल फोन, दो एटीएम कार्ड, पांच फर्जी सिमकार्ड, तीन लैपटाप और अन्य दस्तावेज बरामद किए हैं। आरोपित फेसबुक समेत अन्य आनलाइन प्लेटफार्म पर विदेश में नौकरी दिलवाने का विज्ञापन पोस्ट करते थे। उसमें दिए नंबरों पर युवा फोन करते थे।

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आरोपित नौकरी का फर्जी नियुक्त पत्र और वीजा देकर उनसे मोटी रकम ऐंठ लेते थे। पुलिस का दावा है कि आरोपितों ने पिछले दो माह में 60 से 70 लोगों से ठगी की है। आरोपितों शाहदरा जिला पुलिस उपायुक्त आर सत्यसुंदरम ने बताया कि जिले के स्पेशल स्टाफ को सूचना मिली कि विश्वास नगर 60 फुटा रोड के पास एक फर्जी काल सेंटर चल रहा है।

एसीपी आपरेशन राजेश मीणा की निगरानी में स्पेशल स्टाफ के इंस्पेक्टर विकास के नेतृत्व में एसआइ विनीत, सचिन, प्रशांत, एएसआइ वेद प्रकाश, वेदपाल आदि की टीम गठित की गई। टीम ने सूचना में दिए गए पते पर छापेमारी की। वहां काम कर रही दो युवतियों समेत छह लोगों को पकड़ा गया। युवतियों को छोड़ कर बाकी आरोपितों की पहचान अंकित गुप्ता, नवनीत जैन, विजय कुमार, जावेद सिद्दीकी के रूप में हुई है।पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला कि अंकित गुप्ता गैंग का सरगना है।

वही खाड़ी देशों में नौकरी लगवाने के लिए फेसबुक समेत अन्य आनलाइन प्लेटफार्म पर पोस्ट लिखता था। जो युवा उसकेपोस्ट में दिए नंबर पर काल करता था, उनसे फर्जी नियुक्त पत्र व वीजा के नाम पर 15 से 20 हजार रुपये ऐंठ जाते थे। आरोपितों ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर सिमकार्ड खरीद रखे थे और बैंक खाते भी खुलवाए हुए थे। इन्हीं खातों में रुपये मंगवाए जाते थे।

पुलिस को यह भी पता चला है कि पिछले दो दिनों में करीब 300 लोगों ने इनसे नौकरी के लिए संपर्क किया। इनमें से 60 से 70 लोगों को यह चूना लगा चुके हैं। अंकित ने पुलिस को बताया कि उसको मुशर्रफ उर्फ गूंगा नामक शख्स एक हजार से 1500 रुपये में फर्जी दस्तावेज पर सिमकार्ड उपलब्ध करवाता था।


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