Dengue News: दिल्ली में डेंगू से साल की पहली मौत, अब तक आ चुके हैं 700 से अधिक मामले
Delhi Dengue News दिल्ली में डेंगू से पहली मौत की सूचना मिली है। दिल्ली में इस साल अब तक डेंगू के 723 मामले सामने आ चुके हैं। इसमें दिल्ली में अक्टूबर माह में अब तक सामने आए 382 नए मामले शामिल हैं।
नई दिल्ली, जागरण डिजिटल डेस्क। कोरोना वायरस संक्रमण के बीच देश की राजधानी दिल्ली में डेंगू भी अब तेजी से पैर पसारने लगा है। दिल्ली में डेंगू के चलते इस साल पहली मौत का मामला सामने आया है। मिली जानकारी के मुताबिक, दिल्ली में डेंगू से पहली मौत की सूचना मिली है। दिल्ली में इस साल अब तक डेंगू के 723 मामले सामने आ चुके हैं। इसमें दिल्ली में अक्टूबर माह में अब तक सामने आए 382 नए मामले शामिल हैं।
दिल्ली के अधिकारियों की मानें तो डेंगू पर काबू पाने की कवायद जारी है। इसके लिए संबंधित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी लगातार एक-दूसरे के संपर्क में हैं। क्या योजना बनानी है और कैसे कार्य करना है, लगातार महापौर और स्थायी समिति के चेयरमैन एक-दूसरे से सुझाव लेकर कार्य कर रहे हैं। तीनों निगमों में फागिंग के साथ लोगों को घर-घर जाकर जागरूक करने पर जोर दिया जा रहा है। तालाबों में मच्छर न पनपे, इसके लिए गंबोजिया मछली डाली गई है। लापरवाही पर 17 हजार से अधिक लोगों पर कानूनी कार्रवाई शुरू की गई है। 1.16 लाख लोगों को नोटिस जारी किए गए हैं। 2.13 करोड़ बार लोगों के घर-घर जाकर जांच की जा चुकी है।
इससे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को शालीमार बाग में 1,430 बेड के सरकारी अस्पताल का शिलान्यास किया। उन्होंने कहा कि दिल्ली में कुल 6,800 बेड क्षमता के सात नए अस्पताल छह माह में बनाए जाएंगे जोकि अपने आप में विश्व रिकार्ड होगा। एक जिम्मेदार सरकार होने के नाते कोरोना की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए हम सभी जरूरी कदम उठा रहे हैं। जब अप्रैल में दूसरी लहर आई थी तो अस्पतालों में सबसे ज्यादा कमी बेड, आक्सीजन और आइसीयू बेड की हुई थी।
मुख्यमंत्री ने दावा किया कि दिल्ली की स्वास्थ्य सुविधाएं आज पूरे देश में सरकारी महकमे के अस्पतालों में सबसे अच्छी हैं। अब इसको हमें विश्वस्तरीय बनाना है। आने वाले समय में हम हेल्थ इन्फार्मेशन मैनेजमेंट सिस्टम (एचआइएमएस) लागू करने जा रहे हैं। अगले एक-डेढ़ साल के अंदर दिल्ली के हर नागरिक का हेल्थ कार्ड होगा। उसके हेल्थ का पूरा डेटा कंप्यूटर पर होगा। लोगों की अस्पताल में लंबी-लंबी लाइनें लगनी बंद हो जाएंगी। लोग एप के जरिये डाक्टर से मिलने का समय लेंगे। जिसके पास हेल्थ कार्ड होगा, उसका पूरा इलाज मुफ्त होगा। उन्होंने कहा कि मुङो नहीं लगता कि दुनिया के किसी भी देश में अभी तक ऐसा सिस्टम है। मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली के लोगों ने एक ईमानदार सरकार को चुना है। उसी का नतीजा है कि 2015 से पहले अस्पताल में एक बेड को तैयार करने में एक करोड़ की लागत आती थी, लेकिन हमारी सरकार मात्र बीस लाख खर्च कर आइसीयू बेड तैयार कर रही है। कोरोना के वक्त में पूरी दुनिया ने मेडिकल सुविधाओं की जरूरत को समझा है।
अस्पताल का हर बेड होगा आइसीयू
मुख्यमंत्री ने कहा कि शालीमार बाग में 275 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाला अस्पताल छह माह में तैयार हो जाएगा। इस अस्पताल का हर बेड आइसीयू बेड होगा। हर बेड पर आक्सीजन, मानिटर आदि की सुविधा होगी। इसे समान्य बेड की तरह भी इस्तेमाल किया जा सकता है। उनके साथ स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन, क्षेत्रीय विधायक बंदना कुमारी भी थीं। स्वास्थ्य मंत्री ने भी अस्पताल का निर्माण कार्य अगले छह महीने में पूरा कर लेने की बात कही।