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Delhi News: सुरक्षा की मांग को लेकर दिल्ली हाई कोर्ट पहुंचे भाजपा के पूर्व राज्यसभा सदस्य सुब्रमण्यम स्वामी

Delhi News पूर्व राज्यसभा सदस्य सुब्रमण्यम स्वामी (Former BJP Rajya Sabha member Subramanian Swamy) ने अपनी सुरक्षा की मांग को लेकर दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दायर की है। इस याचिका पर अगली सुनवाई 31 अक्टूबर को होगी।

By Vineet TripathiEdited By: JP YadavPublished: Thu, 27 Oct 2022 11:44 AM (IST)Updated: Thu, 27 Oct 2022 11:44 AM (IST)
Delhi News: सुरक्षा की मांग को लेकर दिल्ली हाई कोर्ट पहुंचे भाजपा के पूर्व राज्यसभा सदस्य सुब्रमण्यम स्वामी
भारतीय जनता पार्टी के पूर्व राज्यसभा सदस्य सुब्रमण्यम स्वामी की फाइल फोटो।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। भारतीय जनता पार्टी के पूर्व राज्यसभा सदस्य सुब्रमण्यम स्वामी (Subramanian Swamy, former Rajya Sabha member of BJP) ने अपने निजी आवास में सुरक्षा की व्यवस्था करने में केंद्र सरकार की विफलता के विरुद्ध दिल्ली हाई काेर्ट (Delhi High Court) का दरवाजा खटखटाया है।

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केंद्र सरकार को खड़ा किया कटघरे में

भारतीय राजनीति के दिग्गज नेताओं में शुमार  सुब्रमण्यम स्वामी की तरफ से बुधवार को दिल्ली हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश की अदालत में पेश हुए वरिष्ठ अधिवक्ता जयंत मेहता ने कहा कि उनके मुवक्किल द्वारा सरकारी आवास छोड़ने के लिए सहमत होने पर केंद्र ने पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया था, लेकिन आज तक ऐसी कोई व्यवस्था नहीं की गई है।

इस पर दिल्ली हाई कोर्ट की मुख्य पीठ ने याचिका को 31 अक्टूबर को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध करने का निर्देश दिया। जानकारों की मानें तो अगले सुनवाई में कोर्ट संबंधित पक्षों को नोटिस जारी कर इस मुद्दे पर उन्हें जवाब दाखिल करने के लिए कह सकता है। 

राज्यसभा सदस्यता समाप्त होने के बाद भी नहीं छोड़ा राष्ट्रीय आवास

गौरतलब है कि इससे पहले 14 सितंबर को दिल्ली हाई कोर्ट की एकल पीठ ने स्वामी को सरकारी आवास छोड़ने का निर्देश दिया था। राज्यसभा की सदस्यता समाप्त होने पर सरकारी आवास पर बने रहने का निर्देश देने की मांग को लेकर स्वामी ने याचिका दायर की थी। इस याचिका केंद्र सरकार ने विरोध किया था।

भारतीय राजनीति में अहम भूमिका निभाते रहे हैं नेता

सुब्रह्मण्यम् स्वामी हिंदू को प्रखर राष्ट्रवादी नेता और सनातन धर्म का प्रचारक माना जाता है। वह जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रह चुके हैं। वह सांसद के अतिरिक्त 1990-91 में वाणिज्य, विधि एवं न्याय मन्त्री और बाद में अन्तरराष्ट्रीय व्यापार आयोग के अध्यक्ष भी रहे। वह भारतीय राजनीति में बड़े नेता को रुतबा रखते हैं।

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