दिल्ली-NCR में फिर आफत बनकर आई आंधी, छह की मौत-50 से अधिक लोग घायल
देश की राजधानी दिल्ली में ही दो लोगों की दर्दनाक मौत हो गई।
नई दिल्ली (जेएनएन)। दिल्ली-एनसीआर में रविवार शाम आंधी-तूफान आफन बन गया। एक ओर जहां आंधी और हल्की बारिश से लोगों को राहत मिली, वहीं जगह-जगह पेड़ गिरने के चलते दिल्ली-एनसीआर में कुल चार लोगों की मौत हो गई, जबकि 50 अधिक लोग घायल हैं।
दिल्ली में दो लोगों की मौत
तेज आंधी से रविवार शाम दो अलग-अलग मामलों में दो लोगों की मौत हो गई। पहले मामले में दक्षिणी दिल्ली के जैतपुर इलाके में तेज आंधी से सीमेंट की चादर गिरने से 19 वर्षीय युवक की मौत हो गई। मृतक की पहचान हर्ष विहार निवासी रोहित के रूप में हुई है। दक्षिणी-पूर्वी जिले के पुलिस उपायुक्त चिन्मय बिश्वाल ने बताया कि तेज आंधी के चलते रविवार शाम करीब सात बजे हरि नगर पार्ट-तीन में मनोज जैन के घर की छत पर लगी सीमेंट की चादर उखड़ गई, जो सड़क से गुजर रहे रोहित के सिर पर जा गिरी। मौके पर मौजूद लोगों ने घायल अवस्था में उनको आपोलो अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
उधर, पूर्वी दिल्ली के पांडव नगर इलाके में आंधी के दौरान पेड़ की मोटी टहनी सिर पर गिरने से गंभीर रूप से जख्मी हुई महिला सोमवती सिन्हा (56) को लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल के डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। वह मूल रूप से बिहार के नालंदा की रहने वाली थीं और यहां अपने बेटे अश्विनी के साथ पटपड़गंज गांव स्थित अखिल भारतीय पंचायत परिषद के स्टाफ क्वार्टर में रहती थीं। वह यहां पंचायत परिषद में काम करती थीं।
गाजियाबाद में एक की मौत, रोक्का चढ़ाकर आ रहे लोगों के लिए आंधी जानलेवा
एक ही परिवार के लोग लोनी में लड़की का रोक्का चढ़ाकर वापस बुलंदशहर जा रहे थे। ईको वेन गाड़ी में कुल 11 लोग सवार थे। गाडी लाल कुआं से आगे दादरी रोड पर शिव मंदिर के पास पहुंची, तभी तेज आंधी के कारण यूकेलिप्टस का पेड़ गाड़ी के अगले हिस्से पर गिर गया। इससे चालक राजू पुत्र जयप्रकाश निवासी सराय धारी थाना कोतवाली शहर बुलंदशहर की मौके पर ही मौत हो गई तथा चार लोग घायल हो गए।
नोएडा-ग्रेटर नोएडा में भी हुई परेशानी
तेज आंधी के चलते लोग घंटो मेट्रो में फंसे रहे। कहीं तेज आंधी तो कहीं मेट्रो लाइन पर पेड़ गिरने और सिग्नल प्रणाली में खामी आने की वजह से मेट्रो का परिचालन बंद करना पड़ा। नोएडा सेक्टर-16 से नोएडा सिटी सेंटर तक डेढ़ घंटे तक मेट्रो परिचालन बंद रहा, जबकि कई अन्य लाइनों पर 40 मिनट तक मेट्रो के पहिये थमे रहे।वहीं, ग्रेटर नोएडा में एक व्यक्ति की मौत होर्डिंग गिरने से हुई, उसका नाम नहीं पता चल पाया है।
फरीदाबाद में दो लोगों की मौत
फरीदाबाद में इस बार का रविवार कई लोगों के लिए काल बनकर आया। अलग-अलग जगह हुए सड़क हादसों में दो लोगों की मौत हो गई, वहीं 16 लोग घायल हुए। पहले हादसे में डबुआ कॉलोनी निवासी सुशील पाली (32 साल) गुरुग्राम स्थित एक कंपनी में नौकरी करते थे। गांव अटेरना में उनकी ससुराल है। उनका बड़ा बेटा अटेरना गया हुआ था। शनिवार रात सुशील पत्नी मीना और छोटे बेटे समर्थ को लेकर मोटरसाइकिल से अटेरना जा रहे थे। बाइपास पर सेक्टर-3 के पास किसी वाहन ने मोटरसाइकिल पर पीछे से टक्कर मार दी। इससे सुशील, उनकी पत्नी व बेटा बुरी तरह घायल हो गए। आस-पास से गुजर रहे लोगों ने तीनों को बादशाह खान अस्पताल में भर्ती कराया। यहां डॉक्टरों ने सुशील को मृत घोषित कर दिया।
गांव मंधावली निवासी संजय और उसका साथी अनिल मकानों में बिजली फिटिंग का काम करते हैं। दोनों ने इस समय गांव मंझावली के एक मकान में बिजली फिटिंग का कार्य ले रखा था। शनिवार रात काम खत्म कर वे मंझावली से मोटरसाइकिल पर वापस लौट रहे थे। संजय मोटरसाइकिल चला रहा था। गांव लहंडौला के पास सामने से तेज गति में आ रहे एक तिपहिया ने उन्हें टक्कर मार दी। टक्कर लगने से संजय व अनिल घायल हो गए। ग्रामीणों ने उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया। संजय को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।